जिन में पवित्र आत्मा नहीं होता वह फूट डालते हैं l #DanielRaj l #DrVikasKamble l SVKS l

00:12:11
https://www.youtube.com/watch?v=VhTMwAI26vk

Sintesi

TLDRपरमेश्वर, जो स्वभाव से प्रेमी हैं, अपने प्रेम को बांटने के लिए स्वर्गीय साम्राज्य का निर्माण करते हैं। इस साम्राज्य में स्वर्ग दूत मौजूद रहते हैं। परमेश्वर अगम्य ज्योति में निवास करते हैं, जिसे कोई देख नहीं सकता। स्वर्ग दूत भी इस ज्योति को देखना चाहते थे, परंतु वह उन्हें विकर्षित करती थी। इसी प्रकार, परमेश्वर ने अपने पुत्र यीशु मसीह को देह धारण करके मानव जाति के बीच प्रेम बाँटने के लिए भेजा। वह चाहते हैं कि उनकी कलीसिया एकता में रहे, और उन्होंने इसके लिए पाँच तरह के धार्मिक काम वालों को नियुक्त किया है। समाज में कलीसिया उत्पीड़न और अन्याय झेल रही है, और यीशु मसीह के अनुयायियों को इसके खिलाफ एकजुट होकर खड़ा होना चाहिए। प्रेम और एकता, परमेश्वर की ओर से दी गई शिक्षा का मूल है।

Punti di forza

  • ❤️ परमेश्वर स्वभाव से प्रेमी हैं।
  • 🌟 अगम्य ज्योति में निवास करते हैं।
  • 👼 स्वर्ग दूतों का परमेश्वर से संवाद।
  • 🙏 कलीसिया की एकता महत्वपूर्ण है।
  • ✝️ यीशु मसीह देवता का अवतार।
  • 📜 परमेश्वर की इच्छा के अनुसार कार्य करें।
  • 🤝 कलीसिया को समाज में एकता दिखानी चाहिए।
  • ⚖️ न्याय की मांग में एकता आवश्यक।
  • 🚫 काले कानूनों के खिलाफ आवाज उठाएं।
  • 💡 शिक्षा और एकता का महत्व।

Linea temporale

  • 00:00:00 - 00:05:00

    परमेश्वर एक प्रेमी है और वह अपने प्रेम को बांटना चाहता था, इसलिए उसने एक महिमा की दुनिया बनाई जिसमें स्वर्ग दूत रहते थे। स्वर्ग दूत परमेश्वर को देखने की कोशिश करते थे, लेकिन अगम्य ज्योति उन्हें दूर कर देती थी। इसलिए परमेश्वर ने अपने पुत्र को जन्म दिया ताकि वह उनके और मनुष्यों के बीच पुल का काम कर सके। यीशु मसीह ने क्रूस पर बलिदान देकर अपनी कलीसिया को खड़ा किया है लेकिन अब वह कई सिद्धांतों में बटी हुई है।

  • 00:05:00 - 00:12:11

    प्रभु यीशु मसीह चाहते हैं कि उनकी कलीसिया एकता में आए। उन्होंने पाँच प्रकार के काम वालों को नियुक्त किया है - प्रेरित, भविष्यवक्ता, कलीसिया के रखवाले, सुसमाचार सुनाने वाले, और शिक्षक। इसका उद्देश्य कलीसिया की उन्नति और एकता को प्रोत्साहित करना है। लेकिन वर्तमान में कलीसिया बिना एकता के है, और ऐसे में सुसमाचार के प्रचार को रोकने के लिए काले कानून बनाए जा रहे हैं। परमेश्वर चाहते हैं कि कलीसिया एक होकर परमेश्वर के राज्य के लिए काम करे।

Mappa mentale

Video Domande e Risposte

  • परमेश्वर क्यों प्रेमी हैं?

    परमेश्वर अपने स्वभाव से प्रेमी हैं और वे चाहत रखते हैं कि उनका प्रेम बांटा जाए।

  • अगम्य ज्योति का क्या अर्थ है?

    अगम्य ज्योति वह ज्योति है जिसमें परमेश्वर रहते हैं और जिसे कोई मनुष्य न देख सकता है, न कभी देख सकता है।

  • यीशु मसीह का इस संदर्भ में क्या महत्व है?

    यीशु मसीह परमेश्वर का अवतार हैं, जिन्होंने मानवता के लिए प्रेम बांटने हेतु देह धारण किया।

  • कलीसिया के लिए एकता क्यों महत्वपूर्ण है?

    कलीसिया की एकता परमेश्वर की इच्छाओं के अनुसार कार्य करने के लिए और न्याय की मांग में अवस्यक है।

  • पाँच तरह के काम वालों को किस लिए नियुक्त किया गया है?

    पाँच तरह के काम वालों को कलीसिया के निर्माण, उन्नति और एकता के लिए नियुक्त किया गया है।

  • परमेश्वर की इच्छा कैसे पूरी होती है?

    परमेश्वर की इच्छा केवल तब पूरी होती है जब कलीसिया एकता में आ जाती है।

  • कलीसिया किस प्रकार के खतरों का सामना कर रही है?

    कलीसिया को समाज में उत्पीड़न और उनके खिलाफ बनाए गए काले कानूनों से सामना करना पड़ रहा है।

  • परमेश्वर के राज्य का आगमन कब होगा?

    जब सुसमाचार फैल कर परमेश्वर की इच्छा इस पृथ्वी पर पूरी होगी तभी परमेश्वर का राज्य आएगा।

  • क्या परमेश्वर प्रकाश में रहते हैं?

    हां, परमेश्वर अगम्य ज्योति में निवास करते हैं।

  • कलीसिया के अधिकारों की रक्षा कैसे की जानी चाहिए?

    कलीसिया को संविधान के अनुसार, कानूनी तरीके से अपने अधिकारों की रक्षा करनी चाहिए।

Visualizza altre sintesi video

Ottenete l'accesso immediato ai riassunti gratuiti dei video di YouTube grazie all'intelligenza artificiale!
Sottotitoli
hi
Scorrimento automatico:
  • 00:00:02
    हमारा
  • 00:00:04
    परमेश्वर प्रेमी
  • 00:00:08
    है वह प्रेमी
  • 00:00:13
    परमेश्वर जब
  • 00:00:15
    वे एक अकेले अगम्य ज्योति में रहते
  • 00:00:20
    थे वह चाहते थे कि मैं अपना प्रेम किससे
  • 00:00:25
    बाटू प्रेम बांटना चाहते थे इसलिए
  • 00:00:28
    परमेश्वर ने
  • 00:00:32
    अपना एक साम्राज्य बनाया अपनी एक महिमा की
  • 00:00:34
    दुनिया
  • 00:00:35
    बनाई जिसमें स्वर्ग दूत रहते
  • 00:00:38
    थे और उनसे बातें करते थे प्रभु अपने अपने
  • 00:00:43
    स्वभाव को जो स्वभाव से प्रेमी है वह
  • 00:00:46
    प्रेम बांटते थे हां मेरे
  • 00:00:50
    दोस्तों परमेश्वर प्रेमी है
  • 00:00:52
    इसलिए वो अगम्य ज्योति में रहने वाला वो
  • 00:00:57
    परमेश्वर अपने लिए एक दुनिया बनाई वो
  • 00:01:00
    महिमा की दुनिया में लोगों से बात स्वर्ग
  • 00:01:03
    दूतों से बातें करते थे और स्वर्ग दूतों
  • 00:01:06
    ने दोस्तों मैं आपको बताना चाहता
  • 00:01:08
    हूं और वो परमेश्वर जो अगम्य ज्योति में
  • 00:01:11
    रहते
  • 00:01:14
    थे उसे वे देखना चाहते थे और वो जब वो
  • 00:01:18
    ज्योति के पास जाते थे तो ज्योति उन्हें
  • 00:01:21
    दूर हटा देती थी वो ज्योति
  • 00:01:24
    जो परमेश्वर जिस ज्योति में रहते थे वो
  • 00:01:27
    ज्योति उन्हें दूर कर देती थी
  • 00:01:30
    आकर्षित नहीं विकर्ष करते थे दूर कर देती
  • 00:01:33
    थी व जति तब
  • 00:01:36
    जाकर उस ज्योति का नाम दिया गया
  • 00:01:40
    है क्या नाम दिया गया है आइए हम पढ़ेंगे
  • 00:01:44
    तिमोस के नाम लिखी गई पत्री पत्र में से
  • 00:01:48
    पहली पत्री और मैं आपको छवा अध्याय और 16
  • 00:01:52
    वचन पढ़कर सुना रहा हूं कृपया ध्यान दीजिए
  • 00:01:54
    लिखा
  • 00:01:55
    है और अमरता केवल उसी की है और वह अगम्य
  • 00:02:00
    ज्योति में रहता है और ना उसे किसी मनुष्य
  • 00:02:04
    ने देखा और ना कभी देख सकता है
  • 00:02:10
    उसकी प्रतिष्ठा और राज्य युगा युग रहेगा
  • 00:02:15
    आमीन दोस्तों लिखा है ना कोई उसे देख सकता
  • 00:02:20
    है और ना कोई देखा है किसी मनुष्य ने ना
  • 00:02:23
    देखा और ना कभी देख सकता है लेकिन स्वर्ग
  • 00:02:27
    दूतों के मन में ये बात आई कि हम उसे
  • 00:02:30
    हम उसे देखें व परमेश्वर को देखना चाहते
  • 00:02:34
    थे जो देखना चाहते थे जो अगम में ज्योति
  • 00:02:38
    में रहते थे और स्वर्ग दूत उसमें जाने की
  • 00:02:41
    कोशिश करते थे लेकिन वह ज्योति उन्हें दूर
  • 00:02:45
    कर देती थी ऐसे फेक दूर कर देते थे तो
  • 00:02:49
    स्वर्ग दूत ने उस ज्योति का नाम दिया है
  • 00:02:53
    यह तो अगम्य ज्योति है अगम्य ज्योति में
  • 00:02:57
    रहने वाला परमेश्वर व प्रे प्रेमी दयालु
  • 00:03:01
    परमेश्वर अपने स्वभाव के
  • 00:03:05
    कारण और वो लोगों से प्रेम करना चाहता था
  • 00:03:08
    अपने प्रेम को बांटना चाहता था इसलिए उसने
  • 00:03:11
    अपना एक अपनी एक दुनिया बनाई जहां स्वर्ग
  • 00:03:15
    दूत रहते
  • 00:03:16
    थे और प्रश्न यह उठा परमेश्वर को ये बात
  • 00:03:22
    समझ में आई जिन बच्चों को
  • 00:03:25
    मैंने जिनकी रचना मैंने की है जिन बच्चों
  • 00:03:28
    को मैंने बनाया है जिसे मैं जिनसे मैं
  • 00:03:31
    अपना प्यार बांटता हूं उनके और मेरे बीच
  • 00:03:34
    में एक बछवा हो एक बिचवा हो उनकी बातें जो
  • 00:03:40
    मेरे पास लाए और मेरी बातें उनके पास ले
  • 00:03:43
    जाए इसलिए परमेश्वर ने अगम्य ज्योति में
  • 00:03:47
    रहकर उसने अपने अंदर से अपने पुत्र को
  • 00:03:51
    निकाला अपना एक पुत्र को जन्म
  • 00:03:54
    दिया अपने अंदर
  • 00:03:57
    से जो श निकला है जैसे उसने मुंह खोला तो
  • 00:04:02
    उसके अंदर से एक शब्द निकला है वह शब्द ही
  • 00:04:06
    प्रभु यीशु मसीह है वह आदि का वचन है वह
  • 00:04:09
    आदि का वचन देह धारी होकर हा मेरे दोस्तों
  • 00:04:14
    वह आदि का वचन देह धारी होकर हमारे बीच
  • 00:04:16
    में इस पृथ्वी पर डेरा किया है पर लोगों
  • 00:04:20
    ने उसे नहीं पहचाना अरे लोगों ने नहीं
  • 00:04:23
    पहचाना कोई बात नहीं पर उसके अपनों ने ही
  • 00:04:26
    नहीं
  • 00:04:27
    पहचाना उसके अपनों नेही उसके दिल की बात
  • 00:04:30
    को नहीं
  • 00:04:31
    जाना प्रभु यीशु मसीह कलीसिया को क्रूस पर
  • 00:04:36
    बलिदान होकर अपनी कलीसिया को जन्म दिया है
  • 00:04:39
    आज वो कलीसिया तरह तरह के सिद्धांत और
  • 00:04:43
    शिक्षा में बटी है परमेश्वर चाहते हैं कि
  • 00:04:46
    कलीसिया एकता में आए इसलिए फिर प्रभु यशु
  • 00:04:49
    मसीह कहते हैं हे बोध से दबे हुए लोगों
  • 00:04:51
    मेरे पास आओ मैं तुम्हें विश्रांति दूंगा
  • 00:04:54
    मैं तुम्हें विश्राम
  • 00:04:56
    दूंगा
  • 00:04:58
    दोस्तों मैं फिर एक बार आपसे कहना चाहता
  • 00:05:01
    हूं प्रभु यीशु मसीह जो अपनी कलीसिया
  • 00:05:04
    को अपनी फसली से निकालकर
  • 00:05:08
    अपनी दुल्हन को तैयार करने के लिए जो
  • 00:05:12
    क्रूस पर बलिदान हुआ है आज व उसकी दुल्हन
  • 00:05:15
    पूरी तरह बिखर कर बैठी
  • 00:05:17
    है और प्रभु यीशु मसीह चाहते हैं कि उसकी
  • 00:05:21
    दुल्हन एकता में आए और इसलिए हम देखते हैं
  • 00:05:25
    उसकी कलीसिया जो उसकी दुल्हन है उसकी
  • 00:05:28
    पवित्र प्रजा को परमे चाहते हैं कि वो
  • 00:05:31
    उसकी उन्नति हो और एकता में आए
  • 00:05:35
    इसलिए पांच तरह के काम वालों को परमेश्वर
  • 00:05:38
    ने नियुक्त किया फफसी की पत्री में लिखा
  • 00:05:40
    फफसी पत्र उसका चौथा अध्याय में पांच तरह
  • 00:05:44
    के काम वालों को नियुक्त किया
  • 00:05:46
    है कौन-कौन है वह प्रेरित भविष्यवक्ता
  • 00:05:50
    कलसा के रखवाले सुसमाचार सुनाने वाले और
  • 00:05:54
    शिक्षक उपदेशक इस तरह पांच तरह के काम
  • 00:05:58
    वालों को नियुक्त किया है
  • 00:06:01
    फाइव पोल मिनिस्ट्री कलीसिया के निर्माण
  • 00:06:04
    के लिए कलीसिया के उन्नति के लिए और
  • 00:06:07
    कलीसिया के एक एकता के लिए ऐसा लिखा है
  • 00:06:10
    मेरे
  • 00:06:11
    दोस्तों पवित्र लोग की उन्नति और एकता के
  • 00:06:15
    लिए इन पांच काम वालों को परमेश्वर ने
  • 00:06:19
    नियुक्त किया
  • 00:06:21
    है लेकिन
  • 00:06:23
    दोस्तों आज
  • 00:06:26
    कलसिया किस मोड़ पर खड़ी है एक बार सोचिए
  • 00:06:30
    आज कलीसिया किस हालत में बनी है लोग अपनी
  • 00:06:35
    अपनी शिक्षा दे रहे हैं
  • 00:06:36
    बस लेकिन परमेश्वर का परमेश्वर की इच्छा
  • 00:06:41
    जो है उसको समझने पा
  • 00:06:43
    रहे दोस्तों हम सब एक हो परमेश्वर की
  • 00:06:47
    इच्छा के अनुसार हम सब एकता में
  • 00:06:50
    आए हमें इस विषय को
  • 00:06:53
    लेकर कलीस में काम करना है हमारा हर एक
  • 00:06:56
    संदेश हमारा हर एक संदेश एकता के लिए ही
  • 00:07:01
    हो लिखा है ना कि आत्मा को
  • 00:07:04
    परखो परमेश्वर की आज्ञा है कि तुम जब कभी
  • 00:07:09
    किसी को सुनते हो तो उसे परखो कि वह
  • 00:07:12
    परमेश्वर की ओर से है या शैतान की ओर से
  • 00:07:15
    है शैतान की ओर से जो भी शिक्षा दी जाती
  • 00:07:18
    है वह है वह है एकता को बिगाड़ने की
  • 00:07:23
    शिक्षा और जिस शिक्षा में एकता नहीं है वो
  • 00:07:26
    शैतान की शिक्षा है और परम की परमेश्वर की
  • 00:07:30
    ओर की ओर से होने वाली जो शिक्षा है वह है
  • 00:07:34
    एकता तुम कहीं भी जाओ पर कलीसिया को एकता
  • 00:07:38
    में लाओ उने जोड़ी है दोस्तों आज हम देखते
  • 00:07:42
    हैं कलसिया को सता रहे
  • 00:07:45
    हैं कलीस में होने वाले मां बहनों और भाई
  • 00:07:49
    बहनों को मार रहे हैं पीट रहे हैं और
  • 00:07:53
    दोस्तों बहुत सारे प्रभु के सेवकों को उन
  • 00:07:57
    पर झूठा इल्जाम लकर उन्हे
  • 00:08:00
    जेल भेजा गया उन्हें सजा दिलाई गई है ये
  • 00:08:03
    सब देखकर क्या हमें लगता नहीं कि हमें कुछ
  • 00:08:05
    करना चाहिए इसका कारण क्या है इसका कारण
  • 00:08:09
    एकही है हमारे अंदर एकता नहीं है मार खाने
  • 00:08:13
    वाला मार खा रहा है और जो प्रचार कर रहे
  • 00:08:17
    हैं जो सेवा कर रहे हैं जो अपना नाम कमा र
  • 00:08:20
    है पैसा कमा रहे है वो अपना काम कर र है
  • 00:08:22
    दोस्तों मार खाने वाला भी हमारा भाई है हम
  • 00:08:26
    एक ही देह हैं एक देह कलीसिया
  • 00:08:31
    प्रभु यीशु मसीह की देह है देह में एक हाथ
  • 00:08:35
    को मार लगे तो दूसरा हाथ जाकर उसको पकड़
  • 00:08:37
    लेता
  • 00:08:39
    है कहां गया वह एकता हमारी कहां
  • 00:08:43
    गई एक भाई मारा जा रहा है सताया जा रहा है
  • 00:08:46
    एक बहन मारी जा रही है उसकी इज्जत लूटी जा
  • 00:08:49
    रही है उसको बाजार
  • 00:08:53
    में नि वस्त्र करके घुमाया जा रहा है ये
  • 00:08:58
    सब देखकर क्या तुमको को लगता नहीं कि हमें
  • 00:09:00
    कुछ करना
  • 00:09:01
    चाहिए सोचिए मेरे दोस्तों करे तो क्या
  • 00:09:04
    करें फिर करना एक ही है हमको एकता में आना
  • 00:09:08
    है हमारे अंदर कलीसिया में हमारे परिवार
  • 00:09:11
    में बहुत सारे वाद विवाद होगा सिद्धांतों
  • 00:09:13
    को लेकर गड़बड़ी होगी लेकिन जब कभी हमारे
  • 00:09:18
    भाई और बहनों पर तकलीफ आ जाती है तो हम
  • 00:09:21
    सबको एकता में आना है हमको दिया गया
  • 00:09:25
    अधिकार को उसको उपयोग में लाना है हमें जो
  • 00:09:28
    दिया गया हम भी इस देश के इस देश के
  • 00:09:31
    नागरिक
  • 00:09:33
    हैं संविधान हमको अधिकार दिया गया
  • 00:09:36
    है कि हम भी हम भी अपने धर्म को हम जो
  • 00:09:42
    धर्म को अपनाए हैं या हम जिस धर्म पर
  • 00:09:45
    विश्वास करते हैं उसको हम स्वीकार कर सकते
  • 00:09:48
    हैं उस धर्म का प्रचार भी कर सकते हैं यह
  • 00:09:50
    तो हमारा मौलिक अधिकार है और इसे छीनने की
  • 00:09:56
    कोशिश की जा रही है तो दोस्तों
  • 00:09:59
    सुसमाचार को रोकने की कोशिश में आज काले
  • 00:10:03
    कानून बनाए जा रहे हैं क्या इसके खिलाफ
  • 00:10:06
    आवाज उठाने की आवश्यकता नहीं है सुसमाचार
  • 00:10:09
    नहीं
  • 00:10:10
    फिलेगा तो परमेश्वर के राज्य कब आएगा और
  • 00:10:14
    प्रभु यीशु मसीह कहते भी हैं कि तुम्हारी
  • 00:10:16
    प्रार्थना यह होनी चाहिए कि हे पिता
  • 00:10:19
    परमेश्वर यह स्वर्गीय पिता परमेश्वर
  • 00:10:22
    स्वर्ग में तेरी इच्छा जैसे पूरी होती इस
  • 00:10:25
    पृथ्वी पर तेरी इच्छा पूरी हो तेरा राज्य
  • 00:10:27
    है तेरा नाम पवित्र माना जाए ये सब कब
  • 00:10:29
    होगा
  • 00:10:30
    जब तक हमें एकता नहीं आएगी यह सब नहीं हो
  • 00:10:33
    पाएगा प्रभु की वह प्रार्थना जो सिखाई गई
  • 00:10:36
    है वह प्रार्थना हमारे जीवन में सफल हो ही
  • 00:10:39
    नहीं
  • 00:10:40
    पाएगा
  • 00:10:42
    दोस्तों हमारा यह कर्तव्य है कि आज
  • 00:10:46
    कलीसिया को एकता में आना ही
  • 00:10:49
    होगा और सुसमाचार को रोकने के लिए जो
  • 00:10:52
    कहाने काले कानून बनाए जा रहे हैं कलीस को
  • 00:10:55
    सताया जा रहा है दोस्तों
  • 00:10:59
    हम भी कानून को हाथ में ना लेते हुए कानून
  • 00:11:03
    के अनुसार दिए गए संविधान के
  • 00:11:07
    अनुसार हम संघर्ष करेंगे न्याय से न्याय
  • 00:11:12
    मांगेंगे हम पर जो अन्याय हो रहा है उसके
  • 00:11:15
    लिए हम न्याय मांगेंगे पर उसके लिए हम हम
  • 00:11:18
    सबों की एक आवाज होनी चाहिए हमें एकता
  • 00:11:22
    होनी चाहिए इसलिए मेरे दोस्तों परमेश्वर
  • 00:11:25
    चाहते हैं कि इन अंतिम दिनों में हम एक
  • 00:11:28
    बने और एक परमेश्वर की सेना बने जय पताका
  • 00:11:33
    फहराते हुए हम सेना की तरह परमेश्वर के
  • 00:11:37
    राज्य के लिए काम करें यह परमेश्वर चाहते
  • 00:11:40
    हैं तो दोस्तों आज फिर एक बार आप सबों
  • 00:11:44
    को परमेश्वर के इस वचन के द्वारा पवित्र
  • 00:11:47
    आत्मा
  • 00:11:49
    परमेश्वर जो बातें आपको सुनने को मिली है
  • 00:11:54
    दोस्तों इस पर मनन कीजिए प्रभु आपको बहुत
  • 00:11:57
    आयत की आशीष से भरपूर कर कर और फिर एक बार
  • 00:12:01
    क्रिसमस की शुभकामनाओं के साथ प्रभ आपको
  • 00:12:05
    बहुत सारी आश से भरपूर करें जय मसीह की
  • 00:12:08
    प्रेज द लॉर्ड आमीन आमीन आमी
Tag
  • परमेश्वर
  • प्रेम
  • अगम्य ज्योति
  • कलीसिया
  • एकता
  • यीशु मसीह
  • स्वर्ग
  • उत्पीड़न
  • सुसमाचार
  • न्याय