ریاست مدینہ اور معاہدات
Resumo
TLDRیہ ویڈیو اسلامی تاریخ اور مدینہ کی ریاست کے قیام کے بارے میں ہے۔ اس میں بتایا گیا ہے کہ کس طرح نبی محمد صلی اللہ علیہ وسلم نے مدینہ میں ایک مضبوط معاشرتی نظام قائم کیا، جہاں مسلمانوں اور غیر مسلموں کے حقوق کا خیال رکھا گیا۔ ویڈیو میں یہ بھی ذکر ہے کہ مدینہ کی ریاست نے ایک مثالی معاشرتی ڈھانچہ فراہم کیا، جو آج بھی رہنمائی کے طور پر پیش کیا جا سکتا ہے۔
Conclusões
- 📜 مدینہ کی ریاست کا قیام نبی محمد صلی اللہ علیہ وسلم کے ذریعے ہوا۔
- 🤝 مسلمانوں اور غیر مسلموں کے حقوق کا خیال رکھا گیا۔
- 🏛️ مدینہ کی ریاست کا نظام حکومت مثالی تھا۔
- ⚖️ معاشرتی انصاف کی پاسداری کی گئی۔
- 🌍 مدینہ کی ریاست نے ایک مضبوط معاشرتی ڈھانچہ فراہم کیا۔
Linha do tempo
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پہلا حصہ: ویڈیو میں اللہ کی عظمت اور اس کی رحمت کا ذکر کیا گیا ہے۔ اس کے بعد، اجمیر کی مشہور و معروف شخصیتوں اور ان کی اہمیت پر بات کی گئی ہے۔ اس میں یہ بھی بتایا گیا ہے کہ کس طرح ایک مضبوط معاشرہ تشکیل دیا جا سکتا ہے۔
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دوسرا حصہ: معاشرتی مسائل اور ان کے حل پر توجہ دی گئی ہے۔ یہ بتایا گیا ہے کہ ایک معاشرہ بغیر کسی مسئلے کے کمزور ہوتا ہے اور اس کی بنیاد مضبوط ہونی چاہیے۔
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تیسرا حصہ: مدینہ کی ریاست کی بنیاد اور اس کی مضبوطی پر بات کی گئی ہے۔ یہ وضاحت کی گئی ہے کہ کس طرح نبی کریم صلی اللہ علیہ وسلم نے ایک مضبوط معاشرتی نظام قائم کیا۔
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چوتھا حصہ: مدینہ کی ریاست کی مثال دیتے ہوئے یہ بتایا گیا ہے کہ کس طرح مختلف قبائل کے درمیان اتحاد قائم کیا گیا۔ اس میں یہ بھی ذکر کیا گیا ہے کہ یہ اتحاد کس طرح ایک مضبوط معاشرتی نظام کی تشکیل میں مددگار ثابت ہوا۔
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پانچواں حصہ: مدینہ کی ریاست میں مختلف مذاہب کے لوگوں کے حقوق اور ان کے ساتھ برابری کے سلوک پر بات کی گئی ہے۔ یہ وضاحت کی گئی ہے کہ کس طرح ایک مضبوط معاشرتی نظام میں سب کو شامل کیا جا سکتا ہے۔
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چھٹا حصہ: مدینہ کی ریاست کی مثال دیتے ہوئے یہ بتایا گیا ہے کہ کس طرح ایک مضبوط معاشرتی نظام کی تشکیل کی جا سکتی ہے۔ اس میں یہ بھی ذکر کیا گیا ہے کہ کس طرح مختلف قبائل کے درمیان اتحاد قائم کیا گیا۔
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ساتواں حصہ: مدینہ کی ریاست کی مثال دیتے ہوئے یہ بتایا گیا ہے کہ کس طرح ایک مضبوط معاشرتی نظام کی تشکیل کی جا سکتی ہے۔ اس میں یہ بھی ذکر کیا گیا ہے کہ کس طرح مختلف قبائل کے درمیان اتحاد قائم کیا گیا۔
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آٹھواں حصہ: ویڈیو کے آخر میں یہ بات کی گئی ہے کہ کس طرح مدینہ کی ریاست کی مثال کو سامنے رکھتے ہوئے آج کے معاشرتی مسائل کا حل نکالا جا سکتا ہے۔
Mapa mental
Vídeo de perguntas e respostas
مدینہ کی ریاست کا قیام کب ہوا؟
مدینہ کی ریاست کا قیام نبی محمد صلی اللہ علیہ وسلم کے مدینہ تشریف لانے کے بعد ہوا۔
مدینہ کی ریاست میں مسلمانوں اور غیر مسلموں کے حقوق کا کیا خیال رکھا گیا؟
مدینہ کی ریاست میں مسلمانوں اور غیر مسلموں کے حقوق کا خاص خیال رکھا گیا، اور ان کے درمیان ایک معاہدہ کیا گیا۔
مدینہ کی ریاست کی خصوصیات کیا تھیں؟
مدینہ کی ریاست کی خصوصیات میں معاشرتی انصاف، حقوق کی پاسداری، اور مختلف قبائل کے درمیان اتحاد شامل تھے۔
مدینہ کی ریاست کا نظام حکومت کیسا تھا؟
مدینہ کی ریاست کا نظام حکومت ایک مثالی نظام تھا جس میں نبی محمد صلی اللہ علیہ وسلم کی قیادت میں فیصلے کیے جاتے تھے۔
مدینہ کی ریاست کا معاشرتی نظام کیسا تھا؟
مدینہ کی ریاست کا معاشرتی نظام مضبوط اور منظم تھا، جہاں ہر فرد کے حقوق کا خیال رکھا جاتا تھا۔
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- 00:00:00है और बिल्लाहे मिनस सहित और अजीम
- 00:00:01बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम या यह हलवा
- 00:00:05चिंतामणि कुन्नू अनुसार अल्लाह ही कम आप
- 00:00:07और अईसन उमरिया मलिल्हारी जी नमन अंसारी
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- 00:00:15मैं सदा कलह जिम
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- 00:01:13के हिसाब से बारिश चालू है
- 00:01:16है और वह माल उनके लिए भी है जिन्होंने इन
- 00:01:20से पहले यहीं मदीना में घर और विमान हासिल
- 00:01:23कर रखा है जो उनके पास वतन छोड़ कर आता है
- 00:01:27उससे मोहब्बत करते हैं और अपने सीनों में
- 00:01:30उसके निप्पल को खर्च नहीं पाते जो महाजन
- 00:01:34को दिया जाए वह अपनी जांघों पर तरजीह देते
- 00:01:37हैं अगर से उन पर फिदा हो और जो अपने न
- 00:01:41फैलाने से बचाया जाए बस वही लोग कामयाब है
- 00:01:47जो हमारा आज का मौजू
- 00:01:51एक रियासत या मदीना का क्या काम
- 00:01:54हैं और मैदान है
- 00:01:57हुआ है
- 00:02:01कि इससे पहले भी हमने मुझे सिर्फ
- 00:02:04लेक्चरर्स में इस बात को समझा
- 00:02:06हूं कि किसी भी समाज की सुशील मोहित पर
- 00:02:11होती है
- 00:02:12है जो समाज बगैर मुद्दा खड़ा होता है
- 00:02:17कि वह बहुत ही कमज़ोर समाज होता है
- 00:02:21है जिसको जोर-जबरदस्ती पर तो बनाया जा
- 00:02:24सकता है लेकिन जूही एक मुसल्लत कूवत उसके
- 00:02:27ऊपर से हटती है
- 00:02:30कि वह माछरा एकदम धड़ाम से नीचे आ जाता है
- 00:02:34की रियासतें मदीना
- 00:02:37है कि अ सांस
- 00:02:39मैं इतनी कमज़ोर नहीं है
- 00:02:42कि वह एक बहुत मजबूत रियासत है जिसकी
- 00:02:45बुनियाद बहुत ही उम्दा रखी गई मजबूत किस्म
- 00:02:50के मुर्शिदाबाद टाइम किए गए
- 00:02:53तो यही बुनियादी वजह है कि हजूर है कम
- 00:02:56सदाशिवम ने जिस रियासत की बुनियाद रखी
- 00:03:01कि वह आपके दुनिया के चले जाने के बाद
- 00:03:04मस्जिद तरक्की करती है
- 00:03:07कि आपके जा अनुसार सहाबा उस उनके अमल को
- 00:03:12आगे बढ़ाते हैं
- 00:03:15है वह दूसरे कम सल्लम की रखी गई उन्हीं
- 00:03:17मजबूत बुनियादों पर
- 00:03:20कि चलाते रास्ता तामील करते हैं
- 00:03:24कि एक मजबूत समाज वेलकम ई समाज बनाते हैं
- 00:03:28है जो पूरी दुनिया के लिए मॉडल बन जाता है
- 00:03:32है यानी शत्रुघ्न मध्यक्रम सल्लम का दौर
- 00:03:36और हफ्ते रास्ता का दौर यह एक मॉडल है एक
- 00:03:41नमूना है
- 00:03:43कि जो 1,000 साल तक दुनिया में अपनी
- 00:03:46हुकूमत रखता है
- 00:03:49हैं और फिर उसके बाद
- 00:03:54और आज भी इस मॉडल को पेश नजर रख कर
- 00:03:56[संगीत]
- 00:03:58कि कोई भी दिन फिकर की एहसास पर
- 00:04:01एक अगल का निजाम कायम करना चाहे तो वह
- 00:04:04नमूना हमेशा उसके सामने रहेगा
- 00:04:09कि बुनियादी चीज है
- 00:04:12कि महज मुसलमानों की हकूमत नहीं
- 00:04:16है बल्कि दिनी फिकर कि अ सांस पर अलका
- 00:04:19निदा भी हो
- 00:04:21कि वह मुसलमान अपनी फिगर की एहसास पर लाना
- 00:04:25निजाम काम करें
- 00:04:27कि मुसलमानों की है कौन से तो दुनिया में
- 00:04:29मौजूद है भी रही भी लेकिन सवाल यह है कि
- 00:04:33वहां पुरानी फिकर की एहसास बदल का निदान
- 00:04:36मौजूद था या नहीं था उसका मांगना
- 00:04:41कि इस बार उन्हें दूसरे कम समय सनम और
- 00:04:44खिलाफ से राज्य के दौड़ से किया जाएगा
- 00:04:47आज के जो अल्प वहां मुझे यह था खैर तो वह
- 00:04:51बदल उस नमूने पर बनने वाली रियासत में
- 00:04:54मुझे असर है या नहीं है दृढ़
- 00:04:57कि बुनियादी बकरे की है कि रिया स्थिति व
- 00:05:01खास से तामीर मुद्दा से तामीर होती हैं
- 00:05:04मिसालों से तामीर होती हैं
- 00:05:07को चढ़ाते हम यह देखते हैं कि अ सूर्य कम
- 00:05:10सलम
- 00:05:12कि जब मदीना तसरीफ लाए
- 00:05:16है तो आपने यहां पर
- 00:05:20को क्या मुंह के बाद
- 00:05:25और सुनाओ 3km जो भी मदीना में मौजूद थे
- 00:05:30उनके दरमियान वारदात करवाए हैं
- 00:05:34कि एक मोहन झाला
- 00:05:37का कलमा पढ़ने वालों के दरमियान हुआ यानी
- 00:05:42में मक्का से आए हुए महाजनी
- 00:05:45कि जो दूर है कम चला सनम पर ईमान लाने
- 00:05:48वाले थे
- 00:05:49है और मदीना के अनुसार जो हुजूर-ए-अकरम
- 00:05:54सनम पर ईमान रखते थे
- 00:05:57यो यो हनी एक हाजिर है और एक मुकामी और पर
- 00:06:00रहने वाले मुकामी वाशिंदे हैं
- 00:06:03कि इन दोनों के दरमियान एक मौजूदा यह
- 00:06:06दोनों कलमा पढ़ने वाले और दूसरा मोहन झाला
- 00:06:11इन कलमा पढ़ने वालों और जो दूसरे कबीले
- 00:06:15हैं जो दिनी फिकर को नहीं मानते योर दी
- 00:06:19हैं इस आई हैं कोई भी कबूला
- 00:06:24जी हां वह मछली कीन्हो
- 00:06:27कि जैसे आगे बढ़कर यह पूरे अरब के लोग
- 00:06:30इसमें शामिल होते होंगे
- 00:06:34है तो यह मौजूद लार उन सबके साथ हुए
- 00:06:39मैं तो भाई साहब के मदीना मुसलमानों और
- 00:06:43मदीना के यहूदियों के दरमियान था अ
- 00:06:46है तो यह आता दिनी फिकर पर बनने वाली
- 00:06:50रियासत की सोच में बहुत ज्यादा व्यस्त
- 00:06:54होती है
- 00:06:56कि वह दूसरी कौमों दूसरे फिर को और दूसरे
- 00:07:00मजा है को भी साथ लेकर चलती है
- 00:07:03कि सियासी और मासी हकूक के हवाले से उस
- 00:07:07किसी किस्म की तरीक़ नहीं करती हैं
- 00:07:11को योनि किसी को अकेले की बुनियाद पर उसके
- 00:07:14ऊपर ज़मीन तक नहीं की जा सकती हैं
- 00:07:17का हाल बता जो मोहित को तोड़ेगा अ
- 00:07:21है उसको रियासत कभी कबूल नहीं करती है
- 00:07:23जैसा के बाद में युद्ध होने वाले दांत
- 00:07:25तोड़े
- 00:07:27हैं लेकिन इन उर दाद की बुनियाद मजबूत की
- 00:07:30भर्ती प्
- 00:07:32लिए ब्राह्मी ताल्लुक बढ़ती है
- 00:07:34है जिसमें तमाम मदीना में
- 00:07:38इन सबको एक
- 00:07:42एक लड़ी में पिरोए दिया है
- 00:07:45है और यह तमाम वह रात यह तमाम अमल शक्ति
- 00:07:48और मार्शियन मूत्र कहा सरंजाम पा रहे हैं
- 00:07:52मतदान अवधि में
- 00:07:55है और मस्जिद-ए-नबी वह मस्जिद है
- 00:08:00है जो इस वक्त दुनिया की तमाम मस्जिदों की
- 00:08:03मां है दुनिया की तमाम मस्जिदों में उनकी
- 00:08:07बेटियां हैं
- 00:08:10है तो मस्जिद-ए-नबी रोल मॉडल है
- 00:08:14कि पूरी दुनिया की मस्जिद के लिए अ
- 00:08:18कि यह वह मस्जिद नहीं है जहां पर नमाज
- 00:08:21पढ़ी और उसके बाद उसके ऊपर पहरा लगा दिया
- 00:08:23है उसे बंद कर दिया
- 00:08:26कि यह वह मस्जिद है जहां पर मोक्ष बाद भी
- 00:08:29हुई मिस आदमी हुए जहां पर दुनिया से आने
- 00:08:32वाले व खुद भी ठहरे मुस्लिम कमलों से आने
- 00:08:35वाले भूत भी ठहरे यमन से आने वाले नजरान
- 00:08:38से आने वाले वह खुद भी ठहरे उनके साथ
- 00:08:40मौजूद आज भी हुए माले गनीमत यही पर तसीम
- 00:08:45हुआ माफी मामलात भी यही बोर हुए एक बतौर
- 00:08:48जज फैसले भी यहीं पर हुए यह अदालत भी बने
- 00:08:51यह फौजी हेड क्वार्टर भी बना अ
- 00:08:53कि तमाम शक्ति मामलात की मुशावरत कमरकस भी
- 00:08:56बना यह मस्जिद-ए-नबी का इस माइ किरदार है
- 00:09:02और मस्जिदे मस्जिदें
- 00:09:05कि वह किसी भी मोहल्ले और इलाके का हेड
- 00:09:09क्वार्टर है
- 00:09:11है जहां पर मुसलमानों के तमाम अमूर जो
- 00:09:14उनके हित माई अमूर है वह सरंजाम पाते हैं
- 00:09:18कि आज मस्जिद ने जब मास्टर की खबर गिरी के
- 00:09:20निजाम को छोड़ा तो यही वजह है कि आज
- 00:09:23मस्जिद में को जानने के लिए तैयार नहीं है
- 00:09:27एक नौजवान मस्जिद रुख नहीं करता है
- 00:09:32मैं किसी का बहुत गहरा ताल्लुक है तो वह
- 00:09:35पांच वक्त की नमाज के लिए आ जाता है वह
- 00:09:36उदय ढूंढ लोग वहां रुकते हैं
- 00:09:39है वरना वुमन सूरते हाल यह है कि लोगों ने
- 00:09:42मस्जिद से एक जुमे की नमाज का ताल्लुक काम
- 00:09:45किया है और वह भी कोशिश करते हैं कि खुदा
- 00:09:48हाफिज अरबी खुदा भी हो जाए तो तब नमाज के
- 00:09:51लिए पहुंच जाए थे अ
- 00:09:53की वजह यही है कि आज मस्जिद मा शक्ति
- 00:09:56फार्म आकर कोई प्रोग्राम नहीं दे रही हो
- 00:09:59कि खजूर 116 सनम रे जिस मस्जिद-ए-नबी की
- 00:10:02बुनियाद रखी थी
- 00:10:03कि वह मस्जिद
- 00:10:06कि उस तमाम इलाके का मरकस थी
- 00:10:09कि तमाम बूंद का आना-जाना यहां तक कि गैर
- 00:10:12मुस्लिम बूंद में मस्जिद-ए-नबवी में ही
- 00:10:14काम करते थे
- 00:10:16हैं उनको अपने मामला करने की भी इजाजत
- 00:10:18होती थी
- 00:10:20है तो वह तुम्हारी किरदार जो इस मदीना की
- 00:10:23रियासत में इदारों ने अदा किया उनका
- 00:10:26मुतालिक उनको प्रेशर नजर रखना वह हमारे
- 00:10:30लिए जरूरी है सिर्फ इसी सूरत में ही हम
- 00:10:33दीन की ह की रूपों को समझ सकता सबसे पहला
- 00:10:36मैदा मौजूद और अनुसार के दरमियान मां हाथ
- 00:10:39का हुआ मोहब्बत कहते हैं एक दूसरे का भाई
- 00:10:42बन जाना अरब मैं अपने मुलाकात यानी एक
- 00:10:46दूसरे के अ क जिम्मेदार बन जाना इसका
- 00:10:50निदान पहले से मौजूद था इसको आप एक मोहंती
- 00:10:53भाई भी कह सकते हैं जो अपने तमाम मामलों
- 00:10:56में एक दूसरे के शरीर हो जाते थे
- 00:10:58के बाद जगह पर तो विरासत तक के लेनदेन तक
- 00:11:02के जितने भी मामला आते हैं उनमें भी शरीक
- 00:11:04हो जाते थे तो यह चीजें यह अरब के यहां
- 00:11:08पहले से ही शनासा अरविंद मामला सेशन आफ थे
- 00:11:12यह चीज है वहां पहले से मौजूद थी
- 00:11:15है इसलिए यहां जरूरत पड़ी तो अधूरे काम
- 00:11:18चलाना यह जो महाजन इन जो अपना सब कुछ घायल
- 00:11:22बार कारोबार कमीने सब कुछ छोड़कर आए थे
- 00:11:25अधूरे कमिश्नर ने उन्हें यहां अन हर एक
- 00:11:29अंसारी का भाई बना दिया 45 महजबीन को 45
- 00:11:34अनुसार का मौका ही नहीं बना दिया
- 00:11:37है और इन अनुसार ने भी उनको हक़ की तौर पर
- 00:11:40अपने भाइयों जैसा समझा ऐसा नहीं कि मैं
- 00:11:43आगे रश्मि कोई चीज हुई हो बल्क के अनुसार
- 00:11:48ने आगे बढ़कर अपनी हर चीज पेश कर दी कि यह
- 00:11:53हमारे पास चीजें हैं आप इनको तक सीन कर ले
- 00:11:56किसी के घर किसी के पास मकान था खैर तो
- 00:12:00उन्होंने कहा कि यह आप मेरा मकान लेने आधा
- 00:12:04आपने आधा मैं रखता हूं और इसी तरह किसी के
- 00:12:07पास अगर कोई कारोबार था तो उसने अपने
- 00:12:10कारोबार में उसको हिस्सेदार बनाने की ऑफर
- 00:12:12कि यह तमाम चीजें अनुसार की तरफ से मौजूद
- 00:12:16थी अनुसार ने कहा कि इन्हें हमारे जड़ों
- 00:12:20में हिस्सा दे दिया जाए यह विरासत तक
- 00:12:23सीमित कर दी जाए हम भाइयों के दरमियान
- 00:12:26है लेकिन हजूर है कम सालासर धाम ने इस बात
- 00:12:29को कबूल नहीं किया और ना ही माधुरी ने इस
- 00:12:32बात को कबूल किया था
- 00:12:34आज तक यह पाया कि जो तुम्हारी पैदावार है
- 00:12:37इस पैदावार में इनको हिस्सेदार बनाओ इसकी
- 00:12:41वजह यह भी थी इसमें एक बात यह भी थी कि
- 00:12:44अनुसार जो है वह कष्टकारी जानते थे और महज
- 00:12:47धुंध मक्का के लोगों का ज्यादातर कारोबार
- 00:12:50जा रहा था तो इसलिए उनके लिए जमीनों का
- 00:12:53देना यह भी एक कोई जो है वो मुनासिब या
- 00:12:59फिर उस वक्त के मानचित्रों के तहत रूस अमल
- 00:13:01नहीं था लेकिन आप देखिए कि अनुसार सामान
- 00:13:04है
- 00:13:05कि किस तरह अपनी तमाम ज्यादा दें उनके लिए
- 00:13:09पेश कर दी थी
- 00:13:10कि यह अ की कि हिसार आज कोई अपने भाई के
- 00:13:14लिए भी सगे भाई के लिए यह करने के लिए
- 00:13:16तैयार नहीं और दूसरी तरफ भी देखिए कि
- 00:13:19महाजन ने भी यह नहीं सोचा कि जो मिल रहा
- 00:13:21है वह ले लें बल्कि उन्होंने भी हकीकत को
- 00:13:24सामने रखा है
- 00:13:26है और यही इसी तरह हुआ के हजरत
- 00:13:28अब्दुर्रहमान बिन ऑफ रजि अल्लाह ताला अनु
- 00:13:31के वैद्य-हकीमों हाथ में सात दिन अभी रजि
- 00:13:35अल्लाह ताला अनु थे तो 7 दिन अभी सात दिन
- 00:13:39रवि रजीअल्लाहु अन्हु ने उनसे कहा कि आप
- 00:13:42इस घर में हिस्सा लेने मेरा आधा कारोबार
- 00:13:46लेने मेरी दो बीवियां हैं उनको इनमें से
- 00:13:49एक को तलाक दे देता हूं एक बीवी आप रख लें
- 00:13:53तो आपने उनका शुक्रिया अदा किया और कहा कि
- 00:13:59मुझे बाजार का रास्ता दिखाओ
- 00:14:02कि यह है खुद अंसारी
- 00:14:05मैं यह नहीं कहना व्रत करके आए हैं
- 00:14:08है तो फिर इस नाम से किसी कैंप में पड़े
- 00:14:13रहें यह जी मुजरिम है और फिर मुस्तकिल जी
- 00:14:16हां उनकी कोई मदद का निदान बन जाए को सुबह
- 00:14:19शाम खाने पीने का इंतजाम बनाए और वह पड़े
- 00:14:21रहेंगे नहीं यह तबीयत इन सांबा की नहीं थी
- 00:14:25महज मामलों इकट्ठा करना मालो दौलत के लिए
- 00:14:29जीना मालो दौलत के लिए जिंदगी गुजार न यह
- 00:14:32इन सांबा के पेशंट नजर नहीं था इन यहां
- 00:14:36खुद इन सारी और उसी खुद ने सारी का नतीजा
- 00:14:40था कि एक बेहतरीन सुविधा अनुसार आजाद माछी
- 00:14:44तत्व दूध में आती है जो अपने तमाम मामलात
- 00:14:48और अपने तमाम फैसलों में आजाद है
- 00:14:52कि यहां तक के जब अर्बन नदी रहे हैं मिसाल
- 00:14:56के मदीना क्रश के मोहल्ले से इन हेर आफ
- 00:15:00किया
- 00:15:02है तो फिर उनको उनका इलाका छोड़ने का जब
- 00:15:06हुक्म हुआ तो फिर और उनकी जमीनें
- 00:15:10इस व्रत के कब्जे में आए तो दूर है कौन सा
- 00:15:13अलार्म ने उन जमीनों को बराबर तक शंकर ने
- 00:15:15चाहा तो अनुसार साहब ने कहा कि यार 16 यह
- 00:15:21जमीन हमें नहीं चाहिए आप महाजन भाइयों के
- 00:15:23दरमियान तो सीन करें ताकि यह लोग अपना सब
- 00:15:27कुछ छोड़कर आए हैं आप इन के दरमियान तक
- 00:15:29सीन करें इसी तरह जब बहन की शुरुआत हुई तब
- 00:15:33भी अनुसार था बाबा ने इसी हिसार का मां का
- 00:15:37इजहार किया है
- 00:15:4021 अ शरीर कब मिला था दौरे का मकसद सनम
- 00:15:42उसके उनकी एक आदत के बाद को बहुत ज्यादा
- 00:15:46पसंद करते थे
- 00:15:49कि यह इससे यह में बुनियादी तौर पर दीने
- 00:15:52इस्लाम के सीक्रेट का पता लगता है कि उसकी
- 00:15:54बुनियादी रूप क्या है यह मन का कब मिला था
- 00:15:57इस कबीले के लोग जो खानदान मुसलमान हो गए
- 00:16:01वह मदीना में आकर बस गए और वह तमाम पॉजिशन
- 00:16:05बाद में हिस्सा लिया करते थे जेहाद में
- 00:16:07जाते थे
- 00:16:10हैं इनकी एक आदत थी कि हर एक खानदान अपने
- 00:16:13आमद और हर्ष का खुद जिम्मेदार हो जाता है
- 00:16:15लेकिन अगर
- 00:16:18कि किसी के हाथ कुछ आमदनी में कमी हो जाती
- 00:16:20है मसलन मौसम खत्म हुआ तो फसल खत्म होना
- 00:16:25शुरू हो गई नई फसल अभी आने वाली है तो
- 00:16:28किसी खानदान के यहां किसी घर में तंगी
- 00:16:30पैदा हो गई या सफर में गए और सफर में
- 00:16:34रास्ते में किसी मुसाफिर के पास ज्यादा
- 00:16:36समान है किसी के पास कम तो यह लोग क्या
- 00:16:39करते थे कि तमाम खानदान जो उनके पास रल्ला
- 00:16:43होता था जो भी तो अच्छा होता था जो भी
- 00:16:45चीजें होती थी वही जगह इकट्ठी कर लेते हैं
- 00:16:47और फिर उन तमाम चीजों को उच्चतम उन तमाम
- 00:16:51गले को खाने-पीने की चीजों को फिर दोबारा
- 00:16:53बराबर तक सीमित कर देते हैं यह इनकी आपस
- 00:16:56की हमदर्दी और वह में इत्तेफाक हजूर
- 00:16:59विक्रमशिला सनम को इतना पसंद था कि आप
- 00:17:02भोजन में फरमाया करते थे होम मिनी वाहन
- 00:17:05हूं वह मेरे हैं और मैं उनमें से हूं
- 00:17:09कि यह है दीने इस्लाम की बुनियादी सुपरहिट
- 00:17:12ऐसा नहीं है कि मामलों अ को इकट्ठा कर
- 00:17:15लिया जाए और फिर जो है पुख्ता यू जिंदगी
- 00:17:18गुजारी जाए और दूसरों से लापरवाह हुआ जाए
- 00:17:22ऐसा इस्लाम का कोई सबूत नहीं है जो इस्लाम
- 00:17:27का यह तो सबूत पेश करते हैं दरअसल वह
- 00:17:30सरमायादारी निजाम यानि कैपिटलिज्म जो इस
- 00:17:34वक्त मगर लिए रफेल और उसके मातहत मूल्यों
- 00:17:38के अंदर छाया हुआ जिसके अगले दौर में
- 00:17:41अमेरिका ने जिस की सरपरस्ती की यानि
- 00:17:45ब्रितानी और अमेरिका ने पहले दौर में
- 00:17:48ब्रितानी और अगले दौर में अमरीका ने
- 00:17:49सरपरस्ती कि यह कैपिटलिज्म जो दुनिया में
- 00:17:52छाया हुआ है इसने हम मुसलमानों के जवानों
- 00:17:55को भी उधर मुतास्सिर किया है कि हमारे
- 00:17:57यहां भी सिर्फ शर्मा की दौड़ लग गई कि
- 00:18:00ज्यादा से ज्यादा शरमाया कैसे इकट्ठा करना
- 00:18:02है जिंदगी गुजारने का वाह जरिया शर्मा को
- 00:18:06बना लिया गया जिससे हमारे दरमियान मोसाद
- 00:18:09और आगे हम साथियों की खबर गिरी का निदान
- 00:18:11खत्म हो गया मोहल्ले तारों की खबर गिरी का
- 00:18:13एग्जाम खत्म हो गया शहरों की स्वर्णगिरि
- 00:18:16का निदान होता सर हो गया अब वह इंफ्रा की
- 00:18:19जगह पर तो नजर आता है क्योंकि फिर रूठे
- 00:18:21उसके पास चार पैसे हैं वह कुछ तक सीमित कर
- 00:18:24दे इस तरह की चीजों तो हमें नजर आती हैं
- 00:18:26लेकिन रियासत के हवाले से इष्ट माई हवाले
- 00:18:30से हमें यह चीजें कहीं नजर नहीं आती तो एक
- 00:18:33यह वह मां हाथ है जो मुसलमानों के दरमियान
- 00:18:36कलमा पढ़ने वालों के दरमियान जो हुए
- 00:18:41मैं इसी तरह मिसाल के मदीना का मुताला हम
- 00:18:44करें तो यह मुस्लिम जमात और गैर मुस्लिम
- 00:18:48कपल के दरमियान मारता है
- 00:18:50कि यह मौजूदा कुरेश और एयरसेल में फेस्टिव
- 00:18:55आदत का ऐलान है मदीना में एक तो फ्रेश
- 00:18:59महजबीन यानि मुसलमान और हजरत वह भी
- 00:19:02मुसलमान और उसके बाद बनू कुरैज़ा बरूंधन
- 00:19:05मकान का
- 00:19:07कि यह यूं तो मिले थे इन तमाम कबीलों के
- 00:19:11दरमियान माद्दा होता है और यह पूरा पहले
- 00:19:14यह सब यह सियासी वारदात में जुड़ जाता है
- 00:19:17और हथौड़े कमर्शियल असलम को बतौर हाकी में
- 00:19:21रियासत रियासतें मदीना तस्लीम कर लिया
- 00:19:24जाता है और तमाम फैसलों की आखिरी हद एनी
- 00:19:29सबसे टॉप पर फैसला करने की कूवत और ताकत
- 00:19:34हजूरे कंसल असलम के पास आती है आपको फैसल
- 00:19:39मान लिया जाता है कि जहां पर इन कबीलों के
- 00:19:44दरमियान किसी किस्म का तनाव या पैदा होगा
- 00:19:47तो हुजूरे अकरम सल्लल्लाहो सल्लम उसका
- 00:19:50फैसला करेंगे
- 00:19:52कि आगे जाकर हम इसकी तसला पढेंगे लेकिन
- 00:19:55यहां पर एक बात और समझने की है कि आज
- 00:19:58हमारे मास्टर में हजूर विक्रमशिला सनम
- 00:20:02कि के हदीस पढ़ते वक्त इस वक्त नजर रखना
- 00:20:07जरूरी है कि हजूर है कम सल्ला वसल्लम ने
- 00:20:09कोई भी हुकम किस हैसियत से दिया आप सल्लम
- 00:20:15की बहुत ही असलियतें हैं आपने भी हैं आप
- 00:20:19ग्रसित के श्रॉफ है आप फौज केसरपुरा है
- 00:20:23सिपाहसालार हैं आप एक खानदान के सरबराह है
- 00:20:28आप जज हैं आप एक अदृश्य केसरपुरा है यानी
- 00:20:33एक रियासत के जितने ितमाही अमूर हैं वह
- 00:20:37तमाम आप की तरफ जाते हैं तो आप सल्ला
- 00:20:41वसल्लम रख कोई भी हो कम किस तनावपूर्ण और
- 00:20:44किस हैसियत में है इसको समझना जरूरी है आज
- 00:20:48हम बहुत सारे मामलात को शक्ति मामला समझ
- 00:20:51बैठे यह बस हुकम हमें दे दिया गया और हमने
- 00:20:53शुभम पर अमल करना है तो आप देखिए कि
- 00:20:56हुजूर-ए-अकरम साला सनम बहुत सी मामलात में
- 00:20:59मक्खी जिंदगी में ऐसे हक मात नहीं दे तो
- 00:21:02इसकी वजह यह है कि आपके पास रियासत नहीं
- 00:21:04आप किसी रियासत के हाकिम नहीं है आपके
- 00:21:07सांभर प्रसिद्ध डूबा आपके आपके साथ ही हमे
- 00:21:11सलूक किया गया आप पर तो शक डूबा
- 00:21:15की तारीफ के अंदर आपको लहूलुहान कर दिया
- 00:21:17गया तो वहां यह फैसले इसलिए नजर नहीं आते
- 00:21:20हैं कि वहां पर याद का काम नहीं है
- 00:21:23है तो रियासत के काम के बाद हजूरे कम
- 00:21:26सल्लम के तम्मा कामार्थ बतौर हाकी में
- 00:21:30रियासत से मदीना
- 00:21:32हैं तो इसलिए एक रियासत के हाकिम के तौर
- 00:21:35पर फैसलों को जानना यह जरूरी है इस हैसियत
- 00:21:39को सामने रखना यह जोड़ी और लाभ एनिमल है
- 00:21:44कि अगर हमेशा के मदीना का बुनियादी मकसद
- 00:21:47उसका थीम सामने रखें
- 00:21:49है तो वह यह आता है कि आप अपने
- 00:21:55है और मुकामी बहनों के हकों को फ्रांस का
- 00:21:58टाइम यानी मुसलमानों और यहां के जो बशिंदे
- 00:22:02हैं मदीना के उनके हक ऊर्फ राज्य का कानून
- 00:22:05है
- 00:22:06कि माधुरी ने मक्का के लिए वतन और उनकी
- 00:22:10रहस्य का और उनके खाने-पीने का इंतजाम शहर
- 00:22:14के यह मुस्लिम अब और खासकर यहूदियों से
- 00:22:16समझोता शहर की सियासी तंजीम और फौजी
- 00:22:20मुजफ्फर का एक तमाम कुरैशी मक्का से
- 00:22:23मार्जिन को पहुंचे हुए जानी और माली
- 00:22:25नुकसान हाथ का बदला यह एक पूरा प्रोग्राम
- 00:22:29हमारे सामने आता है जो किसी भी रियासत की
- 00:22:34रहनुमाई का बुनियादी जो है वह प्रोग्राम
- 00:22:38बनता है इसको इस तनाव दोनों ने पड़ने से
- 00:22:41हमारे सामने सीरत का ए कस्टमर पहलू आता है
- 00:22:44तो इसी गुप्ता नजर से कि आज हम अपने मार्श
- 00:22:48ने की तस्वीर में इनमें से एक इन नमूनों
- 00:22:50में रहनुमाई ले सकते हैं क्योंकि हमारा
- 00:22:52खुद अपना दावा है और पुराने हमें घुम दिया
- 00:22:55है कि हुजूर-ए-अकरम सनम की सूरत में हमारे
- 00:22:58लिए बेहतरीन नमूना यहां पर हम इस आकर
- 00:23:01मदीना के चांद यह मुकेश को जरा बाहर फैसला
- 00:23:06लेंगे
- 00:23:06में उनका मुकाबला करेंगे
- 00:23:08कि आप इस मामले में यह लिखते हैं कि यह
- 00:23:13हुकमनामा है नबी और अल्लाह के रसूल
- 00:23:17मोहम्मद सल्ला वसल्लम का प्रवेश और पहले
- 00:23:21यह मन पहले यश हमने से ईमान और इस्लाम
- 00:23:24लाने वालों और उन लोगों के मां बेंजो उनके
- 00:23:27ताबूत और उनके साथ शामिल हो जाएं और इनके
- 00:23:31हमरा जंग में हिस्सा लें
- 00:23:34है यानि अल्लाह के रसूल और यह सब के
- 00:23:37मुसलमानों
- 00:23:39है और जो लोग इनके तांबे आ गए जिन्होंने
- 00:23:42इनकी तवा कबूल कर ली और वह लोग जो जंग में
- 00:23:47भी इनके साथ शामिल हो
- 00:23:49कि वह इस यह हुकमनामा उनके लिए यह निशान
- 00:23:53है मदीना उनके लिए दूसरी बात तमाम लोगों
- 00:23:58के बिल मुकाबिल इनकी अलाहिदा सियासी
- 00:24:01वारदात होगी
- 00:24:02कि यह को मत होंगे अरबी में जो लफ्ज़
- 00:24:05इस्तेमाल किया गया उम्मत उन वाहिदा उनका
- 00:24:07लव यह सवाल किया गया कि यह तमाम लोग जितने
- 00:24:10भी कबीले इस मोहल्ले के अंदर शामिल होंगे
- 00:24:13इनकी अलहदा सियासी बाधित होगी यानी इनके
- 00:24:17अलावा बाकी जो अरब है उस अब तमाम अरब के
- 00:24:20मुकाबले में इस मिस आकर मदीना में आने
- 00:24:23वाले लोग एक उन्नत बन जाएंगे 186 इबादत
- 00:24:26में प्रवेश जाएंगे
- 00:24:28और तीसरी चीज यह के कैमरे से इज्जत करके
- 00:24:31आने वाले हैं
- 00:24:32मैं अपने जिम्मेदार होंगे
- 00:24:35है यानी वह जो मौजूद हीरो करके आए हैं
- 00:24:38कुरैशी वह अपने मामला के खुद जिम्मेदार है
- 00:24:43यानि जो उनके रिश्ते मामला से अ
- 00:24:45कि वह अपना फोन बाहर मिल कर दिया करेंगे
- 00:24:48यानि उनके ऊपर कोई ऐसा कि सास का मसला यह
- 00:24:52तो और मसाला होता है तो वह मिलकर अदा
- 00:24:55करेंगे
- 00:24:56मैं अपने हां के कैदी को खुद प्रिया देकर
- 00:24:59छोड़ेंगे अगर उनका कुछ कैदी बन गया तो वह
- 00:25:01अपना खुद निधियां देकर अपने उसकी कमाई नजर
- 00:25:05से अ
- 00:25:06और फिर या देकर छोड़ देंगे ताकि ईमान
- 00:25:09वालों का ब्राह्मी बर्ताव ने की और इंसाफ
- 00:25:11का हो या नीम आश्रय के अंदर इसको आगे
- 00:25:16बढ़ाने के लिए यह सोच लेना के लोगों को ने
- 00:25:19कर दिया जाए बस इससे मामला हल नहीं होता
- 00:25:21बल्कि उनके दरमियान वाले मामला का होना यह
- 00:25:26सोसायटी को मजबूत करता है इसके बगैर
- 00:25:29सोसायटियां मुंतशिर और कमजोर तो सेट यह
- 00:25:31होती है कि वहां से मिसालें मदीना से यह
- 00:25:34रहनुमाई लेना यह बहुत जरूरी है ताकि एक हम
- 00:25:38पुरअमन मार्च रात अ स्किल दे सकूं निशाकर
- 00:25:40मदीना के
- 00:25:43यह पॉइंट नंबर 2 से लेकर आठ तक यानि इसकी
- 00:25:47जो शिकार नंबर 2 से लेकर आठ तक है उसमें
- 00:25:50बनी ऑफ बनिहार इस बनी हजरत बनी साधा बनी
- 00:25:55अमर बिना ऑफ वंडर्स पे के मुतालिक गुफ्तगू
- 00:26:01की गई है वहीं गुफ़्तगू नंबर में नौवें
- 00:26:04दशक में
- 00:26:06में बनी बॉक्स के मुताबिक कही गई है
- 00:26:10हैं जो हम यहां सामने पड़ सकते हैं
- 00:26:14है कि नामी सीख और यह दो से लेकर आठ तक
- 00:26:18पायल के नाम के अलावा सब चीजें एक जैसी
- 00:26:21हैं बनी है रस में यह लिखा है कि बर्निंग
- 00:26:25और अपने म जिम्मेदारी पर होंगे यहीं अपने
- 00:26:28मोहल्ले पर होंगे और हंसमुख अपने खून बहा
- 00:26:33बहा मिल कर दिया करेंगे
- 00:26:36हैं और अगर वह अपने हाथ के कैदी को बुद्धि
- 00:26:39विद्या देकर छुड़ाया का या
- 00:26:42है और हर गिरोह अपने हां के कैदी को खुद
- 00:26:45सीरियल देख छुड़ाएगा ताकि ईमान वालों का
- 00:26:47ब्राह्मी बर्ताव ने की ओर इंसाफ का हो तो
- 00:26:51यह भी वादे कर दी गई कि जिस तरह यह लोग
- 00:26:55अपने खून बहा यानी कि जो दिए देनी पड़ती
- 00:26:57थी तो वह पहले जैसे मिलकर आधार करते थे
- 00:27:00उसी तरफ भी अदा करेंगे और जैसे पहले अपने
- 00:27:03कैदियों को छुड़ाने के लिए फिर या देते थे
- 00:27:07है तो इसी तरह अब भी वह इसी तरह उसकी कीमत
- 00:27:10उसका फिर दिया जो भी तय हो जाएगा वह देंगे
- 00:27:19का निशान के मदीना के 10 11 और 12 आर्टिकल
- 00:27:24में इस बात की तरह यह बात तय की गई तो
- 00:27:29विमान वाले किसी कर्जे के बोझ से दबे हुए
- 00:27:32को मदद दिए बगैर न छोड़ेंगे अ
- 00:27:35कि यह इसमें यह तय किया गया कि अगर उनके
- 00:27:38कबीले का कोई फर्क बुद्ध कर्ज तले दबा हुआ
- 00:27:40होगा तो वह बाकी कबीले के लोग उसकी मदद
- 00:27:44करेंगे उसको ऐसे ही नहीं छोड़ देंगे और यह
- 00:27:48एक ही तुम्हारी निभाने की अलामत होता है
- 00:27:50इसी तरह
- 00:27:53कि कोई मोमेंट किसी दूसरे मोमेंट को यानी
- 00:27:57मौजूदा थी भाई से खुद मौजूद एंब्रायडरी
- 00:28:00नहीं पैदा करेगा
- 00:28:02कि अगले दशक में इस बात को बाध्य किया गया
- 00:28:04चोर तक यह मान वालों के हाथ हाथ के खिलाफ
- 00:28:08उठेंगे जो उनमें सरकशी करें या इस साल
- 00:28:12जरुर करना चाहिए या गुना या जुर्म का
- 00:28:16छिड़काव करें या इमान वालों में फंसा
- 00:28:19फैलाना चाहिए और उनके हाथ सब मिलकर ऐसे
- 00:28:22शख्स के खिलाफ उठेंगे हां उनमें से किसी
- 00:28:25का बेटा ही क्यों न हो फिर बार में सीख
- 00:28:28में इस बात को बाध्य किया गया चोर कोई
- 00:28:30ईमान वाला किसी विमान वाले को किसी का फल
- 00:28:33के बदले खतरनाक करेगा और ना किसी को रेफर
- 00:28:36कि किसी विमान वाले के खिलाफ मदद करेगा आ
- 00:28:39कि अब यह सारे मायदार इंक्वायरी के
- 00:28:42दरमियान तहत पा रहे हैं
- 00:28:46के दिन में युद्ध भी शामिल हैं और मुसलमान
- 00:28:49भी शामिल हैं मिसाल के मदीना के तेरे
- 00:28:52नुक्ते में इस बात का उल्लेख किया गया कि
- 00:28:55खुदा का जिम्मा एक ही है इनका अधीन फर्ज
- 00:28:59भी किसी को पनार देखकर सब पर प्रबंध कर
- 00:29:01सकेगा विमान वाले अब हम भाई-भाई हैं सारे
- 00:29:05दुनिया के लोगों के मुकाबिल यानी अगर
- 00:29:10कि मुसलमानों का कोई आम फर्ज भी
- 00:29:13कि किसी को बना देते तो सब पर पनदित कर
- 00:29:16सकेगा कि वह उसकी तनाव में आए हुए फर्ज को
- 00:29:20कबूल करें उस किस प्रणव को कबूल करें चिकन
- 00:29:23नंबर 14 में है और यह जो में से जो हमारी
- 00:29:26तवा करेगा तो उसे मदद और अनुसार बाद हासिल
- 00:29:29होगी यानी उसे भी हुआ उसके साथ भी तांबूल
- 00:29:32किया जाएगा और वह अपने तमाम मामलात में
- 00:29:35इसी स्टेटस पर होगा उसके साथ बराबरी का
- 00:29:38सलूक होगा नाम पर ज़ुल्म किया जाय गा ना
- 00:29:41उनके खिलाफ किसी को मदद दी जाएगी इसी तरह
- 00:29:4415वीं सीड में यह बात बाद में की गई को
- 00:29:46रिमांड वालों की सुविधा एक ही होगी अल्लाह
- 00:29:49की राह में लड़ाई हो तो कोई ईमान वाला
- 00:29:51किसी दूसरे विमान वाले को छोड़कर सुरा
- 00:29:53नहीं करेगा जब तक कि इन सब के लिए बराबर
- 00:29:56और ऐसा ना हो यानि स्मार्ट crde में शामिल
- 00:29:59सब लोगों की सुनो भी एक होगी और उनकी जंग
- 00:30:02भी एक होगी कोई किसी के दुश्मन का दोष
- 00:30:05नहीं होगा सब के दरमियान एक वायदे पर अमल
- 00:30:10होगा अ
- 00:30:12इस सिक नंबर 16 में उन तमाम टुकड़ियों को
- 00:30:15जो हमारे हम राजन करें वह मनोबल मनोबल
- 00:30:17छुट्टी दिलवाई जाएगी 1761 में है और विमान
- 00:30:21वाले व हम इस चीज का इंतकाम लेंगे जो
- 00:30:23खुदाई राह में उनके खून को पहुंचे थे
- 00:30:31मैं इसी तरह 18वीं सीड में विश्वास को
- 00:30:33बाध्य किया गया कि अब शुभा मुताबिक विमान
- 00:30:35वाले सबसे अच्छी और सबसे सीधे रास्ते पर
- 00:30:37हैं इसी का दूसरा हिस्सा है यह के कोई
- 00:30:41मछली की हर मुस्लिम रैयत सुरेश की जान व
- 00:30:43माल को कोई बना देगा और ना इसमें इस मसले
- 00:30:46में किसी मोमिन के आड़े आएगा 19 विश्व में
- 00:30:51यह बात बातें की गई और जोश किसी मोमिन को
- 00:30:53अमन कत्ल करें और सबूत पेश हो तो इससे के
- 00:30:57साथ लिया जाएगा बजे इसके के मुधोल काबली
- 00:31:01खून बहा पर राजी हो गए और तमाम विमान वाले
- 00:31:03इसकी तमिल के लिए रखेंगे और इसके सिवाय
- 00:31:05कोई और चीज नहीं होगी यानी किसी ने किसी
- 00:31:09मोमिन को कत्ल कर दिया और सबूत पेश हो गए
- 00:31:13तो आप उसे हिसाब लिया जाएगा या फिर यह के
- 00:31:16उसका खून बहा दिया जाएगा चेक नंबर 20 और
- 00:31:19किसी ईमान वाले के लिए जो इस तुर अमर शहीद
- 00:31:22से के मजाक की तमिल का इकरार कर चुका और
- 00:31:25खुदा और यह में आश्रित परिमाला चुका हो यह
- 00:31:28बात ज्यादा होगी कि किसी का तिलिस्म
- 00:31:31क्लिक करें या उसे पनाह दे और दो इसे मदद
- 00:31:34देगा को तो क्या मत के दिन उस पर खुदा की
- 00:31:36लाभकारी होंगे और इससे कोई रकम या मौजूदा
- 00:31:40कबूलना होगा तो
- 00:31:45मैं हमेशा के मदीना के शेक नंबर 21 में इस
- 00:31:50चीज को बाध्य किया गया कि अगर नुमांइदे
- 00:31:53वाले लोगों में किसी किस्म का इस तरफ होगा
- 00:31:56तो यह इस बारे में खुदाई शुरू करेंगे
- 00:31:59मोहम्मद सल्ला वसल्लम से रज्जू करेंगे
- 00:32:02खुदा से रिमूव करने का मतलब यह कि जो
- 00:32:04अल्लाह की तरफ से वहीं हर्षित हुई जो
- 00:32:07क़ुरआने हकीम के अ का मत है उनकी रोशनी
- 00:32:09में फैसला किया जाएगा और इसका फैसला
- 00:32:12मोहम्मद सल्ला वसल्लम जो साहिब शरीयत है
- 00:32:15यह फैसला वह करेंगे हम उनका फैसला हाथ में
- 00:32:18फैसला होगा
- 00:32:20मैं इसी तरह की अवधि 22 में सीख में इस
- 00:32:23बात को बाध्य किया गया यह उस वक्त तक
- 00:32:25मोमिन के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त करते
- 00:32:27रहेंगे जब तक वह मिलकर जब करते रहे तो
- 00:32:31इसमें में बनी ऑफ के यहूदी मोमिन के साथ
- 00:32:34एक सियासी वजूद तस्लीम किया जाए जाते हैं
- 00:32:37योगियों को उनका दिन और मुसलमानों का उनका
- 00:32:40दिन मवाली होंगे असर हां जो जुलम यह चिकनी
- 00:32:43का छिड़काव करें तो उसकी या जाति घराने के
- 00:32:46सिवाय कोई मुसीबत में नहीं पड़ेगा यानी अब
- 00:32:50इन लोगों के दरमियान मुद्दा हो गया अब इन
- 00:32:52मुर्शिदाबाद में से कोई एक अलग अलग से
- 00:32:56किसी गरम कर देगा आप करता है तो वह उसका
- 00:33:00जुर्म सिर्फ उसी को भुगतना होगा उसकी जो
- 00:33:03अगर वह जाति धरम है तो उसकी जात को या
- 00:33:06उसका घराना इस मुसीबत बढ़ेगा पूरे कबीले
- 00:33:09पर उसका उससे उसका ग्रह कोई बदलाव नहीं
- 00:33:12लिया जाएगा इसी तरह 24 निवेशक में है कि
- 00:33:15बनी मजार के योद्धाओं को भी वही हासिल हों
- 00:33:18वहीं कुछ हासिल होंगे जो बनी ऑफ के को
- 00:33:20इस विषय में भी यही बात बाद में की गई
- 00:33:23ज्योतिष में बनी ऑफर कर दिया गया वहीं हक
- 00:33:2724 में बनी नजारे को और 25 विश्व में बनी
- 00:33:30हार इसको ग्राहक तय कर दिया गया अब यह जो
- 00:33:35जो भी यह मैदान हो रहे हैं जो जो कबीले
- 00:33:38शामिल हो रहे हैं मुसलिम औकात में तो उनको
- 00:33:42इन वारदात का हिस्सा बनाया जा रहा है
- 00:33:45झाल सीट नंबर 26 27 28 29 30 31 32 में भी
- 00:33:52युद्ध के मुताबिक पायल को उनके हक हकूक
- 00:33:56पिछले के मुताबिक मुदईयन कर देंगे इस हां
- 00:33:59वह युद्ध की अपनी शाखाओं ब्राह्राण शिक्षा
- 00:34:03हो या उसके दिल्ली किसी कबीले की शाखाओं
- 00:34:06उन सबके हुए जो है वह उसी तरह मुदईयन कर
- 00:34:09देंगे जैसे वर्क यहूदियों के निशान के
- 00:34:12मदीना की 34 विषय में इस बात को बाध्य कर
- 00:34:16दिया गया और यह कैन में से कोई भी मोहम्मद
- 00:34:18सल्ला वसल्लम की इजाजत के बगैर फौजी
- 00:34:21कार्रवाई के लिए नहीं निकलेगा यह नीचे
- 00:34:24उनका फैसला
- 00:34:26कि वह सुप्रीम कमांडर रियासतें मदीना की
- 00:34:30सबसे सुप्रीम अथॉरिटी हजरत मोहम्मद
- 00:34:32सल्लल्लाहो सल्लम करेंगे इसी तरह 34 देश
- 00:34:36में कहा गया कि अब किसी मार जख्म का बदला
- 00:34:38लेने में कोई रुकावट नहीं डाली जाएगी और
- 00:34:41जो खून रे जी करें तो उसकी जॉब उसका घराना
- 00:34:44जिम्मेदार होगा वरना सलाम होगा और खुदा
- 00:34:47उसके साथ है जो इस दस्तुर नंबर किस ज्यादा
- 00:34:50से ज्यादा व फंसना तमिल करें यानि मिश्रा
- 00:34:52के मदीना की तामील करने वाले के साथ
- 00:34:54अल्लाह की मदद होगी 33 की शिकायत में कहा
- 00:34:59गया और यहूदियों पर उनके खर्चे का बार
- 00:35:01होगा और मुसलमानों पर उनके खर्चे का 35 की
- 00:35:05संख्या में लिखा गया और जो कोई दस्तूर
- 00:35:07वालों से जंग करें तो उन यहूदियों और
- 00:35:09मुसलमानों में व हम इन दो अमल में लाएगी
- 00:35:11और इन्हें बाहर मोशन मशवरा और वही खाई
- 00:35:17होगी और व खुशबू आ रही होगी ना कैप्सिकम
- 00:35:20ली यानी उम्दा तरीके से मुशावरत होगी और
- 00:35:23बाहरी हम होंगी होगी और वह शायरी
- 00:35:26अच्छी तरह टिप्पणी नहीं की जाएगी इसी तरह
- 00:35:29से एक नंबर 36 में बांट दिया गया और यह जो
- 00:35:32इस वक्त तक मोमिन के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त
- 00:35:34करते रहेंगे जब तक के वह मिलकर जंग लड़ते
- 00:35:37रहे हैं
- 00:35:4116 नंबर 37 इस बात का बाध्य कर दिया गया
- 00:35:45है और यह सब का जो ऑफ यानि मैदान जो
- 00:35:49पहाड़ों से घिरा हुआ हो घिरा हुआ है इस
- 00:35:51जरूर बालों के लिए गरम और मुकद्दस मुकाम
- 00:35:53होगा यह वह इलाका था जो मदीना के मरकज
- 00:35:58मदीना का मरकज इलाका तथा शहरी इलाका था और
- 00:36:01बाकी कर्व आयल इसके इर्द-गिर्द जो है वह
- 00:36:03बात है तो यह सब के इस शहरी इस दरमियान
- 00:36:07इलाके को चारों चारों तरफ से पहाड़ों से
- 00:36:10घिरा हुआ है इसको एक मुकद्दस जगह के तौर
- 00:36:13पर मान लिया गया चेक नंबर 786 में यह बात
- 00:36:16कही गई कि पनाह गज़ीनो से वही बर्ताव होगा
- 00:36:19जो असल प्रणाम दादा के साथ ना उसको जरा
- 00:36:22पहुंचाया जाएगा ना अखा ना खुद वह ऐसा नहीं
- 00:36:25करेगा यानी अगर कोई किसी को बना देता है
- 00:36:28तो फिर उसके साथ भी अच्छा सलूक होगा जो
- 00:36:32असल प्रावधानों के साथ है तो उसको किसी
- 00:36:35किस्म का नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा और
- 00:36:36ना ही को मौजूदा थोड़ा जाएगा 39 विश्व में
- 00:36:39है और किसी अपने गांव में
- 00:36:41अपने बालों की इजाजत के बगैर किसी को पता
- 00:36:43नहीं दी जाएगी या नहीं जहांपनाह दी जा रही
- 00:36:46है वहां का इतना ही नरम के इलाकों में यह
- 00:36:49बात आएगी उसकी इजाजत के बगैर यह नामुमकिन
- 00:36:51नहीं दी जाएगी इसी तरह चेक नंबर
- 00:36:56140 है और यह के इस दस्तूर बालों में जो
- 00:37:00कोई अ तक यह अनुमान हो जिससे फसाद का डर
- 00:37:03हो तो उसे खुद और खुदा के रसूल मोहम्मद
- 00:37:05असलम सिरजू किया जाएगा और खुदा हुस्न के
- 00:37:09साथ है जो स्तर के मदार जात की ज्यादा से
- 00:37:11ज्यादा इतिहास और ज्यादा से ज्यादा
- 00:37:13वफादारी की साथ शामिल करें इस किताब ने
- 00:37:17शिक्षक है और कुरैशी को कोई सूचना नहीं दी
- 00:37:20जाएगी ना उसको जो उन्हें मदद दे या नमक
- 00:37:23वालों के साथ वाजै फर्क कर दिया गया कि
- 00:37:27उन्होंने क्योंकि वह जालिम है और जालिम के
- 00:37:30साथ किसी किस्म का माद्दा नहीं हो सकता अब
- 00:37:34यहां देखिए कि मक्का के लोग भी काफिर है
- 00:37:39मदीना के लोग भी काफ़िर हैं मक्का वालों
- 00:37:42के साथ वायदा नहीं हो सकता इसलिए वह अंतिम
- 00:37:45है मदीना वालों के साथ माद्दा है इसलिए कि
- 00:37:48वह इस मुद्दे के अंदर शामिल होंने कोई
- 00:37:51जुर्म नहीं किया हां जब अगले भक्तों में
- 00:37:53इन्हीं कबीलों ने जुलम का छिडकाव किया
- 00:37:56तलाशने की वारदात को तोड़ा तो फिर इनके
- 00:38:00साथ में निपटा गया है
- 00:38:03का निशान के मदीना की सीट नंबर 42 में
- 00:38:08वाले किया गया और इसमें बहुत मदद रही होगी
- 00:38:10यानी एक दूसरे की मदद करेंगे युद्ध और
- 00:38:13मुसलमान अगर कोई अशरफ पर टूट पड़े या नहीं
- 00:38:16यह सब के इलाके पर कोई हमला करता है तो
- 00:38:19फिर यहूदियों और मुसलमानों में बा हम एक
- 00:38:23दूसरे की मदद करेंगे 11 नंबर 43 के
- 00:38:26अध्यक्ष में है कि अगर इनको 2016 में
- 00:38:28मजबूत किया जाए तो वह भी सुनो करेंगे और
- 00:38:31इसमें शरीक रहेंगे अगर वह किसी ऐसे अमर के
- 00:38:33लिए बुलाएं तो मोमिन का भी फायदा होगा कि
- 00:38:36उनके साथ ऐसा ही करें बावजूद इसके के कोई
- 00:38:38नहीं जान करें यानि इनकी सुनो भी एक और
- 00:38:44उसमें सब शरीक होंगे तो
- 00:38:4716 नंबर 43 के जूस भी में है हर घरों में
- 00:38:51उसी रख कि मुझे ऑफिस आएगी जो उसके बिल
- 00:38:55मुकाबिल हो सीट नंबर 44 और कबीरा उसके
- 00:39:00यहूदियों के मोब को बिल्लियों के असल एनी
- 00:39:05वह किसी की सरपरस्ती करें या खुद फ़सलों
- 00:39:07वहीं रुक हासिल होंगे जो इससे पूर्व वालों
- 00:39:10को और भी खूबसूरत बालों के साथ खाली समय
- 00:39:12सारणी का बर्ताव करें और वह शादी होगी ना
- 00:39:16कह सके कि जो जैसा करेगा वह खुद ही भरे का
- 00:39:19युद्घ उसके साथ है जो इस तुर्की मदरजात की
- 00:39:22जबर्दस्त ताकत और ज्यादा वफादारी के साथ
- 00:39:25शामिल करें ठीक नंबर 45 और यह हुकमनामा
- 00:39:29किसी जॉइनिंग यह अपशगुन क्या बनाएगा और
- 00:39:32जजमेंट और निकले तो भी अमन का मुताबिक
- 00:39:34होगा और रोज मदीने में बैठ रहे तो अभी अमन
- 00:39:37का गुस्सा ही होगा वरना जुलम और है सीखनी
- 00:39:40होगी या नहीं किसी जालिम के खिलाफ अगर कोई
- 00:39:43जंग होती है तो अब अगर कोई जंग के लिए साथ
- 00:39:47मिलकर
- 00:39:47मिलता है तो दृश्य और अगर कोई उनके खिलाफ
- 00:39:52निकलता है तो यह हमला बर्दाश्त नहीं होगा
- 00:39:54यह जुल्म और मोहिता सीखनी होगी हां वह
- 00:39:56बैठा रहे और खुदा भी उसका निगेहबान है जो
- 00:40:00वफ़ा शायरी और हत्या हाथ से तमिल ऐड करें
- 00:40:03और अल्लाह का रसूल मोहम्मद भी सल्ला
- 00:40:05वसल्लम जिन पर खुदा की तवज्जो और सलामती
- 00:40:08है यह है वह विशाख जो यह सब के इस इलाके
- 00:40:12में रहने वाले तमाम कवायदों के दरमियान
- 00:40:15हुआ और इस निशान को ने मदीना के अंदर एक
- 00:40:19मुस्तकिल सिस्टम कैंप कर दिया एक रियासत
- 00:40:21कैंप कर दी एक मुक्त मतदान निजाम बना दिए
- 00:40:24उधर या सब्सक्राइब कर दी इसी लिए इसको
- 00:40:27मदीना करार दिया गया यह सब था यह सब का
- 00:40:31माना बिराना है एक ऐसा इलाका है जहां वह
- 00:40:33बाय आती हूं लेकिन जब हजूर एकं सद् सनम
- 00:40:36यहां में साथ करवाया इसको एक ब्राह्मण शहर
- 00:40:39बनाया इसके इसके इसमें रिटर्न महिला एक हो
- 00:40:43गया तो अब यहां के रहने वालों के लिए एक
- 00:40:46मदीना बन गया मदीना कह
- 00:40:47वो इलाका है जहां एक तमद्दुन मौजूद हो इसे
- 00:40:51मॉर्गन है इसी से शहरीयत निकला है तो हमें
- 00:40:56इस तंत्र में यह जानना है कि दीन-ए-इस्लाम
- 00:40:59दरअसल अपना एक मुकम्मल इंतजाम रखता है वो
- 00:41:02अपना पूरा व्यवस्थित ढांचा रखता है वह महज
- 00:41:05किसी फिर के कि हुकूमत नहीं चाहता बल्कि
- 00:41:08वह बल्कि हुकूमत जाता है इस अगर की हकूमत
- 00:41:11के लिए उसके साथ कोई भी मजहब वाला तांबूल
- 00:41:14करें वह इसके साथ मिलकर अपना व्यक्ति
- 00:41:17निरंतर स्किल देता है हां अगले भक्तों में
- 00:41:20जब मक्का और मदीना की हत्या हो गई कि यह
- 00:41:24दिए इस्लाम का मरकज है तो फिर यह तय कर
- 00:41:27दिया गया कि इस जर्सी राहुल अरब से जो है
- 00:41:31वह दो नेहरा को मुशरेकीन को निकाल दिया
- 00:41:34जाए यानि वह मरकरी हेड क्वार्टर जहां पर
- 00:41:38इस फिकर का बुनियादी मरकज है वहां पर किसी
- 00:41:42और को रहने की इजाजत नहीं होगी अगले
- 00:41:45भक्तों में तहत किया गया था
- 00:41:47है और यह दुनिया का हर दोस्त दूर करता है
- 00:41:49कि जहां पर उस फिकर का मरकज होता है वह उस
- 00:41:53मरकज में किसी दूसरे को बर्दाश्त नहीं
- 00:41:55करता अब आप देखेंगे कि इराक में आज भी गैर
- 00:41:59मुस्लिम मौजूद है और खिलाफ से रास्ता के
- 00:42:01दौर में भी मौजूद रहे यानि इस जजीरा सुलभ
- 00:42:04के इलावा यह जो है जहां का इलाका है इस
- 00:42:07हिसाब के इलाके के बाहिर तमाम गैर मुस्लिम
- 00:42:10मौजूद उस जमाने में भी थे बाद में भी रहे
- 00:42:13फुफेरा दिन के दौर में भी रहे और आज तक
- 00:42:16मौजूद है यह जितना भी और धन का इलाका है
- 00:42:20इराक का इलाका है यह उनका इलाका है शाम के
- 00:42:23इलाके हैं इन फॉर्म इलाकों में जो है वह
- 00:42:26गैर मुस्लिम मौजूद रहे सिर्फ एग्जाम के
- 00:42:29इलाके में इस बात को मुदईयन कर दिया गया
- 00:42:31यह इस दिन फिर का मरकज इलाका है तो दिन
- 00:42:35फिकर का जो मरकज होता है उसे खाविस रहना
- 00:42:39चाहिए वहां पर किसी दूसरे फिकर की गुंजाइश
- 00:42:43नहीं होती लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि
- 00:42:45दीन-ए-इस्लाम जो है वह किसी दूसरे
- 00:42:47क्विक को मतलब को के साथ नहीं चल सकता
- 00:42:50वहां की पूरी दुनिया के अंदर एक हज़ार साल
- 00:42:53तक उसने उसकी हुकूमत रही तो उसने खुद पूरी
- 00:42:56दुनिया के अंदर तमाम जो गैर दूसरे फिर के
- 00:42:59थे उनके हक का फैसला किया है
- مدینہ
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