00:00:27
[संगीत]
00:00:28
[प्रशंसा]
00:00:30
[संगीत]
00:00:34
[प्रशंसा]
00:00:34
[संगीत]
00:00:37
तू भी तो कभी लायक कर रोज हम ही खिलाए
00:00:39
क्या
00:00:48
[प्रशंसा]
00:00:50
[संगीत]
00:01:05
अरे बिट्टी कहां भागी जा रही
00:01:08
[संगीत]
00:01:24
है अम्मा
00:01:47
[संगीत]
00:01:52
क्या बात है हो गया
00:01:55
काम जी हो गया तो खड़ी क्यों जाओ
00:02:01
मलकिन
00:02:04
कुछ महीना खत्म होता नहीं है फिर तुम्हें
00:02:07
पैसे चाहिए होते
00:02:12
हैं
00:02:14
बल्किन बड़ी मुसीबत में है जब से मील में
00:02:18
बंदी हुई है तबसे बिट्टी के बाबू का सारा
00:02:20
काम चला
00:02:21
गया रात भर टते हैं पहरा देते फिरते हैं
00:02:26
पर पाते कुछ नहीं
00:02:30
तुम्हारे साथ तो यही लगा रहता
00:02:32
है अभी जाओ कल देखते
00:02:38
हैं लोग काम करते
00:02:43
[संगीत]
00:02:53
ही क्या है ये खाना का
00:02:57
है नहीं है ऐसा कर त मुझे खा ले सवेरे
00:03:00
भूखे गए थे स्कूल सब बच्चे वहां अपना अपना
00:03:03
नाश्ता लाते हैं और तुम हमें नहीं देती पट
00:03:05
में मरोड उठता है दर्द होता है भूख में
00:03:08
कुछ पढ़ा भी नहीं जाता जब तेरे बाबू कमाते
00:03:11
थे तब तो ठोस कर जाया करती थी ना अरे अब
00:03:14
नहीं है उनकी नौकरी नौकरी चली गई तो दूसरी
00:03:17
नौकरी का ही नहीं कर लेते सब करते हैं
00:03:20
उन्हें ही नहीं मिलती नौकरी दिन भर घर में
00:03:23
पड़े पड़े सोते रहते कामचोर
00:03:26
आलसी क्या
00:03:28
कहा अपने बाबू को कामचोर कहती है हां
00:03:31
कहूंगी चाहे जितना मार लो हमें चाहे मार
00:03:34
ही डालो स्कूल जाने से पहले एक रोटी दे
00:03:36
दिया करो एक
00:03:38
रोटी चोर पैसे कमाने के लिए रात रात खट है
00:03:42
तेरा बाबू तू उन्हे काम चोर कह रही हां
00:03:45
कहूंगी कहेगी तू इधर आ बोलेगी उल्टा सीधा
00:03:48
हां ये ले
00:03:50
त ये ले उल्टा सीधा बोलेगी उल्टा मार
00:03:54
क्यों रही
00:03:55
है मारे नहीं तो और क्या करें बिगड़ गई है
00:03:58
गाली दे रही है अपने अमा बाबू को कुछ नहीं
00:04:01
समझ
00:04:02
रस बस बस बस हो गया
00:04:05
[संगीत]
00:04:16
उ क्या कह रही
00:04:18
थी खाना मांग रही थी फिर बर्तन पटकने लगी
00:04:24
उल्टा सीधा बोल रही
00:04:26
थी बच्ची है
00:04:30
भूख तो लगेगी
00:04:32
ही स्कूल में दिन भर भागती दौड़ती है अब
00:04:35
पेट खाली होगा तो मांगेगी तो चार लोगों का
00:04:39
पेट भरने के लिए कहां से
00:04:45
लाए तुम्हें मिला
00:04:47
कुछ छोड़ो
00:05:00
काम कराने के लिए सब उतावले रहते
00:05:03
हैं देने दिलाने की बात करो तो टाल जाते
00:05:06
हैं ये ले गुड
00:05:09
[संगीत]
00:05:10
पकड़ लाला से चिरौरी करके उधार लाया हूं
00:05:15
शरबत
00:05:18
[संगीत]
00:05:23
बनाते क्या बना रही हो
00:05:27
अम्मा शरबत बन रहा है पी लेना आप बैठ
00:05:31
जा हम तो दो गिलास
00:05:38
पिएंगे बिट्टू भी सारा दिन हुड़दंग मचाते
00:05:41
रहता है गली के लौंडो के साथ कंचा खेलने
00:05:44
और पतंग लूटने में लगा रहता
00:05:46
है अगले साल मुरारी बाबू से कह के इसका
00:05:49
नाम भी स्कूल में लिखवाना है बिटी तो बेदा
00:05:53
होकर चली
00:05:56
जाएगी हमारे बुढ़ापे का सहारा बिट्टू ही
00:05:59
बनेगा
00:06:04
बिट्टी आओ बेटा शरबत पी लो नहीं हमें नहीं
00:06:08
पीना भूख नहीं
00:06:12
है ला मुझे तो मैं लेकर जाता
00:06:17
[संगीत]
00:06:25
हूं
00:06:27
ले शरबत पले
00:06:29
पी
00:06:30
ले
00:06:32
पले गुड़ का शरबत है
00:06:39
[संगीत]
00:06:47
अच्छा मिट्टी की
00:06:50
अम्मा गलती बच्चों की नहीं हमारी
00:06:54
है अब इसमें तुम्हारी भी क्या गलती
00:06:59
जब मिल ही बंद हो गई तो तुम मिल तो लगा ना
00:07:04
दोगे और जो भी
00:07:06
हो हमने बच्चे पैदा किए
00:07:09
हैं तो रोटी भी तो हम ही खिलाएंगे
00:07:15
ना बांज रहती तो सबर कर
00:07:21
लेती अरे हे
00:07:24
भगवान ने हमें संतान दी है तो उनका पेट
00:07:27
भरने के लिए साधन भी दे देता
00:07:35
ऐसे मां बाप ही क्या जो जो अपने बच्चों को
00:07:38
एक वक्त की रोटी भी ना दे सके
00:08:00
[संगीत]
00:08:04
लाठी पकड़ा
00:08:05
दो
00:08:07
चले टाइम हो गया
00:08:14
[संगीत]
00:08:55
कुछ
00:08:56
दिया र दिए
00:09:00
चल लाला की दुकान पर चलते हैं आटा ले
00:09:04
लेंगे आ 10 दिन तो चलेगा च पर पूरे रप का
00:09:12
आटा
00:09:13
हां आलू भी ले
00:09:21
लेंगे
00:09:23
सुनो आज पराठे बना ले पराठे
00:09:32
बिट्टी को बहुत पसंद है अब तक रूठी है
00:09:37
पराठे बनाएंगे तो खुश हो जाएगी और तुम भी
00:09:40
तो बड़े चाव से खाते हो देख पूरे रप लग
00:09:45
जाएंगे पराठ में फिर आगे क्या
00:09:49
होगा होगा जो
00:09:51
होगा आज तो पराठे ही बनेंगे बस
00:09:56
[संगीत]
00:10:08
[संगीत]
00:10:13
[संगीत]
00:10:35
अच्छा कि ले लिए
00:10:37
सब ध्यान है दिवाली पर बनाए थे पराठे सबने
00:10:42
बड़े चाव से खाए
00:10:44
थे बनाती बहुत अच्छा हो गजब स्वाद होता
00:10:49
है अच्छा
00:10:52
सुनो ये लेकर के जरा घर चलो हम मिल का एक
00:10:56
चक्कर लगा के आते हैं देखें भरती खुली की
00:10:58
नहीं
00:11:00
आते
00:11:07
हैं उतर
00:11:10
किरया सांझ
00:11:13
[संगीत]
00:11:14
से निमिया से
00:11:18
धीरे धीरे
00:11:21
हो उतर
00:11:25
किरया सांझ से
00:11:29
निमिया से
00:11:31
धीरे धीरे क्या पका रही हो
00:11:34
अमा पराठे आज पराठा बन रहा है आज पराठा
00:11:38
मिलेगा ये अरे रे किधर जा रहा है सबको
00:11:42
बताने जा रहे हैं कि आज हमारे घर में
00:11:44
पराठा बन रहा है अच्छा पहले इधर आ जरा
00:11:47
लोटे में पानी दे
00:11:52
दे दिया के
00:11:55
तेरे
00:11:57
तेरे हो
00:12:00
उतर
00:12:03
केनिया आ से हम तो 10 पराठे खाएंगे
00:12:08
कितना बड़ा पेट है तेरा खा लेगा 10 हा खा
00:12:11
लेंगे जा पहले लकड़ी
00:12:18
ले पराठा बना रही हो अम्मा
00:12:22
हा तुम्हारे लिए पराठा बना रहे है तुम
00:12:25
हमसे रूठी थी ना रूठी नहीं थे अमा बकुल
00:12:29
नहीं रूटे
00:12:35
[संगीत]
00:12:41
थे पहला पराठा तो हम खाएंगे
00:12:46
दीदी बड़ी है
00:12:49
ना और वैसे भी कल हमने उसे मारा था तो
00:12:52
पहला पराठा दीदी को ही मिलेगा तभी तुम
00:12:55
पराठा बना रही हो तुम ना दीदी को रोज मारा
00:12:58
करो रोज पराठे बनाया करो चल हट हम क्यों
00:13:01
मारेंगे अपने लाड़ो
00:13:09
को ले
00:13:12
खा हमें रोज मारती हो तो कुछ नहीं दीदी को
00:13:16
एक दिन मार दिया तो पराठा तुम और बाबू
00:13:18
दीदी को ज्यादा लाड करते हो हमारा
00:13:23
नहीं क्या बकरा है रे तुम तो हमारी लाडले
00:13:27
हो तो जब पहले हम आए तो पहला पराठा दीदी
00:13:30
को क्यों
00:13:31
दिया वो क्या है ना राजा
00:13:34
बेटा दीदी तो चली जाएगी
00:13:37
ससुराल तो तुम ही तो हमारे पास रहोगे ना
00:13:41
और वैसे भी जाने वाले को खिला पिला कर
00:13:43
विदा करते
00:13:44
हैं उसके बाद तुम कमा कमा कर लाना और फिर
00:13:47
हम दोनों मां बेटे रोज पराठा खाया करेंगे
00:13:50
क्यों नहीं हमें तो यही वाला पराठा
00:13:53
चाहिए खा भस ले
00:13:59
[संगीत]
00:14:06
इसके बात का बुरा मत मान यह तो है ही जड़
00:14:11
मूरख दिन भर ढोर की तरह घूमता रहता
00:14:14
है स्कूल चला जाएगा तो गंगा नहा
00:14:18
आंगी इतना लटा है कि बहन के मुंह में एक
00:14:21
कोर तक जाते नहीं देख सकता
00:14:30
दीदी को चाहे दो पराठे दो या तीन हम तो
00:14:33
पेट भर के खाएंगे
00:14:36
[संगीत]
00:14:39
देख बेटा वो क्या है ना ज्यादा पराठे खाने
00:14:43
से ना टट्टी आने लगती है जिनको खाने की
00:14:46
आदत है उनकी बात कुछ और है पराठे हैं वो
00:14:49
भी गेहूं के हजम करने के लिए ना पोलाद का
00:14:53
पेट
00:14:54
चाहिए दोदो ही मिलेंगे और वैसे भी बाबू भी
00:14:58
तो खाएंगे ना
00:15:10
[संगीत]
00:15:14
फिर दीदी को दे दिया हमने भी खान दिया था
00:15:18
ना कच्चा ही दे दू क्या सिक जाए तभी तो
00:15:21
दूंगी ना चुप बैठ अभी
00:15:28
[संगीत]
00:15:31
जब हमें कोई चाहता ही नहीं है तो हमें
00:15:33
भगवान अपने पास क्यों नहीं बुला
00:15:36
लेता कहां से सीखा यह सब अ ऐसी बात की ना
00:15:40
तो गरम गरम चिमटा तेरे जबान पर धर देंगे
00:15:43
भगवान के बुलाने के लिए ही तो हड्डिया खटा
00:15:45
खटा कर पाल रहे तुझे
00:16:02
[संगीत]
00:16:10
[संगीत]
00:16:20
[प्रशंसा]
00:16:22
[संगीत]
00:16:27
[संगीत]
00:16:34
[संगीत]
00:16:40
और दू ना हमें बस
00:16:43
और दो ना और दो अभी पेट नहीं भरा है अभी
00:16:47
हम और खाएंगे बेटा जीभ की खवाई पेट नहीं
00:16:50
हटने देती अपने पेट की समाई देख यह देखो
00:16:54
ना बिल्कुल खाली है
00:17:02
मेरे छोटे से बच्चे का छोटा सा पराठा
00:17:08
[संगीत]
00:17:27
[संगीत]
00:17:35
एक छोटा सा
00:17:37
पराठा जाता हैय
00:17:44
बताऊ बहुत शैतान हो गया है
00:18:01
आटा तो बचा है एक और बना दो
00:18:06
ना अभी नहीं खाएंगे कल सवेरे के लिए रख
00:18:12
देंगे हम इतने बड़े नहीं कि नाश्ता करा के
00:18:15
स्कूल
00:18:17
भेजे दो जून की रोटी मिल जाए वही बहुत
00:18:25
[संगीत]
00:18:45
सुन
00:18:47
य बिट्टू को मत
00:18:52
बताना सोचा था तेरे बाबू को भर पेट खिला
00:18:57
देंगे पर अब उनकी खुराक क
00:19:01
रही चार ही खाले वही भी होते है
00:19:14
[प्रशंसा]
00:19:41
[संगीत]
00:19:47
[संगीत]
00:19:57
[संगीत]
00:20:03
[संगीत]
00:20:13
[संगीत]
00:20:33
बड़ी देर कर दी आने में कहां रह गए थे अरे
00:20:38
वो मुरारी बाबू की साइकिल ठीक करने लगे
00:20:42
उसी में देर हो
00:20:44
गई बच्चों ने खा
00:20:47
लिया दोनों बड़े ही खुश थे बिटटू तो नाचने
00:20:52
ही लगा सारे दोस्तों में बोला आया कि आज
00:20:54
उसने पराठा खाया है आ
00:21:00
चार पराठे रखे तुम्हारे लिए पेट भर
00:21:05
जाएगा तुमने खा लिया कि
00:21:09
नहीं आज सुबह से हमारा पेट कुछ भारी भारी
00:21:13
सा लग रहा
00:21:14
है सब्जी का रस्सा पी लिया है एक खा लो
00:21:18
तुम रात हो गई है नहीं तुम खा और वैसे भी
00:21:23
बड़े दिनों बाद जो खा रहे हो खा
00:21:42
[संगीत]
00:22:19
मेरा पराठा तूने खाया उठ मेरा पराठा तूने
00:22:23
खाया बोलता क्यों नहीं तूने खाया मेरा
00:22:25
पराठा बोल बोल तूने खाया मेरा पराठा बता
00:22:28
पराठा खा गया बोल तूने खाया बोल दीदी भूख
00:22:33
लगी थी तू भी तो कभी लायक कर रोज हम ही
00:22:36
खिलाए क्या क्यों खाया मेरा पराठा क्यों
00:22:39
खाया मेरा पराठा क्यों खाया क्यों खाया
00:22:41
मेरा पराठा क्यों खाया क्यों बोल क्यों
00:22:44
खाया मेरा पराठा क्यों खोया
00:22:47
क्यों क्यों खोया बोल क्यों खाया मेरा
00:22:50
पराठा तने क्यों खाया मेरा पराठ तू खाया
00:22:53
मेरा पराठ तू खाया बोल क्यों
00:23:08
अरे इतना मार का रही
00:23:23
है क्या किया ये
00:23:35
[संगीत]
00:24:37
[संगीत]