मटके वाली चुड़ैल | Hindi Kahaniya | Bedtime Moral Stories for Kids || Cartoon Fairy Tales

00:07:39
https://www.youtube.com/watch?v=zbyNl_IPf2Q

Resumen

TLDRयह कहानी एक गाँव की बुजुर्ग महिला कमलाबाई के बारे में है, जो बहुत धनी थी लेकिन अपनी कंजूसी के कारण बदनाम थी। उसकी कंजूसी की वजह से कोई उससे प्रेम नहीं करता था। एक दिन एक साधु गाँव में आया, जो कमलाबाई को सुधारने के लिए प्रयास करता है। उसे डराने वाले भूतनी के कारण वह साधु की सहायता लेती है। साधु की सलाह के बाद, कमलाबाई दान करने लगती है और अपने धन को अच्छे कार्यों में लगाती है। अंत में, भूतनी से राहत मिलती है और गाँव में उसका अच्छा नाम हो जाता है। इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि धन का सही उपयोग और दूसरों की सहायता करना ज़रूरी है।

Para llevar

  • 👵 कमलाबाई बहुत धनी थी पर कंजूस थी।
  • 🦹‍♂️ उसे एक साधु से डर लगा जो उसके घर के सामने बैठा था।
  • 👻 भूतनी ने उसे रात में डराना शुरू किया।
  • 🕉️ साधु ने उसे पूजा और दान का महत्व समझाया।
  • 💰 उसने अपना धन समाज कल्याण के लिए दान कर दिया।
  • 🎭 भूतनी से आखिरकार उसे राहत मिल गई।
  • 👑 गाँव में उसकी प्रसिद्धि बढ़ गई।

Cronología

  • 00:00:00 - 00:07:39

    Eraɗo koo yimɓe ɗiɗo waawiraa hoto e jokkondirde ɗiɗo seede maɓɓe. Ko ɗuum ɗum waawori ɗum kono njamdi ɗum e ndi "kanjuus" on, kadi konɗi non ko hoto jango ɗum ndiyam. Ŋakkerewa kabiri nannda, on hiikka ɗum to ko waawol toɓɓe kollo, waɗi nani "kanjuus" gam ɓe njokkude darnde mako e ngo, taano mɔ ngu ko rewugo hala, nguu miɗo yiɓi ngalto."

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Preguntas frecuentes

  • कमलाबाई कौन थी?

    वह एक धनी लेकिन कंजूस बूढ़ी महिला थी जो गाँव में रहती थी।

  • गाँव के लोग कमलाबाई को क्यों नहीं पसंद करते थे?

    क्योंकि वह धनी होते हुए भी किसी की मदद नहीं करती थी।

  • कमलाबाई के घर के सामने कौन आया और क्यों?

    एक साधु वहाँ आया और उसके घर के सामने बैठ गया, लेकिन कमलाबाई ने उसे चोर समझा।

  • कमलाबाई को किस चीज का डर था?

    उसे रात में आने वाली भूतनी का डर था जो उसके घर के सामने नाचती थी।

  • साधु ने कमलाबाई को क्या सलाह दी?

    उसे दान देने, पूजा करने और सामाजिक कार्यों में शामिल होने की सलाह दी।

  • कमलाबाई ने अंततः क्या किया जिससे उसका अच्छा नाम हुआ?

    उसने अपना सारा धन दान कर दिया, जिससे मंदिर और अन्य सामाजिक कार्य हुए।

  • कमलाबाई का क्या परिवर्तन हुआ?

    वह कंजूस से दानशील बन गई और भूतों से छुटकारा पा लिया।

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Desplazamiento automático:
  • 00:00:00
    कि एक बार की बात है एक गांव में कमलाबाई
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    नाम की एक बूढ़ी औरत रहती थी उसके पास
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    बहुत सारा पैसा होते हुए भी वह किसी की
  • 00:00:10
    मदद नहीं करती थी उसके कंजूस होने की वजह
  • 00:00:13
    से उसकी उपेक्षा करते थे थे
  • 00:00:17
    कि कमलाबाई उसके पास जितना भी पैसा और
  • 00:00:20
    सुना था उसे एक बर्तन में रखकर अपने घर के
  • 00:00:25
    बीच में कार्रवाई था उस पर एक पुरानी चटाई
  • 00:00:30
    बिछाकर सो तिथि एक दिन एक साधु गांव में
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    आया कमला बाई के बारे में कुछ ना जानते
  • 00:00:38
    हुए वह उसके घर के सामने एक पेड़ के नीचे
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    बैठ गया साधु को देखा तो कमला बाई ने सोचा
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    कि वह उसके घर उसे लूटने आया है तो उसने
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    उठाया एक बड़ा सा ठंडा और उसके सरपंच तेल
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    हमारा अरे बदमाश अभी भी मेरे पेड़ के नीचे
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    बैठे हैं
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    को तुरंत वह साधु उठा और अपनी चीज लेकर
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    भाग गया और उसने गांव के लोगों से कमला
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    बाई के बारे में पता किया वह कमलाबाई हो
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    तो बहुत कंजूस है किसी की मदद नहीं करती
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    बढ़िया के पास पैसा बहुत है लेकिन देती
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    किसी को नहीं कमलाबाई दान-दक्षिणा कुछ
  • 00:01:23
    नहीं करती सबसे एक जैसी बात सुनकर साधु को
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    कमलाबाई पर दया आई और उसने उसे बदलने की
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    सूची उस दिन आधी रात को कमला बाई के घर के
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    सामने एक अनोखी घटना हुई कोई एक काला
  • 00:01:38
    मुखौटा पहने अपने सर पर नो घोड़े रखकर
  • 00:01:41
    अजीब सा नाच रहा था जब कमलाबाई ने पायल के
  • 00:01:46
    घुंघरू की आवाज सुनी तो उसने एक बड़ा सा
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    ठंडा हाथ में लेकर घर का दरवाजा खोला एक
  • 00:01:53
    भूतनी को घर के सामने नाचते देख कर घबरा
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    पाई डर गई तुरंत वह अपने घर में घुस गई और
  • 00:01:59
    दरवाजा बंद कर दिया फिर उसने इसे बाहर जा
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    हुआ था भूत के सरपंच लोग खड़े थे और सबसे
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    ऊपर के घरे में आग जल रही थी कुछ देर
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    सोचने के बाद भूत ने सबसे ऊपर वाले घड़ी
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    को दिए के साथ जमीन पर फेंक दिया और बचे
  • 00:02:15
    हुए आठ घड़ों के साथ उठाया हो गया जब
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    कमलाबाई बाहर आई तो उसे घड़ी के टुकड़ों
  • 00:02:21
    के अलावा और कुछ नहीं मिला तब कमलाबाई डर
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    गई मेरे घर में वह बताया था मेरी मदद करो
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    क्योंकि कमलाबाई को कोई पसंद नहीं करता था
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    किसी ने उसके चिल्लाने की फिक्र नहीं कि अ
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    कि एक भूत मेरे घर के आगे नाच रहा था
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    तो इसका क्या मतलब हो सकता है कुछ बहुत डर
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    लग रहा है
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    है लेकिन किसी ने उसकी बातों पर ध्यान
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    नहीं दिया बल्कि उसकी तरफ देखा भी नहीं
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    रात में कमलाबाई घर के अंदर एक बड़ा सा
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    ठंडा पकड़ कर खड़ी हो गई आधी रात होते ही
  • 00:03:05
    उसने फिर से घुंघरुओं की आवाज सुनी तो
  • 00:03:07
    उसने खिड़की से बाहर झांक कर देखा तो उसे
  • 00:03:10
    भूत के सर पर आठ खड़े दिखे आठवें घड़े में
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    आग जल रही थी उस समय नाचने के बाद उसने
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    सबसे ऊपर का घड़ा फेंक दिया और बच्चे
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    साधनों के साथ गायब हो गई थी
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    कि हर दिन भूतनी आधी रात आती कुछ देर बाद
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    कीर्ति और फिर सबसे ऊपर का घड़ा तोड़ कर
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    पा घरों के साथ गायब हो जाती रोज जब होने
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    लगा तो कमलाबाई घर गई और इससे छुटकारा
  • 00:03:42
    पाने के लिए जादूगर भैरव के पास गई हर रात
  • 00:03:46
    एक भूत अगर मेरे घर के सामने नाच रहा है
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    मुझे उस से बचाइए तुम जैसी कंजूस और उसकी
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    मदद नहीं की
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    है भूतनी की नात से इसमें बहुत परेशान हूं
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    तो क्या तुम किसी की मदद करती हूं
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    तुम्हारी मदद कौन करेगा ऐ
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    कि उसने अपने घर के सामने चौराहे पर पेड़
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    के नीचे उसी साधु को देखा वह तुरंत उसके
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    पास गई और कहा
  • 00:04:17
    एक साधु महाराज जवाब मेरे घर के सामने
  • 00:04:20
    बैठकर ध्यान कर रहे थे तो मैंने चोर है
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    समझ कर आपको बहुत पीटा मुझे माफ कर दीजिए
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    साधु मुस्कुराया और बोला पूल बात नहीं अब
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    तुम क्या चाहती हो
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    एक साधु महाराज हर दिन एक भूतनी आधी रात
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    अपने सर पर घोड़े रखकर मेरे घर के सामने
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    नाचती है हर दिन एक घड़ा फोड़ रही है
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    फिलहाल उसके सर पर पांच खड़े हैं इसकी वजह
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    जानकर व्यक्ति पागल सी हो रही हूं आपको
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    मुझे उस भूत से बचाना होगा
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    एक साधु ने सोचा और नहीं मैं सर हिलाने
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    लगा पधि तुम्हारे आखिरी दिन आ गए हैं ऐसा
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    इसलिए क्योंकि भूतों का सरदार उन्हें
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    छोड़कर कहीं चला गया है इस वजह से सारे
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    भूत निस्सहाय हो गए हैं समूह छोड़ते वक्त
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    भूतों के सरदार ने उनसे कहा कि तो उनकी
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    सरदार बनने योग्य हो इसलिए वह भूत तुमको
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    अपने साथ ले जाने की कोशिश में है अगर तुम
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    बहुत समय जीवित रही तो यह कैसे मुमकिन
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    होगा इसीलिए वह अलग अलग तरीकों से तुम्हें
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    ले जाने का प्रयास कर रहे हैं जैसे ही बचे
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    हुए पांच घोड़े पूर्ण जाएंगे तो पड़ जाओगी
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    को बचाना होगा अपनी सारी जमा पूंजी आपको
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    दे दूंगी कृपया कुछ कीजिए
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    अच्छा ठीक है आज से तुम श्रद्धापूर्वक घर
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    में पूजा दान सहायता और दूसरी अच्छी चीजें
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    करना शुरू करो बाकी मैं देखता हूं
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    कि उस दिन से कमलाबाई ने दान देने का
  • 00:06:00
    निश्चय किया जब लोगों को दान देने पहुंची
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    तो किसी ने उससे कुछ नहीं लिया लोग उससे
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    दूर जाने लगे यहां तक के कुतों और क्यों
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    ने भी उसके डाल लें खाने को नहीं छुआ और
  • 00:06:12
    उस रात कमला बाई के घर के आगे 1 और घड़ा
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    फूट गया अगली सुबह कमलाबाई साधु के पास गई
  • 00:06:20
    साधु महाराज ने मृत्यु से नहीं बच पाऊंगी
  • 00:06:23
    कोई मेरा ध्यान नहीं ले रहा जो खाना मैं
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    देती हूं उसे कुत्ते और कौए तक नहीं जूते
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    हां क्योंकि तुम यह धन लोगों की उपेक्षा
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    कर की अमानवीय ढंग से इकट्ठा किया है
  • 00:06:38
    पशु-पक्षियों को भी इसकी खबर है इसीलिए अब
  • 00:06:42
    अपना पैसा मंदिर बनवा नी कुएं खुदवाने
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    अनाथालय बनवाने में खर्च करो अगर तुम यह
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    अच्छे काम करोगी तो सिर्फ लंबी उम्र ही
  • 00:06:52
    नहीं अच्छा नाम भी कम आऊंगी
  • 00:06:54
    एक साधु महाराज कृपया आप यह सारी चीजें
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    करें और मेरी मदद करें अगर मैं करूंगी तो
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    कोई स्वीकार नहीं करेगा
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    तो फिर कमलाबाई ने अपना सारा पैसा उस साधु
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    को दे दिया उस पैसे से साधु देख कई अच्छे
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    काम किए तब से कमलाबाई को न सिर्फ भूतों
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    से छुटकारा मिल गया बल्कि उसका अच्छा नाम
  • 00:07:19
    भी हो गया तो बच्चों हमें इस कहानी से यह
  • 00:07:22
    शिक्षा मिलती है यही कि जिंदगी जीना
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    दूसरों की मदद करना है बच्चों को और
  • 00:07:32
    सब्सक्राइब के खेल
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