6 May 2025 | The Hindu Newspaper Analysis | 6 May 2025 Current Affairs | 7th May Mock Drill

00:53:05
https://www.youtube.com/watch?v=IXz6KLrm0wE

Summary

TLDRIn this video, Deepak Yadav provides a detailed analysis of the May 6, 2025 edition of The Hindu newspaper. Key topics include the Home Ministry's directive for civil defense drills in response to recent terrorist attacks, the international support for India following the Pulwama attack, and the alarming rise in rabies cases among children. The discussion also touches on the environmental impact of artificial intelligence, particularly the energy consumption and carbon emissions associated with AI technologies. Additionally, the video reflects on the historical context of Maharashtra and Gujarat's statehood, emphasizing the linguistic movements that led to their separation in 1960.

Takeaways

  • 📰 Daily news analysis from The Hindu.
  • 🚨 Civil defense drills ordered for May 7, 2025.
  • 🌍 International support for India post-Pulwama attack.
  • 🐶 Rising rabies cases in children prompt regulatory changes.
  • 💡 Environmental costs of AI technologies discussed.
  • 📜 Historical context of Maharashtra and Gujarat's formation.

Timeline

  • 00:00:00 - 00:05:00

    The video begins with an introduction to the daily news analysis of The Hindu newspaper for May 6, 2025, by Deepak Yadav. He encourages viewers to download the PDF of the lecture from his Telegram channel.

  • 00:05:00 - 00:10:00

    The first important article discusses the Home Ministry's directive for civil defense drills to be conducted on May 7, 2025, in response to a recent terrorist attack in Pahalgam, highlighting the significance of civilian preparedness.

  • 00:10:00 - 00:15:00

    The second headline links to international relations, detailing the support India received from global leaders, including Vladimir Putin, following the Pahalgam attack by Pakistani terrorists.

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    The third update addresses a health issue regarding rabies cases in children, prompting Kerala to call for changes in animal birth control rules due to increasing rabies incidents despite vaccination efforts.

  • 00:20:00 - 00:25:00

    The fourth article discusses the environmental costs of artificial intelligence, emphasizing the energy consumption of AI models and their impact on climate change, suggesting the development of small modular reactors as a solution.

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    The fifth update focuses on the National Register of Citizens (NRC) in Assam, criticizing the deportation of non-citizens and its implications on constitutional principles.

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    The sixth article commemorates Maharashtra Day and Gujarat Day, explaining the historical context of statehood granted to these regions based on linguistic movements.

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    The seventh segment elaborates on the significance of the civil defense drills scheduled for May 7, linking it to the deteriorating relations with Pakistan and the need for preparedness against potential attacks.

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    The eighth update highlights the ongoing military discussions in India regarding defense strategies and the importance of readiness in light of recent tensions with Pakistan.

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    The ninth article discusses the historical context of the Maharashtra and Gujarat states' formation, emphasizing the linguistic basis for their establishment and the ongoing relevance of such movements in India's political landscape.

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Video Q&A

  • What is the significance of the civil defense drills mentioned in the video?

    The civil defense drills are important for preparing civilians for potential war situations, especially in light of recent terrorist attacks.

  • What recent event prompted international support for India?

    The Pulwama attack on April 22, 2025, led to global support for India against terrorism.

  • What health issue is highlighted in the news?

    There has been an increase in rabies cases in children, prompting calls for changes in animal birth control regulations.

  • What environmental concern is raised regarding artificial intelligence?

    The video discusses the significant energy costs and carbon emissions associated with the use of AI technologies.

  • What historical context is provided regarding Maharashtra and Gujarat?

    The video explains the formation of Maharashtra and Gujarat as separate states based on linguistic movements in 1960.

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    हाय गाइस एंड वेलकम बैक टू दी चैनल दीपक
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    यादव एजुकेशन। वेलकम टू द डेली हिंदू
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    न्यूज़ एंड एडिटोरियल एनालिसिस ऑफ सिक्स्थ
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    ऑफ मई 2025। तो गाइस आज है तारीख 6 मई
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    2025 और है ट्यूसडे। देखेंगे आज के द
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    हिंदू कंप्लीट न्यूज़पेपर को। कंप्लीट
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    न्यूज़पेपर को एनालाइज़ करेंगे। बट लेक्चर
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    में आगे बढ़ने से पहले अगर आपको इस लेक्चर
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    का पीडीएफ चाहिए तो क्या करना है? सबसे
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    पहले डाउनलोड करना है Telegram। देन उसके
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    बाद जाके सर्च बॉक्स में टाइप करना दीपक
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    यादव एजुकेशन पीडीएफ। आपको यह Telegram
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    चैनल मिल जाएगा। यहां से आप इस लेक्चर के
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    पीडीएफ डॉक्यूमेंट्स को डाउनलोड कर पाओगे।
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    नाउ हमेशा की तरह हम लोग अपने लेक्चर को
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    एक मैप के क्वेश्चन के साथ स्टार्ट
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    करेंगे। तो आज आप सभी को मैप में जाकर
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    देखना है। जापान को कहां पर है एग्जैक्टली
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    लोकेटेड? इसको अच्छे से मैप में देखना।
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    देन उसके बाद आकर नीचे कमेंट सेक्शन में
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    टाइप करना जिससे कि आप लोग इसको लंबे समय
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    तक याद रख पाओगे। तो चलिए शुभारंभ करते
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    हैं और चलते हैं सबसे पहले आज के थंबनेल
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    वाले इंपॉर्टेंट आर्टिकल की तरफ। तो
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    दोस्तों सबसे पहले हम लोग यहां पर बात
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    करते हैं टॉप हेडलाइंस के बारे में यानी
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    कि आज के न्यूज़ पेपर के अंदर में
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    क्या-क्या चीजें हैं जो कि हमको डिटेल से
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    कवर करनी है। पहला ही आर्टिकल पेज नंबर वन
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    पे जीएस पेपर नंबर थ्री डिफेंस एंड
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    सिक्योरिटी के पॉइंट ऑफ व्यू से
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    इंपॉर्टेंट है। तो हमारे गृह मंत्रालय ने
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    राज्यों को अलग-अलग राज्यों को यहां पर यह
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    ऑर्डर दिया है कि वह कल यानी 7 मई को
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    सिविल डिफेंस ड्रिल्स को कंडक्ट करेंगे।
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    जिसको हम लोग यहां पर मॉक ड्रिल्स का नाम
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    भी देते हैं। जैसे यहां पर होता है ना कि
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    भाई एक वॉर का सिचुएशन बनता है तो उस
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    दौरान यहां पर सिविलियंस को क्या-क्या
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    करना होगा वो सब चीजें इसके अंदर में
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    सिखाई जाने वाली है। ऐसा ही यहां पे
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    दोस्तों मॉक ड्रिल हुआ था लास्ट टाइम 1971
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    में। तो 1971 के बाद में पहली बार हम देख
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    पा रहे हैं कि वापस से 2025 में यह जो मॉक
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    ड्रिल्स है इसकी तैयारी हो रही है जो कि
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    कल यह कंडक्ट किया जाएगा। फिर उसके बाद जो
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    दूसरी हेडलाइन है आज की बहुत ही ज्यादा
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    काम की है। अगेन पेज नंबर वन पर है जीएस
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    पेपर नंबर टू आईआर से आप इसको लिंक कर
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    सकते हैं। जो आपने यहां पे मॉकड्रिल के
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    बारे में अभी आर्टिकल पढ़ा यह सब क्यों हो
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    रहा है? रीजन है दोस्तों 22 अप्रैल को हुआ
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    पहलगाम अटैक जहां पे पाकिस्तानी
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    आतंकवादियों ने आकर पहलगाम टूरिस्ट के ऊपर
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    में निहत्त लोगों के ऊपर में वह गोलियां
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    चलाई। देन इसी दौरान दोस्तों यहां पर
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    दुनिया भर का पूरा सपोर्ट इंडिया के प्रति
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    देखने को मिलेगा इस आतंकवाद के खिलाफ और
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    इसी के अगर हम रिस्पेक्ट में बात करेंगे
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    तो व्लादमीर पुतिन ने प्राइम मिनिस्टर
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    नरेंद्र मोदी जी के साथ में कॉल पर बातचीत
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    की है कल जिसके दौरान यहां पे इन्होंने
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    बोला है कि जो भी इंडिया के साथ में हुआ
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    है यह बहुत गलत हुआ है और इस टेरर के
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    अगेंस्ट में पूरा रशिया भारत के साथ खड़ा
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    है। देन उसके बाद में तीसरा इंपॉर्टेंट जो
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    यहां पर न्यूज़ अपडेट है वह है पेज नंबर
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    फोर पे जीएस पेपर नंबर टू हेल्थ के साथ
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    में आप इसको लिंक कर सकते हैं। जैसे आज से
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    कुछ दिनों पहले मैंने आपको बताया था कि एक
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    छ साल की बच्ची है जिसकी डेथ हो गई है
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    कुत्ते के काटने की वजह से उसके बॉडी में
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    रेबीज फैल गया था। भले ही उसने यहां पर
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    वैक्सीनेशन ले लिया था। उसके बावजूद भी।
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    फिर एक और केस निकल कर आता है एक और छोटी
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    सी बच्ची का जो यहां पर सात साल की है और
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    अगेन बिल्कुल सिमिलर केस है। उसको एंटी
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    रेबीज वैक्सीनेशन दे दिया गया था। लेकिन
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    रेबीज फिर भी फैल गया उसके बॉडी में जिसकी
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    वजह से उसकी डेथ हो जाती है और ऐसे केसेस
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    लगातार इनक्रीस हो रहे हैं। जिसकी वजह से
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    केरला ने मांग की है एबीसी रूल्स के अंदर
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    में चेंज करने की। एबीसी क्या है? यह है
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    एनिमल बर्थ कंट्रोल। तो यह नियम में क्या
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    बदलाव करने की बात हो रही है? समझेंगे इस
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    पूरे लेक्चर के अंदर में। फिर एक और
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    हेडलाइन है बहुत काम की। पेज नंबर 10 पे
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    है जीएस पेपर नंबर थ्री साइंस और
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    एनवायरमेंट दोनों के साथ में लिंक करेंगे।
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    एडिटोरियल है आज का जहां पे बात हो रही है
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    कि आप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जिसके अंदर
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    चैट जीपीटी या वगैरह-वगैरह और भी एआई
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    मॉडल्स का इस्तेमाल करते हैं तो उन एआई
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    मॉडल्स को यूज़ करने के पीछे का जो कॉस्ट
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    है ना वह बहुत ज्यादा बड़ा है। एक तो पैसे
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    का कॉस्ट भी है। दूसरा यहां पर
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    एनवायरमेंटल कॉस्ट की बात की जा रही है।
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    एनवायरमेंट को हम कितना नुकसान पहुंचा रहे
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    हैं एआई का यूज़ करके। इसका स्यूशन भी यहां
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    पर आर्टिकल में राइटर ने डिस्कस किया है।
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    देन उसके बाद अगला जो अपडेट है यह भी पेज
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    नंबर 11 से है। जीएस पेपर नंबर टू पॉलिटी
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    से लिंक करेंगे। यहां पर मेंशन किया जा
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    रहा है असम के एनआरसी के बारे में। असम के
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    अंदर में वेरियस लोगों को नॉन सिटीजन यहां
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    पर डिक्लेअर किया गया कि वो भारत के
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    नागरिक नहीं है। कुछ को वहां से डिपोर्ट
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    भी किया गया। राइटर कहते हैं यह जो
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    डिपोर्टेशन यहां पर किया जा रहा है वह
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    बिल्कुल भी सही नहीं है। और यह डिपोर्टेशन
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    जो हुआ है यह रूल ऑफ लॉ के अगेंस्ट में
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    साथ ही साथ में संवैधानिक जितने भी यहां
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    पर सिद्धांत हैं यानी कॉन्स्टिट्यूशनल
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    प्रिंसिपल्स उसके अगेंस्ट में है। यह कैसे
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    है अगेंस्ट में इसको भी यहां पे हम डिस्कस
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    करेंगे। फिर उसके बाद दोस्तों पेज नंबर 13
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    पे एक और टॉपिक है। जीएस पेपर नंबर टू
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    पॉलिटी से लिंक करेंगे। रिसेंटली यहां पे
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    हमारा फर्स्ट ऑफ मई की तारीख निकली है। तो
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    हर साल 1960 के बाद हम लोग 1 मई को
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    महाराष्ट्र डे भी दोस्तों ऑब्जर्व करते
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    हैं। याद रखिएगा। महाराष्ट्र डे के
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    साथ-साथ यहां पर गुजरात डे को भी ऑब्जर्व
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    किया जाता है। तो महाराष्ट्र डे गुजरात डे
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    क्या है? हम लोग बात करेंगे। दोनों को किस
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    तरीके से यह राज्य का दर्जा दिया गया और
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    वह भी ऑब्वियसली लिंग्विस्टिक मूवमेंट के
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    आधार पे। यानी लैंग्वेज यानी जो भाषा के
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    आधार पर मूवमेंट चला जिसके बाद में इन
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    दोनों को ही अलग-अलग दर्जा मिलता है। यह
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    भी डिस्कशन यहां पर इसमें होने वाला है।
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    और भी बहुत सारे इंपॉर्टेंट डिटेल्स नोट्स
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    ये सब कुछ डिस्कस करेंगे। यह तो यहां पर
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    आपकी जो मेजर अपडेट्स हैं वो सब मैंने इस
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    पूरे के पूरे इंडेक्स के अंदर में या टॉप
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    हेडलाइंस के अंदर में आपको शो कर दिया है।
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    चलिए अब आते हैं आज की सबसे पहली और
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    इंपॉर्टेंट खबर की तरफ। यहां पर क्या
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    मेंशन किया जा रहा है? तो जैसे मैंने आपको
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    बताया होम मिनिस्ट्री ने बहुत सारे
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    स्टेट्स को यह डायरेक्शन दिया है कि वह
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    सिविल डिफेंस रिल्स कंडक्ट करेंगे। कब
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    कंडक्ट करेंगे? कल यानी कि 7 मई को। यह
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    सिविल डिफेंस रसल्स क्यों कंडक्ट किया जा
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    रहा है? क्योंकि रिसेंटली 22 अप्रैल को
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    आपको पता है पहलगाम के अंदर में यह अटैक
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    होता है। पाकिस्तान की साइड से जो
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    आतंकवादी है वह इंडिया में एंटर करते हैं
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    और पहलगाम के अंदर में टूरिस्ट के ऊपर में
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    वह हमला करते हैं। ठीक है? जिसके बाद
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    लगातार जो रिलेशंस है वो खराब होते चले
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    गए। रिलेशंस खराब होते कैसे चले गए?
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    इंडिया ने थोड़ा बहुत रिस्पांस लिया है।
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    जैसे कि इंडिया की साइड से अगर आप देख
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    पाओगे कुछ मेजर स्टेप्स उठाए गए हैं। मेजर
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    स्टेप्स में जैसे इंडस वाटर ट्रीटी का
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    सस्पेंशन करना यह एक मेन स्टेप था। उसके
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    अलावा जो वीजा कैंसिलेशन है। है ना? अभी
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    रिसेंटली आपको पता है कि इंडिया के जो
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    पोर्ट्स हैं वहां पर पाकिस्तान का कोई भी
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    शिप नहीं आ सकता। जिसके ऊपर यहां पर
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    पाकिस्तान का झंडा है उसको भी हम इजाजत
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    नहीं देंगे कि वो हमारे पोर्ट में आए और
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    अपने जहाज को डॉक करें। ठीक है? तो वो
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    यहां पे डॉक भी नहीं कर सकता। यानी वहां
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    पर खड़ा नहीं कर सकता। हमारे पोर्ट का
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    इस्तेमाल नहीं कर सकता। यह सब चीजें यहां
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    पर हुई हैं। तो मेजर अपडेट्स यहां पे
  • 00:06:14
    पिछले कुछ समय पर हो रही थी। इंतजार लोग
  • 00:06:16
    कर रहे थे कि भ यहां पे कब इंडिया
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    रिटाैलिएशन लेगा? इंडिया रिटाैलिएशन शुरू
  • 00:06:20
    से ले ही रहा है। कैसे? अपने डिप्लोमेटिक
  • 00:06:23
    मेजर से वही इंडस वाटर ट्रीटी सस्पेंशन और
  • 00:06:25
    भी वेरियस डिप्लोमेटिक स्टेप्स को उठाना।
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    ठीक है? अब यहां पर क्या हो रहा है?
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    धीरे-धीरे करके कुछ मेजर अपडेट्स और आ रही
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    हैं। जैसे फॉर एग्जांपल रिसेंटली
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    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने एक बड़ी
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    मीटिंग की जिसमें यहां पर एयर चीफ मार्शल,
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    हमारे डिफेंस मिनिस्टर ठीक है? एयरफोर्स
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    मिनिस्टर सभी यहां पर प्रेजेंट थे। फिर
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    उसके बाद में आप देख पाओगे बड़े-बड़े
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    स्टेटमेंट आ रहे हैं। फॉर एग्जांपल डिफेंस
  • 00:06:47
    मिनिस्टर राजनाथ सिंह जी की साइड से यहां
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    पर मेंशन किया जा रहा है। जो आप चाहते हैं
  • 00:06:51
    आपको मिलेगा। ठीक है? तो बेसिकली यहां पर
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    लोग क्या चाहते हैं यह आप सभी को पता है
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    और लोगों की डिमांड बस खाली यहां पर यही
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    है कि यह जो बदला है इसको जल्द से जल्द
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    लिया जाए। अब दोस्तों इसी के लिए तैयारी
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    हो रही है जो मॉक ड्रिल्स हैं यह मॉक
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    ड्रिल कल बुधवार यानी कि 7 मई को शुरू
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    होने वाले हैं और यह मॉक ड्रिल लगभग उसके
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    अगले दिन फ्राइडे तक चलेगा। ठीक है? तो
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    यहां पर आप देख पाएंगे यह मॉक ड्रिल्स कब
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    से शुरू होंगे? कल वेडनेसडे से फ्राइडे तक
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    चलेंगे। गवर्नमेंट ऑफिशियल्स का यहां पर
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    यह डाटा है। इस मॉक ड्रिल में एग्जैक्टली
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    क्या होगा? इस मॉक ड्रिल के अंदर में
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    सिखाया जाएगा। यानी कि आप कह सकते हैं
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    बताया जाएगा कि अगर इस तरीके से अटैक होता
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    है तो हमें यहां पर क्या-क्या करना होगा?
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    जैसे आप पहले से ही मॉक टेस्ट देते हैं,
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    प्रैक्टिस करते हैं। उसी प्रकार की
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    प्रैक्टिस यहां पर पहले से होने वाली है।
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    जैसे मैंने आपको बताया 1971 1971 में जब
  • 00:07:39
    यह वॉर हुआ था इंडिया पाकिस्तान का तो उस
  • 00:07:41
    दौरान यहां पे आप देख पाओगे इस प्रकार की
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    मॉक ड्रिल्स हुआ करती थी। ठीक है? लोगों
  • 00:07:45
    को डायरेक्शन दिए गए थे कि भाई इस तरीके
  • 00:07:47
    से आपने यह स्टेप लेना है। ठीक है? यह
  • 00:07:49
    करना है। सरकार की जो गाइडलाइंस हैं इन
  • 00:07:51
    गाइडलाइंस को फॉलो करना है। यह सब यहां पर
  • 00:07:54
    हुआ करता था। अब 1971 के बाद पहली बार इस
  • 00:07:57
    तरीके का जो सिनेरियो है वापस से डेवलप
  • 00:07:59
    होता हुआ नजर आ रहा है। ठीक है? आई होप
  • 00:08:01
    आपको यह क्लेरिटी मिल चुकी है। एग्जैक्टली
  • 00:08:03
    क्या चल रहा है। लेकिन यह भी पता होना
  • 00:08:05
    चाहिए इस न्यूज़ आर्टिकल के साथ-साथ कुछ
  • 00:08:07
    इंपॉर्टेंट अपडेट्स और जो नोट्स हैं वो भी
  • 00:08:09
    मैं आपको मैं प्रोवाइड करवाता हूं। तो वो
  • 00:08:11
    क्या-क्या चीजें हैं जो आपको पता होनी
  • 00:08:12
    चाहिए। सबसे पहले दोस्तों आइए यहां पे बात
  • 00:08:14
    करते हैं मॉक ड्रिल्स के बारे में जो अभी
  • 00:08:16
    हमने डिस्कस किया कि मिनिस्ट्री ऑफ होम
  • 00:08:18
    अफेयर्स ने यह पूरा गाइडलाइन शेयर किया 7
  • 00:08:20
    मई को यह मॉक ड्रिल्स करने की यहां पर बात
  • 00:08:22
    हो रही है रीजन 22 अप्रैल का पहलगाम टेरर
  • 00:08:25
    अटैक ठीक है और इस प्रकार का यह पहला
  • 00:08:27
    ड्रिल है 1971 के बाद ठीक है क्योंकि उस
  • 00:08:31
    समय पर भी इंडिया पाकिस्तान के बीच में
  • 00:08:32
    वॉर हुआ था अब यहां पे आप देख पाओगे
  • 00:08:35
    सिचुएशन बिल्कुल वैसी बन रही है। तो
  • 00:08:37
    क्वेश्चन यहां पर यह है मिनिस्ट्री ऑफ होम
  • 00:08:39
    अफेयर्स ने जो भी डायरेक्शन दिए हैं,
  • 00:08:41
    इसमें डायरेक्शन किस-किस प्रकार से दिए गए
  • 00:08:43
    हैं? पहला डायरेक्शन है ऑपरेशनलाइज्ड ऑफ
  • 00:08:45
    एयर रेड वार्निंग सायरन। ठीक है? क्या है?
  • 00:08:48
    यहां पर आप देख पाएंगे जो सायरंस हैं, वह
  • 00:08:50
    भी यहां पर देखने को मिलेंगे। वो भी यहां
  • 00:08:51
    पर बजाए जाएंगे। स्पेशली यहां पे क्या
  • 00:08:54
    होता है? जब भी कई आपने देखा होगा दो
  • 00:08:56
    कंट्रीज के बीच में जब वॉर होता है तो वॉर
  • 00:08:58
    के दौरान यहां पर यह साइरेंस बजाए जाते
  • 00:09:00
    हैं। साइरेंस बजाने का मतलब यहां पर यह है
  • 00:09:03
    अपने देश के सिविलियंस को लोगों को यहां
  • 00:09:05
    पर अटेंशन दिया जा रहा है ताकि वह यहां पर
  • 00:09:08
    अपने आप को एक सिक्योर प्लेस पर लेकर चले
  • 00:09:10
    जाएं। क्योंकि वॉर हो रहा है। इधर से उधर
  • 00:09:12
    एक दूसरे पर मिसाइल लग रही हैं। कहीं पर
  • 00:09:14
    भी किसी के ऊपर गिर सकती है। तो सायरन का
  • 00:09:17
    यह एक इंपॉर्टेंट रोल होता है। दूसरा यहां
  • 00:09:19
    पे कदम उठाने की बात की गई है। वो है
  • 00:09:21
    सिविलियंस और स्टूडेंट्स को ज्यादा से
  • 00:09:23
    ज्यादा ट्रेन करना। स्पेशली सिविल डिफेंस
  • 00:09:25
    एस्पेक्ट के अंदर में। फिर उसके बाद में
  • 00:09:28
    प्रोविजन ऑफ क्रैश ब्लैकआउट मेजर्स। ठीक
  • 00:09:30
    है? ऐसा ही दोस्तों 1971 में भी हुआ था।
  • 00:09:33
    1971 में भी ब्लैकआउट कर दिया गया था।
  • 00:09:35
    ब्लैकआउट का मतलब क्या होता है? देखो नीचे
  • 00:09:38
    से मतलब जब क्योंकि ऊपर मान लो पाकिस्तान
  • 00:09:41
    का कोई भी फाइटर जेट है वह इंडियन एयर
  • 00:09:43
    स्पेस में आता है और उसके बाद में वह
  • 00:09:45
    बॉम्बार्डिंग करने की कोशिश करता है हमारे
  • 00:09:47
    नीचे टेरिटरी में लेकिन वह बमबार्डिंग तो
  • 00:09:49
    तब करेगा जब उसे पता होगा कि यहां पर नीचे
  • 00:09:51
    की साइड में लोग हैं जब उसको हम इंडिकेशन
  • 00:09:54
    ही नहीं देंगे तो ऑब्वियस सी बात है वह
  • 00:09:55
    बमबार्डिंग नहीं करेगा तो नीचे बिल्कुल
  • 00:09:58
    यहां पर आप कह सकते हैं ब्लैकआउट कर देना
  • 00:10:00
    ब्लैकआउट कर देना आप यहां पर किसी प्रकार
  • 00:10:02
    का इंडिकेशन ना दें कि यहां पे नीचे इस
  • 00:10:04
    जगह पर यह लोग प्रेजेंट है तो हर हर
  • 00:10:06
    प्रकार की एक्टिविटीज के ऊपर में रोक
  • 00:10:08
    लगाना। यह यहां पर ब्लैकआउट मेजर है। ठीक
  • 00:10:10
    है? और कई बार कुछ केसेस में बिल्कुल यहां
  • 00:10:12
    पर लाइट्स वगैरह ऑफ कर देना है ना?
  • 00:10:15
    बिल्कुल लाइट्स वगैरह ऑफ कर देना। पता ही
  • 00:10:16
    नहीं चलेगा कि यहां पर लोग प्रेजेंट हैं।
  • 00:10:18
    समझ गए? फिर चौथा चीज है कैमोफ्लजिंग।
  • 00:10:21
    कैमोफ्लजिंग क्या होता है? देखो आज ना
  • 00:10:23
    हमारे पास में इंपॉर्टेंट न्यूक्लियर
  • 00:10:26
    प्लांट्स हैं जो बिजली का प्रोडक्शन कर
  • 00:10:28
    रहे हैं। तो जितने भी न्यूक्लियर प्लांट्स
  • 00:10:30
    हैं इंस्टॉलेशन से ये खतरा है। यहां पर
  • 00:10:32
    मान लो कोई भी एक्सीडेंट होता है तो इसका
  • 00:10:34
    भुगतान बड़े लेवल पर सभी को फेस करना
  • 00:10:36
    पड़ेगा। तो इसलिए ऐसे बॉम्बिंग से बचने के
  • 00:10:39
    लिए जितने भी प्लांट्स होते हैं उनको ढक
  • 00:10:41
    दिया जाता है। ढक दिया जाता है उस कलर से
  • 00:10:44
    जिधर उस कलर से जिस कलर की उसके आसपास की
  • 00:10:46
    टेरिटरी है। ठीक है? जिसको बोलते हैं
  • 00:10:48
    कोमाफ्लांच कर देना। यानी कि उसके ऊपर ऐसा
  • 00:10:51
    कपड़ा ढक देना जैसा लगेगा कि वह टेरिटरी
  • 00:10:54
    एक जैसी होगी। ऊपर से दिखाई पड़ेगी तो ऐसा
  • 00:10:56
    लगेगा यहां पर यह फ्लैट है। यहां पर कुछ
  • 00:10:57
    नहीं है। तो इस तरीके से उसको छिपा देना
  • 00:10:59
    एक तरीके से कॉमा फ्लच कर देना। तो यहां
  • 00:11:01
    पर जितने भी प्लांट्स हैं उसको तुरंत
  • 00:11:03
    जितने भी इंपॉर्टेंट इंस्टॉलेशंस हैं उसको
  • 00:11:05
    ढकना। ठीक है? ऐसा 1971 के वॉर में भी हुआ
  • 00:11:08
    था। ताजमहल को ढका गया था। ठीक है? एक
  • 00:11:10
    ग्रीन शीट से आपको देखने को मिलेगा। ये
  • 00:11:13
    सारे अपडेट्स हमारे न्यूज़पेपर के अंदर
  • 00:11:14
    में प्रेजेंट है। समझ रहे हैं? फिर जो
  • 00:11:17
    इवाकुएशन प्लान होता है इधर से उधर
  • 00:11:19
    निकालना उसको लेकर अपडेट करना उसकी
  • 00:11:21
    रिहर्सिंग करना उसकी प्रैक्टिस करना यह
  • 00:11:23
    सारी चीजें होती हैं मॉक ड्रिल्स के अंदर
  • 00:11:25
    में ध्यान रखिएगा तो मॉक ड्रिल्स क्या
  • 00:11:27
    होता है आई होप अब तो आपको यहां पर समझ
  • 00:11:29
    में आ चुका है ठीक है कि वॉर का सिनेरियो
  • 00:11:31
    बने तो उसमें आप किस तरीके से रेडी रहेंगे
  • 00:11:34
    और वॉर का सिनेरियो बन रहा है रीजन यहां
  • 00:11:36
    पर यह है क्योंकि पाकिस्तान चाहता है ठीक
  • 00:11:39
    है क्योंकि क्लियरली अगर आप देख पाओगे
  • 00:11:41
    लाइन ऑफ कंट्रोल की जब बात करते हैं लाइन
  • 00:11:43
    ऑफ कंट्रोल पे हम दोनों ने मिलकर एक सीज
  • 00:11:46
    फायर एग्रीमेंट किया था कि एक दूसरे के
  • 00:11:48
    ऊपर गोली नहीं चलाएंगे। लेकिन एक्चुअली
  • 00:11:50
    में क्या होता है? लाइन ऑफ कंट्रोल पे
  • 00:11:52
    लगातार 11वां दिन हो चुका है। पाकिस्तान
  • 00:11:55
    फायरिंग कर रहा है इंडियन पोस्ट के ऊपर
  • 00:11:58
    में लगातार 11वां दिन हो चुका है। तो यह
  • 00:12:01
    सीज फायर का वलेशन लगातार आपको देखने को
  • 00:12:04
    मिलेगा। तो उसके लिए हम भी यहां पर
  • 00:12:06
    प्रैक्टिस कर रहे हैं क्योंकि जो मैं
  • 00:12:07
    ब्लैक आउट की बात कर रहा था ना पूरा
  • 00:12:08
    अंधेरा कर देना यह पंजाब में ऑलरेडी हो
  • 00:12:10
    रहा है। फिरोजपुर के अंदर जो लाइट्स हैं
  • 00:12:13
    इस पर्टिकुलर कंटोनमेंट के अंदर में वो
  • 00:12:14
    9:00 बजे से लेकर 9:30 बजे तक रात में
  • 00:12:17
    पूरी तरह से बंद कर दी गई ताकि लोगों को
  • 00:12:19
    मतलब पता ही ना चले कि हां इस पर्टिकुलर
  • 00:12:22
    टाउन में कोई है। एकदम अंधेरा कर दिया जाए
  • 00:12:24
    क्योंकि ऑब्वियस सी बात है लाइट रहेंगी तो
  • 00:12:25
    इधर-उधर जलेंगी। पता चलेगा हां यहां पर घर
  • 00:12:27
    प्रेजेंट है या यहां पर पूरा टाउनशिप बसा
  • 00:12:29
    हुआ है। समझ रहे हैं? तो यह चीज आपको
  • 00:12:32
    देखने को मिलेगा। तो ऐसे एक्सरसाइज के
  • 00:12:34
    दौरान जो इलेक्ट्रिसिटी कट है वह भी हमको
  • 00:12:37
    देखने को मिलता है। तो यह जो रिहर्सल है
  • 00:12:40
    यह रिहर्सल क्या करेगा? यह प्रैक्टिस
  • 00:12:42
    हमारे लिए या हमारे सिविलियंस के लिए
  • 00:12:45
    स्पेशली जो यह वॉर का खतरा है उससे पहले
  • 00:12:47
    से ही तैयार करके रखेगा। जब बिल्कुल ऐसा
  • 00:12:50
    ही होता है। जब भी किसी पर्टिकुलर कंट्री
  • 00:12:52
    के अंदर में वॉर होता है, ऐसे ही
  • 00:12:54
    सिनेरियोस देखने को मिलते हैं। ऐसा नहीं
  • 00:12:56
    या ऐसा मत समझना कि बॉर्डर पर लड़ाई होगी,
  • 00:12:59
    काम खत्म या आप घर में बैठे रहेंगे। आपने
  • 00:13:02
    रशिया यूक्रेन का वॉर देखा। उसके अलावा
  • 00:13:04
    इजराइल पेलेस्तीन का पूरा यह डिस्प्यूट
  • 00:13:06
    देखा। किस तरीके से यहां पर एक यूनिटी
  • 00:13:09
    चाहिए होती है पूरे कंट्री को एक वॉर में
  • 00:13:12
    भिड़ने के लिए एक वॉर में लगे रहने के
  • 00:13:14
    लिए। फिर ऐसे ही दोस्तों देखोगे हाई
  • 00:13:16
    डिफेंस लेवल की मीटिंग्स लगातार हो रही
  • 00:13:17
    हैं जो मैं आपको बता रहा हूं। पीएम मोदी
  • 00:13:19
    ने डिफेंस सेक्रेटरी राजेश कुमार सिंह के
  • 00:13:22
    साथ में डिस्कशन किया। फिर उसके बाद में
  • 00:13:24
    यह जो मीटिंग है और भी बड़े लेवल पर हो
  • 00:13:26
    रही है। आर्मी, नेवी, एयरफोर्स सबके साथ
  • 00:13:28
    में यहां पर डिस्कशन हो रहा है। मतलब
  • 00:13:29
    जितने भी इंडिकेशंस हैं यह इंडिकेशंस यहां
  • 00:13:32
    पर दिखाई थोड़े-थोड़े पड़ रहे हैं कि
  • 00:13:34
    बिल्कुल इंडिया यहां पर रिटेलिएशन करेगा।
  • 00:13:36
    एक बड़े लेवल पर रिटेलिएशन कर सकता है।
  • 00:13:39
    यहां पे वर्ड यूज़ करना पड़ेगा। कर सकता
  • 00:13:41
    है। कोई यहां पर कंफर्मिटी नहीं है
  • 00:13:43
    क्योंकि ऑब्वियसली यहां पे भी बोला जा रहा
  • 00:13:45
    है वॉर होता है तो उसको लेकर यहां पे
  • 00:13:47
    क्या-क्या प्रिपयर्डनेस होनी चाहिए। तो
  • 00:13:50
    इंडिया की जो यहां पर यह वार्निंग है यह
  • 00:13:52
    वार्निंग काफी ज्यादा स्ट्रांग इस बार
  • 00:13:53
    देखने को मिल रही है जो सेवंथ ऑफ मई यानी
  • 00:13:56
    कल के लिए यह पूरी डिसाइड की गई है। बाकी
  • 00:13:58
    सीज फायर का वलेशन लगातार हो ही रहा है
  • 00:14:00
    बता चुका हूं। इंडिया ने क्या-क्या
  • 00:14:02
    रिस्पांस लिया है। इंडस वाटर ट्रीटी का
  • 00:14:04
    सस्पेंशन जितने भी पाकिस्तान के
  • 00:14:05
    डिप्लोमेटिक स्टाफ है उनको वापस से भेज
  • 00:14:07
    देना। यह सब कुछ हम लोग अभी थोड़ी देर
  • 00:14:09
    पहले जस्ट कवर कर चुके हैं। ठीक है? तो
  • 00:14:11
    याद रखिए इस तरीके से आपने न्यूज़ आर्टिकल
  • 00:14:13
    भी पढ़ना है। साथ ही साथ में जो आपकी मेजर
  • 00:14:15
    अपडेट्स हैं वो भी आपको यहां पे क्लियर हो
  • 00:14:18
    चुकी हैं। ठीक है? चलिए आगे आते हैं।
  • 00:14:21
    लेकिन आगे बढ़ने से पहले एक इंपॉर्टेंट
  • 00:14:23
    इंफॉर्मेशन अगर आप लोग हमारे पेड ग्रुप्स
  • 00:14:25
    को ज्वाइन करना चाहते हैं तो आपके पास में
  • 00:14:27
    बढ़िया मौका है इसको ज्वाइन करने के लिए।
  • 00:14:28
    यहां पर आपको डेली बेसिस पे करंट नोट्स के
  • 00:14:30
    पीडीएफ वगैरह प्रोवाइड करवाए जाते हैं।
  • 00:14:32
    फॉर एग्जांपल जैसे कि आप लोगों ने यहां पर
  • 00:14:34
    यह वाला पीडीएफ अभी देखा है। ठीक है?
  • 00:14:36
    इसमें जितनी भी मेजर अपडेट्स हैं वो सब एक
  • 00:14:38
    जगह पर मेंशन हो जाती हैं। आर्टिकल हमारे
  • 00:14:41
    न्यूज़पेपर में क्या है? इसको लेकर
  • 00:14:42
    क्या-क्या चीजें नोट्स बनाने हैं? जैसे
  • 00:14:44
    इंडिया रशिया की बात हो रही है तो भारत
  • 00:14:45
    रशिया के संबंध में क्या-क्या लिखना है?
  • 00:14:47
    इसका हिस्टोरिकल बैकग्राउंड यानी कि
  • 00:14:49
    न्यूज़पेपर के अलावा उसके बियों्ड भी आपको
  • 00:14:52
    बहुत सारे जो नोट्स हैं वो प्रोवाइड करवाए
  • 00:14:54
    जाते हैं। ठीक है? तो आपकी प्रिपरेशन बहुत
  • 00:14:57
    स्ट्रांग तरीके से हो जाती है क्योंकि
  • 00:14:58
    यहां पे हम करंट को स्टैटिक के साथ में
  • 00:15:00
    जोड़ के पढ़ते हैं। और यह सारे के सारे जो
  • 00:15:03
    पीडीएफ जैसे आप लोग यहां पर यह पीडीएफ देख
  • 00:15:05
    पा रहे थे। यह हिंदी और इंग्लिश दोनों
  • 00:15:07
    भाषाओं में प्रोवाइड करवाया जाता है।
  • 00:15:08
    प्रिंटेबल फॉर्म में है और इसके लिए आप
  • 00:15:11
    हमारे इस पेड ग्रुप को ज्वाइन कर सकते
  • 00:15:12
    हैं। पेड ग्रुप को ज्वाइन करने का फी
  • 00:15:14
    पेमेंट बहुत ही ज्यादा मिनिमम है। जस्ट
  • 00:15:16
    ₹499 फॉर द लाइफटाइम एक्सेस। जब तक आपका
  • 00:15:18
    सिलेक्शन ना हो जाए तब तक आप 499 में इस
  • 00:15:21
    पेड ग्रुप को ज्वाइन करके रख सकते हैं।
  • 00:15:23
    जॉइ करने के लिए करना क्या है? WhatsApp
  • 00:15:25
    पर जाना। यहां पर आपको एक नंबर दिया गया
  • 00:15:26
    है
  • 00:15:27
    853487368। इस नंबर पर मैसेज कर देना। आई
  • 00:15:29
    वांट टू जॉइन दिस ग्रुप। वहां पर आपको
  • 00:15:31
    रिप्लाई मिलेगा। पेमेंट का प्रोसेस दिया
  • 00:15:33
    जाएगा और उससे ज्यादाेंट डेमो वीडियो का
  • 00:15:34
    लिंक मिलेगा। उसको चेक कर लेना, देख लेना,
  • 00:15:37
    अपने आप को सेटिस्फाई कर लेना। उसके बाद
  • 00:15:40
    जाकर आप अपना यह इन्वेस्टमेंट कर सकते
  • 00:15:41
    हैं। बाकी यार एक छोटा सा काम करो। मेक
  • 00:15:43
    श्योर कर सकते हैं आप सभी लोग। वीडियो पे
  • 00:15:45
    लाइक का बटन है। उसको प्रेस कर दिया करो।
  • 00:15:46
    5000 लाइक्स का टारगेट है। आप सभी लोग
  • 00:15:48
    मिलकर यहां पर सपोर्ट कर सकते हैं। चलिए
  • 00:15:51
    अगली खबर पर आते हैं। फिर उसके बाद में
  • 00:15:54
    जैसे हम इंडिया रशिया वाले इस आर्टिकल को
  • 00:15:56
    डिस्कस कर रहे थे। क्या-क्या मेजर अपडेट्स
  • 00:15:58
    हुई हैं? आइए थोड़ा सा जानते हैं। तो क्या
  • 00:16:00
    हुआ व्लादिमर पुतिन ने कल मंडे में
  • 00:16:04
    टेलीफोन पर बातचीत की है प्रधानमंत्री
  • 00:16:06
    नरेंद्र मोदी जी के साथ में और वहां पे
  • 00:16:08
    इंडिया को सपोर्ट किया है अगेंस्ट द
  • 00:16:11
    टेररिज्म कि हम आतंकवाद के खिलाफ में खड़े
  • 00:16:14
    हैं। बिल्कुल खड़े हैं और इंडिया के साथ
  • 00:16:16
    यहां पर लगे रहेंगे। फिर जो पहलगाम के
  • 00:16:19
    अंदर में हुआ जिन लोगों की जान गई वहां पे
  • 00:16:21
    व्लादमीर पुतिन अपना दुख प्रकट करते हैं
  • 00:16:23
    और अपना पूरा एक्सटर्नल सपोर्ट यहां पर
  • 00:16:26
    देते हैं इंडिया को। साथ ही साथ में पुतिन
  • 00:16:28
    ने डिस्क्राइब किया है कि जो यह टेरर अटैक
  • 00:16:30
    है यह एक बारबरिक अटैक है। बहुत ही ज्यादा
  • 00:16:34
    निर्दय तरीके से हुआ है और जितने भी यहां
  • 00:16:36
    पर यह टेररिस्ट हैं या जो भी इसके अंदर
  • 00:16:38
    में शामिल था उनको पकड़ने की उनसे बदला
  • 00:16:43
    लेने की बहुत ही ज्यादा आवश्यकता है। तो
  • 00:16:45
    यह जो चीज है यह दर्शाती है भारत और रशिया
  • 00:16:48
    के रिलेशंस को। यहां पर क्लियरली मेंशन भी
  • 00:16:50
    किया जाता है कि इंडिया रशिया के जो
  • 00:16:52
    रिलेशंस हैं वो केवल कुछ एस्पेक्ट तक
  • 00:16:55
    सीमित नहीं है। यह जो रिलेशंस हैं यह साथ
  • 00:16:58
    ही साथ में हर एक एस्पेक्ट में है। अगर
  • 00:17:00
    कुछ यहां पे रशिया के साथ गलत होता है
  • 00:17:02
    इंडिया रशिया का साथ देगा। अगर कुछ इंडिया
  • 00:17:05
    के साथ गलत होता है तो ऑब्वियस सी बात है
  • 00:17:07
    यहां पर रशिया इंडिया का साथ देगा। मतलब
  • 00:17:09
    इंडिया रशिया का साथ देगा। रशिया इंडिया
  • 00:17:11
    का साथ देगा। इनके बुरे समय पर जैसे करंट
  • 00:17:13
    समय पर हो रहा है। एक साथ और देखते हैं।
  • 00:17:15
    कल हमने एक चीज और डिस्कस की थी। आपको याद
  • 00:17:18
    होगा इगला एस के बारे में। इगला एस क्या
  • 00:17:21
    है दोस्तों? इगला एस है मैनपड। मैनपड मतलब
  • 00:17:24
    मैन पोर्टेबल मिसाइल। आपको यह देखने को
  • 00:17:26
    मिलेगा जिसे एक जो सोल्जर है इस मिसाइल को
  • 00:17:29
    कंधे पर कैरी कर सकता है और इससे अटैक कर
  • 00:17:32
    सकता है। तो जब हम लोगों ने इगला एस की
  • 00:17:34
    बात की है तो याद होगा यह इगला एस रशियन
  • 00:17:37
    मेड डिफेंस सिस्टम है। रशिया ने बनाया है
  • 00:17:41
    और रशिया ने रिसेंटली यहां पर इंडिया को
  • 00:17:44
    यह मिसाइल्स दी भी हैं। क्योंकि इससे पहले
  • 00:17:46
    भारत ने रशिया के साथ में इस मिसाइल को
  • 00:17:49
    लेकर एक इंपॉर्टेंट एग्रीमेंट भी किया था।
  • 00:17:51
    इस मिसाइल को हम परचेस कर रहे थे। तो
  • 00:17:53
    फाइनली इस बुरे समय पर या पाकिस्तान के
  • 00:17:57
    साथ में जब टेंशनंस चल रही हैं इस दौरान
  • 00:17:59
    यहां पर दोस्तों रशिया ने ये एग्ला एस
  • 00:18:01
    मिसाइल भारत में यहां पर भेजी हैं। ठीक
  • 00:18:03
    है? बाकी रशिया का जो सपोर्ट है डिफेंस के
  • 00:18:06
    मामले में आप देख पाएंगे एक्सट्रीम लेवल
  • 00:18:07
    पर रशिया सपोर्ट करता है। चाहे वो S400 हो
  • 00:18:10
    या फिर चाहे वो हमारी आर्मी हो, चाहे वो
  • 00:18:13
    नेवी हो या वो यहां पर एयरफोर्स ही क्यों
  • 00:18:16
    ना हो। जितने भी डिफेंस इक्विपमेंट्स आज
  • 00:18:18
    हम इस्तेमाल कर रहे हैं उनमें से मेजॉरिटी
  • 00:18:20
    ऑफ डिफेंस इक्विपमेंट्स दोस्तों याद
  • 00:18:22
    रखिएगा रशियन मेड है या रशिया की हेल्प से
  • 00:18:24
    बनाया गया है। इसमें एक और एग्जांपल आपके
  • 00:18:26
    पास में आ जाता है ब्रह्मोस। अब जैसे यहां
  • 00:18:28
    पर ब्रह्मोस की बात करते हैं तो ब्रह्मोस
  • 00:18:30
    जो है यह भारत और रशिया का जॉइंट वेंचर
  • 00:18:32
    प्रोजेक्ट है। जहां पर दोनों देशों की
  • 00:18:34
    कंपनी ने मिलकर इस ब्रह्मोस मिसाइल को
  • 00:18:36
    डेवलप किया है। साथ ही साथ में इस मिसाइल
  • 00:18:39
    को हम लोगों ने दोस्तों एक्सपोर्ट भी किया
  • 00:18:41
    है फिलीपींस को और भी देश यहां पर इसमें
  • 00:18:43
    दिलचस्पी दिखा रहे हैं। फिर एक और चीज अगर
  • 00:18:45
    आप देखोगे आईएएस विक्रमादित्य भारत का
  • 00:18:48
    मतलब भारत के पास में दो एयरक्राफ्ट
  • 00:18:50
    कैरियर हैं। एक एयरक्राफ्ट कैरियर आईएएस
  • 00:18:52
    विक्रमादित्य जो पहले वाला है वह भी रशियन
  • 00:18:54
    सपोर्ट से हमारे पास में आया है। यह है
  • 00:18:56
    रशिया का इंपोर्टेंस डिफेंस के पर्पस से
  • 00:18:59
    आप देख पा रहे हैं कि जब ऐसा कोई चैलेंज
  • 00:19:01
    जैसे आज पाकिस्तान के साथ में इकट्ठा हो
  • 00:19:03
    रहा है। हमारे आसपास के नेबर कंट्रीज में
  • 00:19:05
    मैक्सिमम कंट्रीज ऐसे हैं जिनके साथ में
  • 00:19:07
    रिलेशंस ज्यादा अच्छे नहीं है। उस समय पर
  • 00:19:09
    पाकिस्त सॉरी इस समय पर रशिया किस तरीके
  • 00:19:11
    से भारत के लिए एक रेलेवेंट रोल प्ले
  • 00:19:13
    करेगा। आई होप आपको यहां पर यह चीज अच्छे
  • 00:19:15
    से क्लियर हो चुकी है कि मामला एग्जैक्टली
  • 00:19:17
    क्या चल रहा है। अब दोस्तों अलग से
  • 00:19:19
    क्योंकि होता क्या है? जीएस पेपर नंबर टू
  • 00:19:21
    के अंदर में ज्यादातर जब भी इंटरनेशनल
  • 00:19:24
    रिलेशन की बात आती है तो मेंस के अंदर में
  • 00:19:26
    क्वेश्चन आप लोगों से पूछे जाते हैं। तो
  • 00:19:28
    भारत और रशिया के संबंध आपको पढ़ने होंगे।
  • 00:19:31
    इसके लिए आपको ये इंटरनेशनल बुक उठाएंगे
  • 00:19:33
    मतलब इंटरनेशनल रिलेशंस की वहां से पढ़ना
  • 00:19:35
    शुरू करेंगे। इससे अच्छा इतनी सारी डिटेल
  • 00:19:38
    अवेलेबल हैं। यहां पर ये डिटेल अवेलेबल
  • 00:19:40
    मैं आपको करवा रहा हूं। भारत रशिया के सभी
  • 00:19:42
    रिलेशंस एक ही जगह पर अब मैं आपको पढ़ाने
  • 00:19:45
    वाला हूं। ठीक है? अब मैं आपको वो पूरे
  • 00:19:47
    रिलेशन समझाऊंगा। चाहो तो यहां पर उसमें
  • 00:19:49
    से माइन्यूट नोट्स क्रिएट कर लेना।
  • 00:19:51
    छोटे-छोटे जो जिसको बोलते हैं स्क्रबल
  • 00:19:54
    करना। रफ में यहां पर थोड़ा बहुत लिख लेना
  • 00:19:56
    जो आपको बाद में हेल्प कर सकता है।
  • 00:19:58
    अदरवाइज सारी चीजें डिटेल से मैं डिस्कस
  • 00:20:00
    करूंगा ही। तो तैयार रहिए। चलिए आइए
  • 00:20:03
    शुरुआत करते हैं इंडिया रशिया के रिलेशंस
  • 00:20:05
    के बारे में। ठीक है? तो आर्टिकल तो हम
  • 00:20:07
    लोगों ने विस्तार से पढ़ लिया। क्या मामला
  • 00:20:09
    करंट समय पर चल रहा है। ठीक है? तो
  • 00:20:12
    दोस्तों दोनों देशों के जब संबंध की बात
  • 00:20:14
    होती है तो यह संबंध बहुत पुराने हैं
  • 00:20:16
    क्योंकि जब हम रशिया की बात करते हैं
  • 00:20:18
    दोस्तों तो रशिया एक समय पर यूएसएसआर था
  • 00:20:20
    जिसको हम सोवियत यूनियन के नाम से जानते
  • 00:20:22
    हैं। सोवियत यूनियन टूटा 1991 में उसके
  • 00:20:25
    बाद उसमें से टोटल 15 देश बने। रशिया भी
  • 00:20:28
    यहां पर एक कंट्री बनकर आया जो आज के समय
  • 00:20:31
    पर भारत के लिए बहुत इंपॉर्टेंट है। हमने
  • 00:20:33
    उस समय पर भी सोवियत एरा के समय पर भी
  • 00:20:36
    सोवियत यूनियन के साथ में रिलेशंस को
  • 00:20:38
    डेवलप किया हुआ था। फिर जब यह टूटा तो
  • 00:20:40
    रशिया के साथ में भी दोस्तों इंडिया के
  • 00:20:41
    रिलेशंस एक्सट्रीम लेवल पर करंट समय पर चल
  • 00:20:44
    रहे हैं। फिर होता यहां पर क्या है? बीच
  • 00:20:47
    में कोल्ड वॉर चला शीत युद्ध क्योंकि यह
  • 00:20:49
    जो शीत युद्ध था इसी दौरान यहां पर एक
  • 00:20:51
    प्रोविजन था। यहां पर आप देखोगे इंडिया ने
  • 00:20:53
    नॉन एलाइन मूवमेंट को चूज़ किया। क्योंकि
  • 00:20:55
    ये कोल्ड वॉर किस-किस में चल रहा था? एक
  • 00:20:57
    तरफ वेस्टर्न कंट्रीज थी। ठीक है? यूएस
  • 00:20:59
    यूरोप खड़ा था। दूसरी तरफ यहां पर
  • 00:21:01
    यूएसएसआर खड़ा था। उस समय पर बहुत पावरफुल
  • 00:21:03
    था। तो इनके बीच में यह पूरी लड़ाई थी। यह
  • 00:21:05
    वॉर थी। इस वॉर के दौरान टेक्नोलॉजिकल
  • 00:21:07
    अपग्रेडेशन किस तरीके से यहां पर हो रहा
  • 00:21:10
    है वो सब कुछ देखा जा रहा था। फिर फाइनल
  • 00:21:13
    यह आते-आते 1991 में यूएसएसआर टूट जाता है
  • 00:21:16
    और रशिया यहां पर अलग देश बनता है। रशिया
  • 00:21:18
    के आसपास लातविया, लिथ्वेनिया ये सारे के
  • 00:21:20
    सारे जो देश हैं आपको देखने को मिल जाते
  • 00:21:22
    हैं। एस्टोनिया यह सब बाद में नए कंट्रीज
  • 00:21:24
    बनकर आते हैं। ठीक है? तो जब यहां पर
  • 00:21:27
    कोल्ड वॉर का समय चल रहा था तो हमने
  • 00:21:29
    क्योंकि सारे के सारे दुनिया भर के देश बट
  • 00:21:32
    चुके थे। कुछ वेस्टर्न कंट्रीज के साइड
  • 00:21:34
    थे। कुछ यहां पर यूएसएसआर के साथ खड़े थे।
  • 00:21:36
    इंडिया के पास में ऑप्शन इंडिया ने यहां
  • 00:21:37
    पे नॉन एलाइन मूवमेंट को चूज़ किया। ना ही
  • 00:21:39
    हम वेस्टर्न कंट्रीज के साथ जाएंगे। ना ही
  • 00:21:42
    हम यहां पर यूएसएसआर के साथ जाएंगे। हम
  • 00:21:44
    न्यूट्रल रहेंगे। ठीक है? उस दौरान यहां
  • 00:21:46
    पे आप देख पाओगे सिचुएशन डेवलप हुई। और जब
  • 00:21:49
    भैया यूएसएसआर टूट गया 1991 में रशिया ने
  • 00:21:52
    अपने बहुत ही ज्यादा क्लोज संबंध भारत के
  • 00:21:54
    साथ में बना के रखे। और इवन धीरे-धीरे
  • 00:21:56
    करके साल 2000 में इंडिया रशिया के बीच
  • 00:21:59
    में एक मजबूत पार्टनरशिप डेवलप हो गई। फिर
  • 00:22:02
    साल 2010 के अंदर अगर आप देखोगे यह
  • 00:22:04
    पार्टनरशिप को बाद में एक स्पेशल
  • 00:22:06
    प्रिविलेज के तौर पर अपग्रेड किया गया।
  • 00:22:08
    यानी हर 10 साल में 1991 से 2000 के बीच
  • 00:22:11
    में 1991 में यहां पर टूटा यूएसएसआर। फिर
  • 00:22:14
    सन 2000 में क्या हुआ? दोनों के बीच में
  • 00:22:16
    स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप साइन हो गई। फिर
  • 00:22:18
    इसके 10 साल बाद 2010 के अंदर में एक
  • 00:22:20
    स्पेशल एंड प्रिविलेज स्ट्रेटेजिक
  • 00:22:22
    पार्टनरशिप को मेंटेन किया। यानी जो संबंध
  • 00:22:25
    थे उसको और ज्यादा गहराई तक हम लेकर गए।
  • 00:22:27
    अलग-अलग प्रकार के जो एग्रीमेंट्स हैं वो
  • 00:22:29
    हम लोगों ने करंट समय पर करना शुरू किया।
  • 00:22:31
    फिर उसके बाद में डिफेंस कोऑपरेशन को हम
  • 00:22:33
    लोगों ने बढ़ाया। आज आप देख पाएंगे दोनों
  • 00:22:36
    देशों के मिलिट्री टाइल्स बहुत इंपॉर्टेंट
  • 00:22:37
    है। इंडिया रशिया के जो रिलेशंस हैं
  • 00:22:39
    इंडिया बहुत ही ज्यादा कह सकते हैं कि
  • 00:22:42
    हैवी तरीके से डिपेंडेंट है रशियन
  • 00:22:44
    मिलिट्री इक्विपमेंट्स के ऊपर जो मैंने
  • 00:22:45
    अभी आपको समझाया। इवन जैसे मैं आपको बता
  • 00:22:48
    रहा था भारत की आर्मी नेवी एयरफोर्स
  • 00:22:50
    इंडिया का जितना भी टोटल हथियार इंपोर्ट
  • 00:22:52
    है भारत जितना भी हथियार इंपोर्ट करता है
  • 00:22:55
    अलग-अलग देशों से उसमें से रशिया 36% का
  • 00:22:58
    कंट्रीब्यूशन हमको देता है। फिर उसके बाद
  • 00:23:01
    दोनों देशों के बीच में जॉइंट डिफेंस
  • 00:23:03
    प्रोजेक्ट्स की बात आती है। तो ब्रह्मोस
  • 00:23:05
    क्रूज मिसाइल जिसके बारे में जानकारी अभी
  • 00:23:06
    मैंने आपको थोड़ी देर पहले दे दी थी।
  • 00:23:08
    जॉइंट वेंचर प्रोजेक्ट है दोनों के बीच
  • 00:23:10
    का। फिर उसके बाद में आप देख पाएंगे S400
  • 00:23:12
    ट्रंप एयर डिफेंस सिस्टम जो हवा में ही
  • 00:23:15
    दुश्मन के मिसाइल को गिराने की ताकत रखता
  • 00:23:17
    है। तो यह भारत ने परचेस किया S400
  • 00:23:20
    सिस्टम। भले ही यहां पर दुनिया भर की
  • 00:23:22
    कंट्रीज या जो यूएसए है उसका डर था यूएसए
  • 00:23:24
    कह रहा था रशिया से जो भी S400 परचेस
  • 00:23:27
    करेगा उस पे सेंक्शन लगा दूंगा। काटसा के
  • 00:23:29
    तहत सेंक्शन लगेंगे। तो हालांकि यहां पर
  • 00:23:31
    ये सब सेंक्शन का चिंता ना करके इंडिया ने
  • 00:23:34
    इसको परचेस किया। यह सेंक्शन भी हमारे ऊपर
  • 00:23:36
    लगे नहीं दोस्तों। फिर उसके बाद अगर आप
  • 00:23:38
    देख पाओगे मिलिट्री एक्सरसाइजज़ की बात
  • 00:23:40
    होती है तो भारत और रशिया के बीच में कुछ
  • 00:23:42
    बटरल अभ्यास होते हैं। ध्यान रखना जिसमें
  • 00:23:44
    सबसे पहला आता है हमारा इंदिरा अभ्यास। एक
  • 00:23:46
    मल्टीलटरल ड्रिल है। ठीक है? फिर उसके बाद
  • 00:23:49
    में यहां पर क्या है? यह जो अभ्यास होते
  • 00:23:51
    हैं, यह दो देशों के मिलिट्री कोलैबोरेशंस
  • 00:23:52
    को और ज्यादा इंप्रूव करते हैं। फिर उसके
  • 00:23:55
    बाद में पिछले कुछ समय पर थोड़े-थोड़े
  • 00:23:57
    चीजें बदले भी हैं। इंडिया का जैसे मैंने
  • 00:23:59
    आपको बताया जो निर्भरता है, वो रशिया के
  • 00:24:02
    ऊपर में हथियार को लेकर बहुत ज्यादा है।
  • 00:24:03
    तो इंडिया ने पिछले कुछ समय पर चेंजेस करे
  • 00:24:06
    हैं। आत्मनिर्भर भारत को ज्यादा प्रमोट
  • 00:24:08
    करने पे फोकस किया है कि हम यह सारे के
  • 00:24:11
    सारे जो डिफेंस आइटम्स हैं वह खुद से
  • 00:24:13
    डेवलप करेंगे और इंडिया में थोड़ा-थोड़ा
  • 00:24:15
    करके यहां पर इसके अंदर में एक सक्सेसफुल
  • 00:24:17
    जो कह सकते हैं अचीवमेंट है वो भी दिखाई
  • 00:24:19
    दे रहा है। इवन जो हमारा 2023-24 वाला
  • 00:24:22
    पर्टिकुलर ईयर है इस दौरान भारत रशिया के
  • 00:24:25
    बीच का जो बटरल ट्रेड है क्योंकि हम
  • 00:24:26
    व्यापार पे आ चुके हैं। जो व्यापार है वो
  • 00:24:29
    65.7 बिलियन डॉलर्स तक पहुंच गया। जहां पर
  • 00:24:32
    हमारा यह टारगेट है कि 2030 तक भारत रशिया
  • 00:24:35
    का व्यापार कम से कम $ बिलियन डॉलर्स का
  • 00:24:38
    जाना चाहिए। जिसमें अब आप कहोगे व्यापार
  • 00:24:41
    तो हम रशिया से क्या परचेस करते हैं?
  • 00:24:42
    रशिया से तो हम लोग बहुत सारे हथियार
  • 00:24:44
    परचेस करते हैं। है ना? रशिया हमको हथियार
  • 00:24:46
    के साथ-साथ कच्चा तेल, कोयला, फर्टिलाइजर
  • 00:24:49
    यह भी इंपोर्ट करता है। मतलब हमें
  • 00:24:51
    एक्सपोर्ट करता है। हमें देता है। इंडिया
  • 00:24:53
    इंपोर्ट करता है। जबकि भारत रशिया को क्या
  • 00:24:56
    एक्सपोर्ट करता है? भारत रशिया को कुछ
  • 00:24:57
    दवाइयां देता है। मशीनरी और एग्रीकल्चरल
  • 00:24:59
    प्रोडक्ट्स यहां पर एक्सपोर्ट करता है।
  • 00:25:01
    ठीक है? फिर उसके बाद में व्यापार को लेकर
  • 00:25:03
    अगर आप चैलेंजेस देखेंगे तो रशिया इंडिया
  • 00:25:06
    का टॉप ऑयल सप्लायर है। पिछले कुछ समय पर
  • 00:25:09
    हालांकि चेंजेस आए हैं क्योंकि जब यह पूरा
  • 00:25:11
    रशिया यूक्रेन का विवाद हुआ तो रशिया ने
  • 00:25:13
    डिस्काउंट में यह ऑयल देना शुरू किया। तो
  • 00:25:15
    हम लोगों ने डिस्काउंट में बहुत सारा
  • 00:25:16
    रशिया से तेल परचेस भी किया। लेकिन इंडिया
  • 00:25:20
    लगातार ट्रेड डेफिसिट को यहां पर फेस कर
  • 00:25:22
    रहा है क्योंकि हम रशिया को एक्सपोर्ट
  • 00:25:24
    बहुत ज्यादा कम करते हैं। रशिया से
  • 00:25:26
    इंपोर्ट ज्यादा करते हैं। ठीक है? यह भी
  • 00:25:28
    यहां पर आपको एक इशू देखने को मिलेगा। तो
  • 00:25:30
    ट्रेड में क्या स्ट्रक्चर चल रहा है वो
  • 00:25:32
    आपको समझ में आ गया। दूसरा अगर आप देखेंगे
  • 00:25:35
    दोस्तों दोनों देशों के बीच का एनर्जी
  • 00:25:37
    कोऑपरेशन। एनर्जी के मामले में इंडिया ने
  • 00:25:39
    कुदानकुलम न्यूक्लियर पावर प्लांट को
  • 00:25:41
    डेवलप किया है तमिलनाडु के अंदर में। यह
  • 00:25:43
    प्लांट हम बना पाए हैं रशिया की मदद से
  • 00:25:45
    क्योंकि यह ऑब्वियसली एक रिजल्ट है बिटवीन
  • 00:25:48
    इंडिया एंड रशिया के कोलैबोरेशंस का। ठीक
  • 00:25:50
    है? फिर उसके बाद में ऑयल गैस इंपोर्ट के
  • 00:25:52
    बारे में ऑलरेडी मैं आपको बता चुका हूं।
  • 00:25:55
    आज हम रशिया के अलग-अलग प्रोजेक्ट्स के
  • 00:25:57
    अंदर भी इन्वेस्टमेंट कर रहे हैं। फिर यह
  • 00:25:59
    बात हो गई दोस्तों यहां पे एनर्जी की। फिर
  • 00:26:01
    अब बात आती है स्पेस कोऑपरेशन की। स्पेस
  • 00:26:04
    के सेक्शन में भी रशिया ने लंबे समय से
  • 00:26:07
    भारत को सपोर्ट किया है। रशिया अगर आप देख
  • 00:26:09
    पाओगे जैसे फॉर एग्जांपल हम बात करते हैं
  • 00:26:12
    इंडिया के सबसे अर्ली स्पेस प्रोग्राम की
  • 00:26:14
    या जो हमने सेटेलाइट ल्च किया आर्यभट्ट
  • 00:26:16
    भास्कर वन यहां पर रशिया का एक बहुत बड़ा
  • 00:26:19
    सपोर्ट रहा। इवन आज भारत गगनयान मिशन करने
  • 00:26:22
    को तैयार है। गगनयान मिशन में भी रशिया का
  • 00:26:25
    एक बहुत बड़ा कह सकते हैं सपोर्ट है।
  • 00:26:27
    रशिया ने यहां पर कोलैबोरेट किया है। फिर
  • 00:26:29
    बात आती है साइंस एंड इनोवेशन की। तो
  • 00:26:32
    साइंस एंड इनोवेशन में कोविड-19 वैक्सीन
  • 00:26:34
    का जो डेवलपमेंट करना था। रशिया ने
  • 00:26:36
    स्पुतनिक वी वैक्सीन बनाई थी। स्पुतनिक
  • 00:26:38
    फाइव वैक्सीन। यह पहली फॉरेन मेड वैक्सीन
  • 00:26:41
    थी जिसको इमरजेंसी यूज़ के लिए भारत में
  • 00:26:43
    अप्रूवल दे दिया गया था। समझ रहे हैं? तो
  • 00:26:45
    वैक्सीन के मामले में भी दोनों देशों ने
  • 00:26:47
    यह कोलबोरेट किया। आप ट्रस्ट देख रहे हैं
  • 00:26:49
    कि दोनों के बीच में कितना ज्यादा बड़े
  • 00:26:51
    लेवल पर एक विश्वास है। विश्वास हो भी
  • 00:26:53
    क्यों ना? क्योंकि अलग-अलग ग्रुप्स में
  • 00:26:55
    लगातार सपोर्ट करते आए हैं। बीच में ऐसा
  • 00:26:58
    कोई बहुत ज्यादा मेजर प्रॉब्लम क्रिएट
  • 00:27:00
    नहीं हुआ है दोनों देशों के बीच में। अब
  • 00:27:02
    जैसे फॉर एग्जांपल जिओपॉलिटिकल कोपरेशन की
  • 00:27:04
    जब बात होती है तो इंडिया रशिया आज के समय
  • 00:27:07
    पर इंटरनेशनल फोरम्स में एक दूसरे को
  • 00:27:09
    सपोर्ट करते हैं। जब मैं बात करता हूं एक
  • 00:27:11
    दूसरे को सपोर्ट करते हैं तो जैसे
  • 00:27:13
    यूनाइटेड नेशन हो गया, G20 ग्रुप हो गया,
  • 00:27:15
    ब्रिक्स हो गया या शघाई कोऑपरेशन
  • 00:27:17
    ऑर्गेनाइजेशन हो गया। यह जितने भी
  • 00:27:19
    इंपॉर्टेंट ग्रुप्स दोस्तों आपको दिख रहे
  • 00:27:20
    हैं, इन सभी ग्रुप्स के अंदर में रशिया
  • 00:27:23
    भारत को लगातार सपोर्ट करता है। फॉर
  • 00:27:24
    एग्जांपल यूनाइटेड नेशन की जब बात आती है,
  • 00:27:26
    तो यूनाइटेड नेशन सिक्योरिटी काउंसिल में
  • 00:27:29
    भारत को एक परमानेंट सीट मिलनी चाहिए। इस
  • 00:27:32
    चीज की डिमांड यहां पर रशिया भी हमारे साथ
  • 00:27:34
    में उठाता है। रशिया हमें इसमें सपोर्ट
  • 00:27:36
    करता है। जबकि चाइना इसमें हमें सपोर्ट
  • 00:27:38
    नहीं करता। समझ रहे हैं? फिर बात आती है
  • 00:27:41
    इंडिया रशिया के रिलेशंस केेंस के बारे
  • 00:27:43
    में। तो वही मैंने आपको बताया। मिलिट्री
  • 00:27:44
    इक्विपमेंट में बड़ी निर्भरता है। अब
  • 00:27:46
    एनर्जी सिक्योरिटी यानी कच्चा तेल वगैरह
  • 00:27:48
    भी हमको देता है। तो इस एस्पेक्ट में भी
  • 00:27:49
    जरूरी है। हालांकि इन दोनों के संबंध में
  • 00:27:51
    कुछ चैलेंजेस भी हैं। चुनौतियां भी आपको
  • 00:27:53
    देखने को मिल जाती हैं। चैलेंजेस क्या
  • 00:27:55
    हैं? नंबर वन चैलेंज। पहला चैलेंज है भारत
  • 00:27:58
    और अमेरिका के डाइस ग्रो होना। क्योंकि
  • 00:28:01
    देखो ऑब्वियस सी बात है यूएसए ये नहीं
  • 00:28:03
    चाहेगा रशिया के साथ में या चाइना के साथ
  • 00:28:05
    में भारत के रिलेशंस डेवलप हो। ठीक है? या
  • 00:28:07
    फिर रशिया नहीं चाहेगा कि यूएसए के साथ
  • 00:28:09
    में रिलेशंस डेवलप हो। क्योंकि जिस तरीके
  • 00:28:11
    की इनकी दुश्मनी रही है। इंडिया क्या करता
  • 00:28:13
    है? इंडिया का यहां पर कोई ऐसा कह सकते
  • 00:28:15
    हैं मूव नहीं है कि केवल एक कंट्रीज के
  • 00:28:17
    प्रति बहुत ज्यादा रिलायंट हो जाना। तो
  • 00:28:20
    इंडिया यहां पर बैलेंस करके चलता है।
  • 00:28:22
    इंडिया की अप्रोच अलग है। तो हम यूएसए के
  • 00:28:24
    साथ में भी रिलेशंस को डेवलप करके रखे हुए
  • 00:28:26
    हैं। रशिया के साथ में भी रिलेशंस को
  • 00:28:28
    डेवलप करके रखे हुए हैं। और यह जरूरी भी
  • 00:28:30
    है। पता है जरूरी क्यों है? क्योंकि यहां
  • 00:28:32
    पे हमारा पड़ोसी देश। हमारा पड़ोसी देश है
  • 00:28:35
    यहां पर एक चाइना। पाकिस्तान तो है ही
  • 00:28:38
    जिसके साथ में आज क्या सिचुएशन है? यह सब
  • 00:28:40
    कुछ आपको पता है। चाइना के साथ में भी
  • 00:28:43
    2020 में बॉर्डर को लेकर कितना ज्यादा
  • 00:28:44
    बड़ा विवाद हुआ यह भी आपको पता है। जब
  • 00:28:46
    बॉर्डर विवाद होगा ना और आगे भविष्य में
  • 00:28:49
    चाइना इस तरीके की हरकत दोबारा करता है तो
  • 00:28:52
    रशिया हमको सपोर्ट नहीं करेगा। इंडिया को
  • 00:28:54
    सपोर्ट नहीं करेगा इस पर्टिकुलर केस में।
  • 00:28:56
    ठीक है? क्योंकि 2020 में भी यह गलवान
  • 00:28:57
    वैली डिस्प्यूट हुआ। रशिया ने जरा सा भी
  • 00:29:00
    कुछ भी बात नहीं बोली। रीज़न रीज़न यहां पर
  • 00:29:03
    यह है क्योंकि रशिया चाइना के ऊपर
  • 00:29:05
    डिपेंडेंट है। ठीक है? अभी जब यह पूरा वॉर
  • 00:29:08
    हुआ रशिया यूक्रेन का तो उस दौरान चाइना
  • 00:29:10
    ही था जिसने रशिया को सपोर्ट किया। रशिया
  • 00:29:13
    को पूरी तरह से चाइना की तरफ धकेल दिया
  • 00:29:15
    गया। यह पूरे वॉर के माध्यम से वेस्टर्न
  • 00:29:18
    कंट्रीज एक साथ जब हो गई तो चाइना कुछ भी
  • 00:29:20
    करे यहां पर रशिया नहीं बोलेगा। तो उस समय
  • 00:29:23
    पर यहां पर इंडिया को वेस्टर्न कंट्रीज के
  • 00:29:25
    सपोर्ट की जरूरत है। यूएसए की सपोर्ट की
  • 00:29:27
    जरूरत है। तो एक तरफ से सपोर्ट काट के
  • 00:29:29
    दूसरी तरफ पर पूरा अपना सपोर्ट एक्सटेंड
  • 00:29:31
    कर दें। ऐसा नहीं होना चाहिए। इसको बैलेंस
  • 00:29:34
    करके चलना बहुत जरूरी है। बाकी लास्ट में
  • 00:29:36
    एक सबसे बड़ा इशू क्या है हमारे साथ में?
  • 00:29:38
    ट्रेड इमंबैलेंस। जैसा मैंने आपको बताया
  • 00:29:40
    कि आज हम लोग यहां पर एक सबसे बड़ी
  • 00:29:41
    प्रॉब्लम से गुजर रहे हैं। प्रॉब्लम यह है
  • 00:29:43
    हम रशिया को एक्सपोर्ट तो बहुत कम करते
  • 00:29:46
    हैं, लेकिन रशिया से इंपोर्ट बहुत ज्यादा
  • 00:29:48
    भर-भर के करते हैं। यह बात ध्यान में रखना
  • 00:29:51
    है। ठीक है? चलिए, आगे आते हैं। अब आते
  • 00:29:54
    हैं अगले इंपॉर्टेंट एडिटोरियल की तरफ। जो
  • 00:29:56
    यह हमारा नेक्स्ट एडिटोरियल है, यह
  • 00:29:58
    सुपरेंट है। यहां पर जैसे मैंने आपको
  • 00:30:01
    स्टार्टिंग में ही जब मैंने टॉप हेडलाइंस
  • 00:30:02
    आपको बताई थी, तो मैंने आपको ओवरव्यू दे
  • 00:30:04
    दिया था कि स्पेशली हम बात यहां पे किस
  • 00:30:06
    चीज को लेकर करने वाले हैं। आइए, मैं आपको
  • 00:30:08
    बताता हूं कि ओवरऑल यह इशू है क्या? पहले
  • 00:30:12
    थोड़ा सा बैकग्राउंड पे चलते हैं कि इसके
  • 00:30:13
    पीछे का बैकग्राउंड क्या है? क्योंकि अगर
  • 00:30:15
    बैकग्राउंड क्लियर हो गया ना, आप
  • 00:30:17
    एडिटोरियल को बिल्कुल मस्त तरीके से समझ
  • 00:30:20
    पाएंगे। आपकी अंडरस्टैंडिंग एडिटोरियल को
  • 00:30:22
    लेकर काफी बेहतरीन तरीके से बढ़ जाएगी।
  • 00:30:24
    देखो आज क्या होता है। आज हम लोग
  • 00:30:26
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का बेहतरीन तरीके
  • 00:30:28
    से इस्तेमाल कर रहे हैं। और यह भी सही बात
  • 00:30:30
    है कि हां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने हम
  • 00:30:32
    सभी की लाइफ को बहुत ही ज्यादा इजी बना
  • 00:30:35
    दिया है। है ना? और आज इन सब चीजों का
  • 00:30:37
    बहुत ही ज्यादा इजी एक्सेस है। इजी एक्सेस
  • 00:30:40
    के साथ-साथ जो हम लोगों का टाइम पहले लगता
  • 00:30:42
    था, एफर्ट्स हमारे जो लगते थे, वह सब टाइम
  • 00:30:45
    और एफर्ट्स करंट समय पर बहुत ही ज्यादा कम
  • 00:30:48
    हो चुके हैं। ठीक है? अब यह सब ऑब्वियस सी
  • 00:30:50
    बात है एग्जांपल है। अब सबसे बड़ा
  • 00:30:52
    एग्जांपल एग्जांपल अगर हम यहां पर देखेंगे
  • 00:30:55
    तो वह आता है गिबली ट्रेंड का। तो आप
  • 00:30:57
    लोगों ने यहां पर देखा दोस्तों गिबली के
  • 00:30:59
    बारे में तो जो लोगों ने इमेज क्रिएट करी
  • 00:31:02
    थी गिबली को लेकर है ना। अब वो गिबली को
  • 00:31:05
    वैसे अगर हाथ से ड्रॉ करेंगे तो काफी
  • 00:31:07
    दिनों की सालों की मेहनत होती है। लेकिन
  • 00:31:09
    दोस्तों यहां पे चैट जेपीटी के थ्रू लोगों
  • 00:31:12
    ने गिबली इमेज अपनी क्रिएट करी। केवल एक
  • 00:31:14
    प्र्प डाल केवल यहां पर उसको यहां पर एक
  • 00:31:17
    कमांड दे दिया। उस कमांड के हिसाब से क्या
  • 00:31:19
    हुआ? उसने गिबली इमेज को क्रिएट कर दिया।
  • 00:31:22
    सालों की जो मेहनत लगती थी, वह जस्ट कुछ
  • 00:31:24
    मिनटों में हो रही है। तो, कहोगे हां, यह
  • 00:31:27
    सब तो मानना पड़ेगा। एi की वजह से इजी हुआ
  • 00:31:29
    है। लेकिन आप यह जानते हैं यह जो एi आज के
  • 00:31:33
    समय पर वर्क कर रहा है, इसके पीछे का एक
  • 00:31:35
    कॉस्ट लगता है। एक कॉस्ट लगता है। क्योंकि
  • 00:31:39
    हम तो फ्री में कर रहे हैं। भाई ओपन किया,
  • 00:31:41
    चार्ट जेपीडी डाला, उसमें यहां पर इमेजेस
  • 00:31:42
    वगैरह जो भी है सब क्रिएट कर लिया। लेकिन
  • 00:31:44
    पता है इसके पीछे का एक कॉस्ट क्या लगता
  • 00:31:46
    है? कॉस्ट यहां पर है वह है एनर्जी कॉस्ट।
  • 00:31:49
    याद रखिए क्या है? एनर्जी कॉस्ट। अब होता
  • 00:31:52
    क्या है? जितना भी एआई मॉडल्स आज के समय
  • 00:31:54
    पर काम कर रहे हैं एi मॉडल्स का काम करने
  • 00:31:57
    के लिए पहले उनके लिए एक डेटा सेंटर बनाना
  • 00:31:59
    पड़ता है। यह बात याद रखिएगा। डेटा सेंटर
  • 00:32:01
    के बिना काम नहीं होगा। क्योंकि जो भी आप
  • 00:32:04
    डिटेल्स या कमांड्स दे रहे हैं, उसको लेकर
  • 00:32:06
    क्या होता है? एक डाटा सेंटर के अंदर में
  • 00:32:08
    वह सारा का सारा स्टोर हो रहा होता है
  • 00:32:10
    इंफॉर्मेशन। क्योंकि यह एआई मॉडल्स हैं।
  • 00:32:13
    एi मॉडल खुद से काम नहीं करते हैं। इसको
  • 00:32:15
    ट्रेन करना पड़ता है। इसको बार-बार इसमें
  • 00:32:17
    इंफॉर्मेशन फीड करनी पड़ती है। तभी वह
  • 00:32:20
    जाकर आपको जवाब देता है। समझ रहे हैं? तो
  • 00:32:22
    इसके लिए एक मैसिव डाटा सेंटर की ज़रूरत है
  • 00:32:25
    और वह जो डाटा सेंटर है उसको 24 * 7 काम
  • 00:32:28
    करने की ज़रूरत है। 24ों घंटे यहां पर वह
  • 00:32:31
    डाटा सेंटर काम करता है। लेकिन वो डेटा
  • 00:32:33
    सेंटर अपने आप नहीं काम करता है। उस डेटा
  • 00:32:35
    सेंटर के अंदर में आज हम लोग मैसिव
  • 00:32:38
    इलेक्ट्रिसिटी का यूज़ करते हैं। किस चीज
  • 00:32:41
    का? मैसिव इलेक्ट्रिसिटी का। बिजली का
  • 00:32:43
    यहां पे सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता
  • 00:32:45
    है। तो जितना ज्यादा बिजली का इस्तेमाल
  • 00:32:47
    होगा डेटा सेंटर्स उतना वैसे यहां पर काम
  • 00:32:50
    करेगा। ठीक है? लगातार इसको कंटीन्यूअस
  • 00:32:52
    इलेक्ट्रिसिटी की सप्लाई चाहिए। लेकिन
  • 00:32:54
    क्वेश्चन यहां पर यह है कि यह जो
  • 00:32:57
    इलेक्ट्रिसिटी की सप्लाई है यह आ कहां से
  • 00:32:59
    रही है? यह आ रही है दोस्तों यहां पर
  • 00:33:01
    हमारे कोल पावर प्लांट से। यह याद रखिएगा
  • 00:33:04
    क्योंकि आज ऐसा तो नहीं है कि दुनिया भर
  • 00:33:06
    की सभी कंट्रीज रिन्यूएबल एनर्जी पे आ गई
  • 00:33:08
    है। ठीक है? है यह केवल वर्ड्स चल रहे
  • 00:33:10
    हैं। रिन्यूएबल एनर्जी पे काम किया जा रहा
  • 00:33:12
    है। लेकिन ऐसा नहीं है कि हम यहां पे
  • 00:33:13
    कंप्लीटली इस पे आ चुके हैं। आज भी
  • 00:33:15
    दोस्तों मैसिव एनर्जी कोयले से जनरेट हो
  • 00:33:18
    रही है। इवन इंडिया भी यहां पर 50% एनर्जी
  • 00:33:20
    जो है वो कोयले से ही जनरेट कर रहा है। तो
  • 00:33:22
    जब कोयले से यहां पर बिजली का उत्पादन
  • 00:33:24
    हुआ। है ना? उस इलेक्ट्रिसिटी का हम लोगों
  • 00:33:27
    ने यहां पर डेटा सेंटर में यूज़ किया। तो
  • 00:33:28
    जो आप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का यूज़ कर
  • 00:33:30
    रहे हैं तो वो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का
  • 00:33:33
    जो यूज़ हो रहा है, वो किस कॉस्ट पे हो रहा
  • 00:33:35
    है? एनर्जी कॉस्ट पे। ठीक है? क्योंकि कोल
  • 00:33:39
    फायर पावर प्लांट जब जलते हैं तो यह क्या
  • 00:33:41
    करते हैं दोस्तों? यह प्लांट्स जलेंगे तो
  • 00:33:43
    यह बहुत सारा कार्बन एमिशन करेंगे। तो
  • 00:33:46
    इसमें से ढेर सारा प्रदूषण हो रहा है। और
  • 00:33:49
    दूसरी तरफ हम लोग बात कर रहे हैं क्लाइमेट
  • 00:33:51
    चेंज की। क्लाइमेट चेंज को कंट्रोल करने
  • 00:33:53
    की। आज हम लोगों ने लाइफ को इजी करने के
  • 00:33:55
    लिए एआई का इस्तेमाल किया है। लेकिन एआई
  • 00:33:57
    कहीं ना कहीं यहां पर योगदान दे रहा है इस
  • 00:33:59
    पोलशन को और ज्यादा बढ़ाने में। यह हमारे
  • 00:34:01
    लिए एक चैलेंज है। समझ रहे हैं? एआई के
  • 00:34:05
    पीछे का कॉस्ट क्या है? तो राइटर ने यहां
  • 00:34:07
    पर एक सशन भी दिया है। अगर ऐसा कुछ है भी
  • 00:34:09
    तो हम क्या कर सकते हैं? एक एसएमआर को
  • 00:34:12
    डेवलप कर सकते हैं। एसएमआर का मतलब क्या
  • 00:34:15
    होता है? यह होता है स्मॉल मेडुलर
  • 00:34:17
    रिएक्टर। याद रखिए। जैसे आपके न्यूक्लियर
  • 00:34:20
    पावर प्लांट्स होते हैं ना। देखो, जैसे
  • 00:34:22
    आपके न्यूक्लियर पावर प्लांट्स होते हैं।
  • 00:34:24
    लेकिन न्यूक्लियर पावर प्लांट्स को लगाने
  • 00:34:26
    के लिए आपको एक बड़े लैंड साइज एरिया की
  • 00:34:28
    जरूरत पड़ती है। तब आपके प्लांट्स लगते
  • 00:34:31
    हैं। ठीक है? फिर उसके लिए मतलब आप कह
  • 00:34:33
    सकते हैं कि कूलिंग इफेक्ट यह सब चीजें
  • 00:34:35
    यहां पर देनी पड़ती है। तो यह हमारे सारे
  • 00:34:37
    के सारे कन्वेंशनल न्यूक्लियर पावर
  • 00:34:40
    प्लांट्स हैं पुराने वाले। ठीक है? जिससे
  • 00:34:42
    इलेक्ट्रिसिटी मिलती है, मैसिव एनर्जी
  • 00:34:43
    मिलती है। इसी को ही कॉपी करके एसएमआर दैट
  • 00:34:47
    इज स्मॉल मॉड्यूलर रिएक्टर वाले कांसेप्ट
  • 00:34:49
    को लेकर आया गया है। स्मॉल मॉड्यूलर
  • 00:34:51
    रिएक्टर का काम क्या है? कम जमीन पर यानी
  • 00:34:53
    कि जो लैंड साइज है, इतना नहीं चाहिए।
  • 00:34:55
    छोटी सी जमीन चाहिए और जहां पर उपयोग है
  • 00:34:57
    मान लो यहां पर आपका डेटा सेंटर है। पास
  • 00:34:59
    में ही यह छोटा सा प्लांट लगा दिया जाएगा
  • 00:35:01
    और यह प्लांट इस डेटा सेंटर की जितनी भी
  • 00:35:04
    रिक्वायरमेंट होगी उस रिक्वायरमेंट को
  • 00:35:07
    फुलफिल कर सकेगा। ठीक है? यहां पे याद
  • 00:35:10
    रखिएगा जितनी भी रिक्वायरमेंट होगी उस
  • 00:35:11
    रिक्वायरमेंट को फुलफिल कर सकेगा। तो ये
  • 00:35:13
    छोटे-छोटे रिएक्टर्स हम डेवलप कर सकते
  • 00:35:15
    हैं। क्योंकि यह जो रिएक्टर्स हैं जब
  • 00:35:18
    इसमें एनर्जी जनरेशन होगा तो कोई कार्बन
  • 00:35:20
    एमिशन नहीं होगा। तो कोई प्रदूषण यहां पर
  • 00:35:24
    नहीं हो रहा होगा। एक तरीके से यहां पर यह
  • 00:35:26
    रिन्यूएबल एनर्जी की तरह काम करेगा।
  • 00:35:28
    क्योंकि आप अगर सोच रहे हैं सोलर एनर्जी
  • 00:35:31
    के थ्रू यहां पर इसको डेवलप कर पाऊं तो
  • 00:35:33
    सोलर एनर्जी में एक बहुत बड़ा चैलेंज है।
  • 00:35:35
    क्या सूर्य की ऊर्जा हमेशा कांस्टेंट आपको
  • 00:35:38
    मिल रही है? नहीं। तो कांस्टेंट अगर नहीं
  • 00:35:41
    मिलेगी तो फिर सोलर पैनल से जो बिजली का
  • 00:35:43
    प्रोडक्शन हो रहा है, इलेक्ट्रिसिटी
  • 00:35:45
    प्रोड्यूस हो रही है, कभी ज्यादा होगी,
  • 00:35:47
    कभी कम होगी। लेकिन हमें यहां पर डाटा
  • 00:35:49
    सेंटर को चलाने के लिए कंटीन्यूअस सप्लाई
  • 00:35:51
    चाहिए। क्योंकि दुनिया भर के अंदर
  • 00:35:53
    कोने-कोने में इस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
  • 00:35:56
    का उपयोग हो रहा है। तो कंटीन्यूअस सप्लाई
  • 00:35:58
    के लिए सोलर पैनल्स के थ्रू एनर्जी जनरेट
  • 00:36:01
    करना अभी के समय पर नेक्स्ट टू इंपॉसिबल
  • 00:36:04
    है। स्पेशली इसके रिक्वायरमेंट को फुलफिल
  • 00:36:06
    करना। तो इसके लिए स्मॉल मेडुलर रिएक्टर
  • 00:36:09
    एक वन ऑफ द बेस्ट ऑप्शन यहां पर हो सकता
  • 00:36:11
    है। ठीक है? अगर आप सोच रहे हैं कि आज
  • 00:36:13
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक फ्री कांसेप्ट
  • 00:36:16
    है तो यह बिल्कुल भी फ्री नहीं है। ठीक
  • 00:36:19
    है? क्योंकि आप समझ गए जितनी बार आप चैट
  • 00:36:22
    जीपीट या कोई एआई टूल इस्तेमाल करते हैं
  • 00:36:24
    दुनिया में कहीं ना कहीं जो डाटा सेंटर है
  • 00:36:26
    वहां पर इलेक्ट्रिसिटी खर्च हुई है और वह
  • 00:36:29
    इलेक्ट्रिसिटी फॉसिल फ्यूल से यानी वही
  • 00:36:31
    कोयले वगैरह से बनाई गई है जिससे प्रदूषण
  • 00:36:34
    होता है। सबसे इंटरेस्टिंग चीज यह है कि
  • 00:36:37
    आज लोग यहां पर अपनी चैट जेपीटी में जितने
  • 00:36:39
    भी इमेजज़ वगैरह हैं, वह सब क्रिएट कर रहे
  • 00:36:41
    हैं। और इसी को लेकर जो ओपन एi प्लेटफार्म
  • 00:36:44
    के सीईओ हैं जिनका नाम है सैम ऑल्टमैन।
  • 00:36:47
    इन्होंने ट्वीट किया। इन्होंने ट्वीट किया
  • 00:36:49
    कि लोग चैट जीपीटी से मजे ले रहे हैं।
  • 00:36:51
    लेकिन हमारा जो जीपीयू है ग्राफ ग्राफिक
  • 00:36:54
    प्रोसेसिंग यूनिट्स जो यहां पर ये पूरी
  • 00:36:56
    प्रोसेसिंग कर रहा है। आपको ये डिटेल्स
  • 00:36:57
    प्रोवाइड करवा रहा है। भाई वो पिघल रहा
  • 00:36:59
    है। इतना लोड आपने चार्ट जीपीटी के ऊपर
  • 00:37:01
    में डाल दिया है। यह बात सैम ऑल्टमैन का
  • 00:37:04
    यहां पर कहना है। समझ रहे हैं? इवन यहां
  • 00:37:07
    पर यह कहते हैं एक प्रोजेक्शन यह बोलता है
  • 00:37:09
    जो प्रोजेक्शन ऑब्वियसली खतरनाक भी है।
  • 00:37:12
    प्रोजेक्शन यह कहता है कि यह जो डाटा
  • 00:37:14
    सेंटर है यह डाटा सेंटर लगभग दुनिया भर की
  • 00:37:17
    जो टोटल इलेक्ट्रिसिटी का यूजेज है 2030
  • 00:37:19
    तक उसका 10% डाटा सेंटर यूज करेगा। आप
  • 00:37:23
    इमेजिन करो कि एक एक कंट्री की बात नहीं
  • 00:37:26
    कर रहे हैं। पूरे दुनिया में जितना भी
  • 00:37:28
    बिजली का यूज हो रहा है उसका 10% यूजेज
  • 00:37:32
    यहां पर सीधा एआई के थ्रू होने वाला है।
  • 00:37:34
    तो यहां पर यह बहुत ही ज्यादा जरूरी है कि
  • 00:37:37
    आज हमारे पास में इतनी अच्छी कैपेसिटी
  • 00:37:39
    होनी चाहिए। वो क्षमता होनी चाहिए कि हम
  • 00:37:42
    इस एनर्जी का जो पूरा जनरेशन है या आने
  • 00:37:45
    वाले समय पर यहां पे जो जरूरत होने वाली
  • 00:37:47
    है उसको फुलफिल कर सकें। उसको झेल सकें।
  • 00:37:49
    क्योंकि आज आप धीरे-धीरे करके हमें
  • 00:37:52
    डिपेंडेंट बना चुके हैं इस आर्टिफिशियल
  • 00:37:54
    इंटेलिजेंस पे। क्योंकि एआई मॉडल को हमें
  • 00:37:56
    ट्रेन भी करना पड़ता है। और एआई मॉडल को
  • 00:37:59
    ट्रेन करना अगर आप देखोगे या चार्ट जीपीटी
  • 00:38:01
    वगैरह की जब हम बात करते हैं तो इससे भारी
  • 00:38:04
    मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड यहां पे
  • 00:38:06
    रिलीज हो रहा है। कार्बन एमिशन हो रहा है।
  • 00:38:08
    पता है कितना कार्बन एमिशन हो रहा है?
  • 00:38:09
    यहां पे एग्जांपल यूज़ किया गया है। मान
  • 00:38:11
    लो आपने पांच कारें ली। कितनी? पांच कार
  • 00:38:14
    ली और उस पांच कार को चला के छोड़ दिया।
  • 00:38:17
    उसका इंजन चला के छोड़ दिया। और वो कार चल
  • 00:38:19
    रही है। अपनी जिंदगी भर लगातार वो चल रही
  • 00:38:22
    है बिना रुके नॉनस्टॉप। तो पूरा जिंदगी भर
  • 00:38:25
    वो चली हैं। नॉनस्टॉप चली हैं। और उन पांच
  • 00:38:27
    कारों ने जितना प्रदूषण किया है उतना
  • 00:38:30
    प्रदूषण दोस्तों यहां पे अगर आप देखोगे तो
  • 00:38:32
    यह जो इमेज जनरेटर टूल वगैरह हैं जिससे आप
  • 00:38:34
    इमेज वगैरह जनरेट कर रहे हैं उतना ही
  • 00:38:36
    कार्बन एमिशन यह कर रहे हैं। तो यह है
  • 00:38:40
    यहां पर एक बड़ी प्रॉब्लम। तो एआई कंपनीज
  • 00:38:42
    की जब बात आती है तो एआई कंपनीज को कोई भी
  • 00:38:45
    स्टार्ट कर रहा है नई एआई कंपनी आ रही है
  • 00:38:46
    तो उसको यहां पर ट्रांसपेरेंसी दिखानी
  • 00:38:48
    पड़ेगी आज के समय पर आज के समय पर थोड़ा
  • 00:38:51
    डिटेल हमारे सामने प्रेजेंट करना होगा
  • 00:38:53
    डिटेल कैसी डिटेल डिटेल पहली डिटेल यह
  • 00:38:56
    होनी चाहिए हाउ मच एनर्जी इज बीइंग
  • 00:38:58
    कंज्यूम्ड कितनी एनर्जी यहां पर आज के समय
  • 00:39:00
    पर यूज़ की जा रही है और वह एनर्जी कहां
  • 00:39:03
    से आ रही है जरा यह भी बताओ तीसरा यहां पे
  • 00:39:05
    बताना होगा कौन-कौन से स्टेप्स उठाए जा
  • 00:39:07
    रहे हैं इन कंपनीज़ के थ्रू जिससे वह
  • 00:39:09
    एनर्जी कंजमशन को कम कर रहे
  • 00:39:11
    या इलेक्ट्रिसिटी के ऊपर में जो लोड पड़
  • 00:39:13
    रहा है उसको कम किया जा रहा है। यह बताना
  • 00:39:16
    जरूरी है। अदरवाइज आने वाले समय पर
  • 00:39:18
    क्लाइमेट चेंज के क्राइसिस बढ़ते ही
  • 00:39:21
    रहेंगे। चाहे आप कितने ही समिट करते रहें,
  • 00:39:23
    चाहे आप कितने ही प्रोग्राम चलाते रहें।
  • 00:39:25
    यह तो वही बात हो गई कि यहां पर आप देखोगे
  • 00:39:28
    रिसेंट समय पर क्या हुआ है? एक क्लाइमेट
  • 00:39:30
    समिट को लेकर मीटिंग होनी थी ब्राजील के
  • 00:39:31
    अंदर में। तो ब्राजील के अंदर में वो समिट
  • 00:39:34
    के लिए जहां पे हम क्या बात करने वाले
  • 00:39:35
    हैं? पेड़ों को बचाने की बात करने वाले
  • 00:39:37
    हैं। प्रदूषण को कंट्रोल करने की बात करने
  • 00:39:39
    वाले हैं। तो होता क्या है कि उस समिट को
  • 00:39:41
    अटेंड करने के लिए लोग जा रहे होते हैं।
  • 00:39:42
    दुनिया भर के जो लीडर्स हैं वह पहुंचते
  • 00:39:44
    हैं। उनके लिए पता है रास्ता कैसे बनाते
  • 00:39:46
    हैं? Amazon के जंगल को काट के लाखों
  • 00:39:49
    पेड़ों को काट के यहां पे रास्ता बनाया
  • 00:39:51
    जाता है। रास्ता बनाया जाता है ताकि वह
  • 00:39:53
    लीडर्स वहां से जाएं और क्लाइमेट चेंज पे
  • 00:39:55
    बात कर सकें। डिस्कशन कर सके कि हां
  • 00:39:57
    पेड़ों को बचाओ, पेड़ों को यहां पर ज्यादा
  • 00:39:59
    से ज्यादा लगाओ और वही पेड़ों को काट के
  • 00:40:01
    रास्ता बनाया गया है। तो यह वही चीज है।
  • 00:40:04
    हमें यहां पर पहले से विचार करना होगा
  • 00:40:06
    क्योंकि हमारे पास में डाटा है। यह डाटा
  • 00:40:09
    यहां पर प्रेजेंट है कि हां यह सब सिचुए
  • 00:40:11
    सिचुएशन हो रही है। तो सही समय पर एक्शन
  • 00:40:14
    लेना हमको भविष्य में बचा लेगा। जैसे यहां
  • 00:40:17
    पर बताया गया स्मॉल मॉड्यूलर रिएक्टर कुछ
  • 00:40:18
    ना तो स्मॉल मॉड्यूलर रिएक्टर बना लो यार।
  • 00:40:21
    है ना? यह एक कह सकते हैं कि टॉपिक हो
  • 00:40:24
    सकता है जिस पर थोड़ा डिबेट होगा लेकिन यह
  • 00:40:27
    रिएक्टर छोटे होते हैं। जैसे लार्ज साइज
  • 00:40:29
    वाले न्यूक्लियर प्लांट्स जो होते हैं ना
  • 00:40:31
    वहां पे बहुत ज्यादा पानी उसके अलावा जमीन
  • 00:40:34
    इंफ्रास्ट्रक्चर ये सब कुछ चाहिए होता है।
  • 00:40:36
    लेकिन यहां पर यह बहुत छोटे साइज के होते
  • 00:40:39
    हैं। एक डेटा सेंटर जहां पे पावर चाहिए उस
  • 00:40:42
    के पास में यहां पर आप स्मॉल मॉड्यूलर
  • 00:40:44
    रिएक्टर को लगा लो। इसमें एक्सीडेंट होने
  • 00:40:46
    के चांसेस भी कम होते हैं क्योंकि इस
  • 00:40:48
    प्रकार से इसका कंस्ट्रक्शन किया गया है।
  • 00:40:50
    एक एडवांस टेक्नोलॉजी है। अगर कोई
  • 00:40:52
    एक्सीडेंट होने के चांसेस बन रहे हैं तो
  • 00:40:54
    दोस्तों यह रिएक्टर ठंडा हो जाता है और
  • 00:40:56
    सेफ्टी के साथ में शटडाउन भी हो जाता है।
  • 00:40:58
    तो एक्सीडेंट का रिस्क कम हो जाता है।
  • 00:41:01
    अच्छी एनर्जी आपको प्रोवाइड करवाएगा जिससे
  • 00:41:03
    प्रदूषण भी नहीं हो रहा होगा। क्योंकि
  • 00:41:05
    इंडिया के केस में देखोगे तो इंडिया के
  • 00:41:07
    केस में भी वही सिमिलर सिनेरियो है। ठीक
  • 00:41:09
    है? क्योंकि जितने भी चैलेंजेस हैं भले ही
  • 00:41:11
    हैं लेकिन जो बिजली की कॉस्ट है स्पेशली
  • 00:41:14
    जब हम स्मॉल मॉड्यूलर रिएक्टर से बनाते
  • 00:41:16
    हैं तो ₹5 पर किलोवाट आवर ठीक है ₹10 से
  • 00:41:21
    ₹5 पर किलोवाट आवर के हिसाब से यहां पर
  • 00:41:23
    हमको यह देखने को मिल जाता है इन रिएक्टर
  • 00:41:25
    से जब ये एनर्जी जनरेट होती है जो कि
  • 00:41:27
    बेसिकली यहां पे जो एवरेज कॉस्ट होता है
  • 00:41:29
    इलेक्ट्रिसिटी का उससे काफी ज्यादा कम है।
  • 00:41:32
    तो यहां पर हमको यह स्टेप लेने की जरूरत
  • 00:41:34
    है। आई होप अब यह समझ रहे होंगे आप। अब
  • 00:41:36
    क्वेश्चन यह है कि स्मॉल मॉड्यूलर रिएक्टर
  • 00:41:38
    को बनाया कैसे जाए? सर डाटा सेंटर अपने
  • 00:41:40
    यहां पर डाटा या एi मॉडल को ट्रेन करने
  • 00:41:43
    में सारा पैसा लगा दे या इस तरीके से यहां
  • 00:41:46
    पर यह स्मॉल मॉड्यूलर रिएक्टर लगा ले। एक
  • 00:41:48
    काम ही हो सकता है इतने पैसे में। तो उसके
  • 00:41:50
    लिए राइटर ने एक और सजेशन दिया है। सजेशन
  • 00:41:53
    यहां पर यह है कि हम इसमें पब्लिक
  • 00:41:54
    प्राइवेट पार्टनरशिप कर सकते हैं।
  • 00:41:57
    पीपीपी जहां पे गवर्नमेंट और प्राइवेट
  • 00:42:00
    कंपनीज़ दोनों मिलकर जितने जहां-जहां पे
  • 00:42:03
    जरूरत है हमें मैसिव इलेक्ट्रिसिटी की
  • 00:42:05
    वहां-वहां पर छोटे-छोटे स्मॉल मॉड्यूलर
  • 00:42:07
    रिएक्टर लगा दिए जाएं। ठीक है? या दूसरे
  • 00:42:10
    और प्रकार की रिन्यूएबल एनर्जी पे काम कर
  • 00:42:12
    लें तो और ज्यादा बेटर रहेगा। इससे लगातार
  • 00:42:14
    एआई के टेक्नोलॉजी या मॉडल्स को सप्लाई
  • 00:42:16
    मिलती रहेगी। हमारा काम होता रहेगा। ठीक
  • 00:42:18
    है? आई होप आपको यह क्लेरिटी मिल चुकी है
  • 00:42:21
    कि इशू एग्जैक्टली चल क्या रहा है। तो
  • 00:42:24
    सारे नोट्स जो हैं यह सब यहां पर डेवलप
  • 00:42:25
    करे हुए हैं। इसको आप अच्छे से देख
  • 00:42:27
    लीजिएगा। अब पहले यहां पर एक और आर्टिकल
  • 00:42:29
    पर आते हैं। यह टॉपिक भी बहुत काम का है।
  • 00:42:31
    आज के न्यूज़पेपर में पेज नंबर 13 पे
  • 00:42:33
    प्रेजेंट है। जीएस पेपर नंबर टू पिटी के
  • 00:42:36
    साथ में आप इसको लिंक कर सकते हैं।
  • 00:42:37
    क्योंकि रिसेंटली क्या हुआ है? फर्स्ट ऑफ
  • 00:42:40
    मई यह तारीख निकली है। अब होता क्या है
  • 00:42:42
    दोस्तों? 1 मई को हम आज के समय पर
  • 00:42:46
    महाराष्ट्र डे को ऑब्जर्व करते हैं।
  • 00:42:48
    महाराष्ट्र के साथ-साथ यहां पर गुजरात डे
  • 00:42:50
    को भी ऑब्जर्व किया जाता है दोस्तों याद
  • 00:42:53
    रखिएगा। ठीक है? अब यह डे को ऑब्जर्व कब
  • 00:42:56
    से किया जा रहा है? 1960 से 1960 से।
  • 00:42:59
    क्योंकि 1960 में अगर आप देखोगे
  • 00:43:02
    महाराष्ट्र को एक अलग स्टेट का दर्जा
  • 00:43:05
    मिलता है और 1 मई को साथ ही साथ में हम
  • 00:43:07
    इंटरनेशनल लेबर डे भी सेलिब्रेट करते हैं
  • 00:43:09
    जो आप लोग यहां पर पढ़ चुके हो जिसके बारे
  • 00:43:11
    में ऑलरेडी मैं पढ़ा चुका हूं। अब
  • 00:43:13
    क्वेश्चन यहां पर यह है कि यह जो पूरा
  • 00:43:16
    महाराष्ट्र का एक मूवमेंट चला था जिसको
  • 00:43:18
    यहां पे नाम दिया जाता है संयुक्त
  • 00:43:19
    महाराष्ट्र मूवमेंट। इस मूवमेंट के बारे
  • 00:43:21
    में समझना जरूरी है दोस्तों। पॉलिटी के
  • 00:43:23
    लिए बहुत रेलेवेंट है और कैसे यहां पर एक
  • 00:43:25
    भाषा के आधार पे जो मूवमेंट शुरू हुआ उससे
  • 00:43:28
    एक राज्य बना। फिर बहुत सारे और भी राज्य
  • 00:43:30
    बने हैं इंडिया के अंदर में भाषा के आधार
  • 00:43:32
    पे वो भी मैं आपको यहां पे समझाने वाला
  • 00:43:34
    हूं। तो मेरे बात को ध्यान से सुनिएगा। यह
  • 00:43:36
    तारीख जैसे मैंने आपको बताया 1960 की यहां
  • 00:43:38
    पर यह तारीख है जो बॉम्बे स्टेट है।
  • 00:43:41
    क्योंकि उस समय पर 1960 से पहले यह पूरा
  • 00:43:43
    का पूरा बॉम्बे हुआ करता था। है ना? पता
  • 00:43:46
    है? यानी कि जो हमारा आज के समय का
  • 00:43:48
    महाराष्ट्र है या गुजरात है यह सब बॉम्बे
  • 00:43:52
    का हिस्सा हुआ करता था। पहले वो पूरा का
  • 00:43:53
    पूरा बॉम्बे हुआ करता था। तो बॉम्बे
  • 00:43:55
    रिऑर्गेनाइजेशन एक्ट आता है बाद में और
  • 00:43:57
    बॉम्बे रिऑर्गेनाइजेशन एक्ट के बाद में
  • 00:44:00
    भाषा के आधार पे क्योंकि ऑब्वियस सी बात
  • 00:44:02
    है पूरा बॉम्बे एक रीजन था। और उसके बाद
  • 00:44:04
    मराठी बोलने वाले महाराष्ट्र के सॉरी
  • 00:44:06
    मराठी मराठी बोलने वाले लोग भी उसमें ही
  • 00:44:08
    थे। गुजराती बोलने वाले लोग भी उसमें ही
  • 00:44:10
    थे। लोगों की डिमांड थी भैया जो मराठी
  • 00:44:12
    बोलते हैं उनके लिए अलग रीजन दो। गुजराती
  • 00:44:15
    जो बोलते हैं उनके लिए अलग रीजन दो। दोनों
  • 00:44:17
    के ग्रुप्स की साइड से अलग-अलग डिमांड उठी
  • 00:44:19
    और इस डिमांड के आधार पर यहां पे क्या
  • 00:44:21
    होता है दोस्तों? दो राज्यों का गठन होता
  • 00:44:23
    है। एक गुजरात बनता है दूसरा महाराष्ट्र
  • 00:44:25
    बनता है। तो क्वेश्चन बन जाए यहां पर
  • 00:44:27
    गुजरात महाराष्ट्र किसका हिस्सा था?
  • 00:44:28
    बॉम्बे का हिस्सा था। यह सब यहां पे पूरा
  • 00:44:30
    का पूरा एक समय पर बॉम्बे हुआ करता था।
  • 00:44:33
    बाद में यहां पर गुजरात और महाराष्ट्र दो
  • 00:44:35
    अलग-अलग पर्टिकुलर स्टेट्स को क्रिएट किया
  • 00:44:37
    गया। आज जब हम लोग यहां पर दोस्तों
  • 00:44:39
    महाराष्ट्र की बात करते हैं तो यह आपको
  • 00:44:41
    बता ही चुका हूं कि मे वन हम मार्क करते
  • 00:44:43
    हैं महाराष्ट्र डे को लेकर। दूसरा
  • 00:44:45
    महाराष्ट्र इंडिया का एक सबसे ज्यादा बड़ा
  • 00:44:48
    कमर्शियल और इंडस्ट्रियल सेंटर है।
  • 00:44:50
    महाराष्ट्र के अंदर में आज 36 डिस्ट्रिक्ट
  • 00:44:52
    देखने को मिलेंगे। छह अलग-अलग डिवीजन
  • 00:44:54
    बांटे गए हैं। छह डिवीजन यहां पर आप लोग
  • 00:44:56
    इस तरीके से देख पाएंगे। नागपुर डिवीजन,
  • 00:44:57
    पुणे डिवीजन, अमरावती डिवीजन। ठीक है?
  • 00:45:00
    नाशिक डिवीजन, कोनग डिवीजन ये डिवीजंस बटे
  • 00:45:02
    हुए हैं। महाराष्ट्र आज बहुत ज्यादा
  • 00:45:04
    नेचुरल रिसोर्सेज में भी रिच है। जब मैं
  • 00:45:06
    बात करता हूं नेचुरल रिसोर्सेज की तो यहां
  • 00:45:08
    पे रॉक बेसल्ट उसके अलावा लेटराइट और भी
  • 00:45:11
    यहां पे और डिपॉजिट्स आपको देखने को मिल
  • 00:45:13
    जाते हैं। जिसमें से अलग-अलग प्रकार के
  • 00:45:15
    मिनरल्स को निकाला जाता है। इवन
  • 00:45:17
    महाराष्ट्र के अंदर में कुछ रेंजेस आपको
  • 00:45:19
    देखने को मिल जाती हैं जो बहुत इंपॉर्टेंट
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    हैं। जहां मैं बात करता हूं रेंजेस की तो
  • 00:45:22
    चंद्रपुर, गढ़चरौली, बंधारा, नागपुर
  • 00:45:25
    डिस्ट्रिक्ट यह वो हैं जो एक मेन मिनरल
  • 00:45:27
    बेल्ट को फॉर्म करते हैं। यह वो पर्टिकुलर
  • 00:45:30
    डिस्ट्रिक्ट्स हैं जहां पर कोयला और
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    मैंगनीज भर-भर के प्रेजेंट है। फिर उसके
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    बाद में दोस्तों महाराष्ट्र के अंदर में
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    कुछ इंपॉर्टेंट नेशनल पार्कक्स और वाइल्ड
  • 00:45:37
    लाइफ सेंचुरी आपको देखने को मिल जाती हैं।
  • 00:45:39
    तो इसमें नगजीरा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी है।
  • 00:45:42
    संजय गांधी अकब बोरीवली नेशनल पार्क है।
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    चंदोली नेशनल पार्क है। सागरेश्वर वाइल्ड
  • 00:45:47
    लाइफ सेंचुरी है। उसके अलावा भीमशंकर
  • 00:45:49
    वाइल्ड लाइफ सेंचुरी आपको यह देखने को मिल
  • 00:45:50
    जाती है। एरिया वाइज अगर आप देख पाओगे तो
  • 00:45:52
    महाराष्ट्र तीसरा सबसे बड़ा राज्य है भारत
  • 00:45:55
    का और दूसरा सबसे बड़ा पॉपुलेशन के टर्म्स
  • 00:45:58
    में यह बेसिकली 2011 के जनगणना के
  • 00:46:00
    अकॉर्डिंग बताया जा रहा है क्योंकि 2011
  • 00:46:02
    के बाद तो कोई जनगणना हुई नहीं जो 2021
  • 00:46:04
    में होनी थी वो अभी हुई नहीं कोविड की वजह
  • 00:46:06
    से तैयारी वैसे चल रही है सारी कि अब यहां
  • 00:46:08
    पर सेंसस किया जाएगा जिसमें कास्ट सेंसस
  • 00:46:11
    का इशू भी उठाया गया है। ध्यान रखिए कास्ट
  • 00:46:13
    सेंस के बारे में ऑलरेडी मैं आपको पढ़ा
  • 00:46:15
    चुका हूं। हूं। आज न्यूज़पेपर में एक
  • 00:46:16
    आर्टिकल है। उसको आप स्किप कर सकते हैं
  • 00:46:18
    क्योंकि पहले ही हम सारी की सारी डिटेल्स
  • 00:46:20
    ले चुके हैं। ठीक है? तो 2011 के जनगणना
  • 00:46:23
    के हिसाब से सेकंड लार्जेस्ट इन टर्म्स ऑफ
  • 00:46:25
    पॉपुलेशन है। कुछ इंपॉर्टेंट फेस्टिवल्स
  • 00:46:27
    आपको यहां पे महाराष्ट्र के देखने को मिल
  • 00:46:28
    जाते हैं। गणेश चतुर्थी जैसे बहुत पॉपुलर
  • 00:46:30
    फेस्टिवल गुड़ी पड़वा हो गया, गोकुल
  • 00:46:32
    अष्टमी। ठीक है? पोला फेस्टिवल, नाग पंचमी
  • 00:46:34
    बहुत बेहतरीन तरीके से सेलिब्रेशन यहां पर
  • 00:46:36
    चलता है। ठीक है? अब क्वेश्चन यहां पर ये
  • 00:46:38
    आता है कि गुजरात को हमने सॉरी जो हम
  • 00:46:42
    लोगों ने महाराष्ट्र और गुजरात को राज्य
  • 00:46:44
    बनाया है स्टेटहुड डे यहां पर इनका
  • 00:46:45
    सेलिब्रेट किया जाता है फर्स्ट ऑफ मई को
  • 00:46:47
    इसके पीछे का इतिहास क्या है? आखिरकार ये
  • 00:46:50
    कहानी यहां तक पहुंची कैसे? ये एक स्लाइड
  • 00:46:52
    के अंदर में थोड़ा बेसिक सा डाटा है। इसको
  • 00:46:54
    जरूर से याद रखिएगा। देखिए आज हम लोग
  • 00:46:56
    गुजरात और महाराष्ट्र स्टेटहुड डे जब
  • 00:46:58
    देखते हैं कि हर साल फर्स्ट ऑफ मई को इसको
  • 00:47:00
    ऑब्जर्व किया जा रहा है। लेकिन उसकाेंस
  • 00:47:02
    समझिए। किस तरीके से यहां पर लंबे समय तक
  • 00:47:05
    डिमांड की गई है क्योंकि देश की आजादी के
  • 00:47:07
    बाद क्योंकि देश की आजादी से पहले तक वह
  • 00:47:09
    पूरा का पूरा रीजन बॉम्बे वाला रीजन
  • 00:47:11
    कहलाया करता था। ठीक है? अब देश की आजादी
  • 00:47:14
    के बाद में इंडिया के अंदर में लगातार
  • 00:47:17
    रीऑर्गेनाइजेशन की डिमांड उठने लगी। वो भी
  • 00:47:19
    भाषा के आधार पे। ठीक है? एक बड़े-बड़े
  • 00:47:21
    रेंज थे जहां पे लोग अपनी खुद की भाषा
  • 00:47:23
    बोला करते थे। जैसे बॉम्बे स्टेट की बात
  • 00:47:25
    करेंगे तो बॉम्बे स्टेट में भी बॉम्बे
  • 00:47:26
    स्टेट बेसिकली उस समय पर एक मल्टीलिंगुअल
  • 00:47:29
    रीजन हुआ करता था। जहां पे अलग-अलग प्रकार
  • 00:47:31
    की भाषाएं बोलने वाले यहां पर कम्युनिटीज
  • 00:47:33
    प्रेजेंट थी जिसमें जैसे मैंने आपको बताया
  • 00:47:35
    गुजराती, मराठी, कोनकानी है ना और भी
  • 00:47:38
    दूसरी भाषाएं वहां पर लोग बोला करते थे।
  • 00:47:40
    तो लोगों की डिमांड ये थी कि हम भाषा के
  • 00:47:42
    आधार पे क्यों ना अपना एक सेल्फ गवर्निंग
  • 00:47:44
    स्टेट बना लें। ठीक है? तो भाषा के आधार
  • 00:47:47
    पे हम एक साथ यूनाइट हो जाएंगे। एक साथ
  • 00:47:49
    इकट्ठे हो जाएंगे। और इसी के आधार पर यहां
  • 00:47:51
    पर क्या होता है? संयुक्त महाराष्ट्र
  • 00:47:53
    मूवमेंट शुरू होता है जो महाराष्ट्र एक
  • 00:47:56
    अलग स्टेट की डिमांड करता है। यह एक बहुत
  • 00:47:58
    ज्यादा बड़ा कह सकते हैं ग्रुप एक मूवमेंट
  • 00:48:01
    इकट्ठा हुआ जिन्होंने प्रोटेस्ट करना शुरू
  • 00:48:03
    किया और यह पूरा ग्रुप शुरू हो जाता है
  • 00:48:05
    दोस्तों 1956 के अंदर में यह बनता है और
  • 00:48:09
    इन्होंने फिर डिमांड शुरू कर दी कि हमें
  • 00:48:11
    एक सेपरेट मराठी स्पीकिंग पीपल स्टेट
  • 00:48:13
    चाहिए। एक सेपरेट रीजन चाहिए जहां पे केवल
  • 00:48:15
    और केवल मराठी बोलने वाले लोग हो। ठीक है?
  • 00:48:19
    तो इसको यहां पर किया गया। समझ रहे हैं?
  • 00:48:22
    बाद में महाराष्ट्र बनकर आया और इसी तरीके
  • 00:48:24
    से यहां पर यही चीज सिमिलर चीज गुजरात के
  • 00:48:27
    मूवमेंट के लिए भी होती है। जिसको महा
  • 00:48:29
    गुजरात मूवमेंट का नाम दिया गया। महा
  • 00:48:30
    गुजरात मूवमेंट की बात करेंगे तो 1928 का
  • 00:48:33
    यह मूवमेंट है। और यह जो मूवमेंट है यह भी
  • 00:48:35
    1950 में जाके बड़ा मोमेंटम ले लेता है।
  • 00:48:38
    ठीक है? यानी डिमांड और ज्यादा बढ़ जाती
  • 00:48:39
    है। सेपरेट स्टेट की मांग की जाने लगी कि
  • 00:48:41
    भैया जो गुजराती बोलने वाले लोग हैं उनको
  • 00:48:43
    भी अलग रीजन चाहिए जिसमें सौराष्ट्र,
  • 00:48:45
    कच्छ, नॉर्थ गुजरात ये सब शामिल हुआ। समझ
  • 00:48:48
    गए? तो ये सब कैसे होता है? यह होता है
  • 00:48:50
    स्टेट रिऑर्गेनाइजेशन कमीशन के माध्यम से।
  • 00:48:53
    स्टेट रिऑर्गेनाइजेशन कमीशन पता है ना? यह
  • 00:48:55
    कमीशन बनता है और इस कमीशन को 1953 में
  • 00:48:59
    क्रिएट किया गया। और इसी के आधार पर यहां
  • 00:49:01
    पर क्या हुआ? बॉम्बे रिऑर्गेनाइजेशन एक्ट
  • 00:49:04
    पास होता है और यह बॉम्बे रिऑर्गेनाइजेशन
  • 00:49:06
    एक्ट यानी कि पूरा का पूरा बॉम्बे रीजन
  • 00:49:08
    था। इसी बॉम्बे में महाराष्ट्र सॉरी मराठी
  • 00:49:11
    स्पीकिंग पीपल और गुजराती पीपल गुजराती
  • 00:49:13
    स्पीकिंग पीपल दोनों थे। तो यह बॉम्बे
  • 00:49:15
    रिऑर्गेनाइजेशन एक्ट को पास किया गया। 1
  • 00:49:17
    मई 1960 में 1 मई 1960 इसलिए इंपॉर्टेंट
  • 00:49:20
    डेट है और इसी के तहत सारा रिऑर्गेनाइजेशन
  • 00:49:23
    कर दिया गया। गुजरात महाराष्ट्र ऑफिशियली
  • 00:49:25
    तौर पर यहां पर क्रिएट कर दिए गए।
  • 00:49:27
    ऑफिशियली तौर पर दो राज्य यहां पर बन गए।
  • 00:49:29
    लेकिन किस आधार पे? भाषा के आधार पे। और
  • 00:49:32
    ऐसे दोस्तों इंडिया के अंदर में और भी
  • 00:49:34
    बहुत सारे स्टेट्स हैं जो एक स्टेट से
  • 00:49:37
    निकल कर आते हैं। यानी एक स्टेट से यहां
  • 00:49:39
    पर उनका कार आउट किया गया है। फॉर
  • 00:49:40
    एग्जांपल जैसे यहां पे हम बात कर रहे थे
  • 00:49:42
    बॉम्बे की। तो बॉम्बे रिऑर्गेनाइजेशन एक्ट
  • 00:49:44
    आया 1960 में और इस 1960 एक्ट के तहत
  • 00:49:47
    गुजरात और महाराष्ट्र दो स्टेट्स को
  • 00:49:49
    क्रिएट किया गया। उसी तरीके से अगर आप देख
  • 00:49:51
    पाओगे स्टेट ऑफ नागालैंड एक्ट 1962 इसमें
  • 00:49:54
    क्या होता है? नागालैंड को असम से यहां पर
  • 00:49:56
    काट के निकाला जाता है। मतलब असम से बहुत
  • 00:49:58
    सारे स्टेट बने हैं। तो असम से एक रीजन
  • 00:50:00
    यहां पर नागालैंड निकाला गया। फिर वही
  • 00:50:02
    सिमिलर चीज यहां पे पंजाब रिऑर्गेनाइजेशन
  • 00:50:04
    एक्ट। पंजाब हरियाणा एक थे पहले। तो
  • 00:50:06
    हरियाणा को पंजाब से इस एक्ट के थ्रू अलग
  • 00:50:08
    किया गया। देन उसके बाद यहां पर आप देख
  • 00:50:11
    पाएंगे एक और है नॉर्थ ईस्टर्न
  • 00:50:13
    रिऑर्गेनाइजेशन एक्ट 1971 जिसमें से
  • 00:50:15
    मेघालय अलग होता है असम से। फिर उसके बाद
  • 00:50:18
    में मध्य प्रदेश रिऑर्गेनाइजेशन एक्ट
  • 00:50:20
    जिसमें छत्तीसगढ़ को एमपी से अलग करते
  • 00:50:22
    हैं। फिर उत्तर प्रदेश रिऑर्गेनाइजेशन
  • 00:50:24
    एक्ट 200 क्योंकि उस समय पर उत्तराखंड
  • 00:50:26
    यूपी में ही था। उत्तराखंड यूपी एक ही था।
  • 00:50:28
    तो उत्तर प्रदेश रिऑर्गेनाइजेशन एक्ट पास
  • 00:50:30
    हुआ तो उत्तराखंड यूपी से अलग हुआ। है ना?
  • 00:50:32
    बिहार रिऑर्गेनाइजेशन एक्ट जैसे झारखंड
  • 00:50:34
    बिहार से अलग हुआ। मतलब अलग स्टेट बनाया
  • 00:50:37
    गया। फिर आंध्र प्रदेश रिऑर्गेनाइजेशन
  • 00:50:39
    एक्ट 2014 का यहां पर आपको यह देखने को
  • 00:50:41
    मिलेगा 2014 में आंध्र प्रदेश से तेलंगाना
  • 00:50:44
    को अलग स्टेट बनाया गया। समझ रहे हैं? तो
  • 00:50:47
    अभी तक का जो लेटेस्ट रिऑर्गेनाइजेशन हुआ
  • 00:50:49
    है या लेटेस्ट यहां पर स्टेट कार्व आउट
  • 00:50:51
    किया गया है किसी दूसरे स्टेट में से तो
  • 00:50:52
    वो यहां पर यही है तेलंगाना जो आंध्र
  • 00:50:55
    प्रदेश से अलग किया गया है। यह वो स्टेट्स
  • 00:50:57
    हैं जो दूसरे स्टेट से यहां पर काट कर
  • 00:50:59
    निकाले गए हैं या दूसरे स्टेट्स बनाए गए
  • 00:51:01
    हैं। अब दोस्तों यहां पर यह देखिए जो
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    स्टेट्स वो हैं जिनको राज्य का दर्जा दिया
  • 00:51:05
    गया। स्टेटहुड दिया गया है। हिमाचल प्रदेश
  • 00:51:07
    को, मणिपुर को, सिक्किम को। ये अलग-अलग
  • 00:51:10
    एक्ट पास करके दिया गया। फॉर एग्जांपल
  • 00:51:12
    जैसे सिक्किम को राज्य का दर्जा बाद में
  • 00:51:14
    मिलता है जब हम 36वां संशोधन करते हैं
  • 00:51:16
    अपने संविधान के अंदर 1975 में। बाकी
  • 00:51:19
    स्टेट्स के लिए अलग-अलग ऑर्गेनाइजेशन एक्ट
  • 00:51:21
    आते हैं। जैसे आप देख पाएंगे स्टेट ऑफ
  • 00:51:23
    मिजोरम स्टेट ऑफ़ अरुणाचल प्रदेश जिसके तहत
  • 00:51:25
    अलग-अलग स्टेट्स को यहां पर राज्य का
  • 00:51:27
    दर्जा दिया गया। स्टेटहुड दिया गया। समझ
  • 00:51:30
    रहे हैं? फिर उसके बाद में आज यूनियन
  • 00:51:31
    टेरिटरीज भी हैं हमारे पास में। जब मैं
  • 00:51:33
    बात करता हूं यूनियन टेरिटरीज की तो
  • 00:51:34
    अंडमान निकोबार आइलैंड, दिल्ली, लक्षद्वीप
  • 00:51:36
    ये तीन यूनियन टेरिटरीज अलग-अलग हैं। 1956
  • 00:51:38
    में ये यहां पर यूनियन टेरिटरी का जो
  • 00:51:41
    फॉर्मेशन है होता है। फिर पुडुचेरी है,
  • 00:51:43
    चंडीगढ़ है, जम्मू कश्मीर, लद्दाख है,
  • 00:51:45
    दादरा, नागर, हवेली एंड द डमन एंड द है।
  • 00:51:47
    ठीक है? ये सारी की सारी आपकी यूनियन
  • 00:51:48
    टेरिटरीज भी देखने को मिल जाती हैं।
  • 00:51:49
    यूनियन टेरिटरीज का फॉर्मेशन है। ये सब
  • 00:51:51
    रिऑर्गेनाइजेशन जो हुआ है, स्टेट्स में से
  • 00:51:53
    स्टेट्स अलग होना, स्टेटहुड यानी कि राज्य
  • 00:51:55
    का दर्जा देना, यूनाइटेड टेरिटरीज का
  • 00:51:57
    फॉर्मेशन होना। यह सब यहां पर हुआ है। इसी
  • 00:52:00
    रिऑर्गेनाइजेशन ऑफ स्टेट्स यूनाइटेड
  • 00:52:02
    टेरिटरीज। ये 1956 की बात दोस्तों मैंने
  • 00:52:04
    आपको सारी की सारी बताई है। समझ गए? आई
  • 00:52:07
    होप आपको यह भी क्लेरिटी मिल चुकी है। एक
  • 00:52:10
    विस्तार से ये चीजें मैंने डिस्कस की है।
  • 00:52:11
    नाउ जब बात आती है यहां पर रेबीज वाला एक
  • 00:52:13
    आर्टिकल अभी रह गया होगा और साथ ही साथ
  • 00:52:15
    में एक छोटा सा एडिटोरियल रह गया। उसमें
  • 00:52:16
    कोई ज्यादा चीजें नहीं है। वो दो आर्टिकल
  • 00:52:18
    मैं आपके साथ में कल डिस्कस करने वाला
  • 00:52:19
    हूं। रेबीज वाला आर्टिकल वैसे भी काफी बार
  • 00:52:21
    हम डिस्कस कर चुके हैं। आपको पता होगा
  • 00:52:23
    रेबीज वायरस के बारे में। लास्ट टाइम दो
  • 00:52:25
    बार कवर कर चुका हूं। हो सकता है आप परसों
  • 00:52:28
    का वीडियो ओपन करो या परसों या तरसों का
  • 00:52:29
    वीडियो उसमें आपको वो रेबीज वाला आर्टिकल
  • 00:52:31
    मिल जाएगा। बाकी एक एडिटोरियल है छोटा सा।
  • 00:52:33
    ठीक है? इसमें माइन्यूट सी डिटेल है।
  • 00:52:34
    ज्यादा कोई डिटेल नहीं है। कल यहां पर
  • 00:52:36
    इसको हम एक्सप्लेन करेंगे। कल यहां पर
  • 00:52:37
    इसमें से जितने भी रेलेवेंट पॉइंट्स हैं
  • 00:52:40
    उन रेलेवेंट पॉइंट्स को कवर करेंगे। ठीक
  • 00:52:42
    है? तो अभी के लिए यह हमारे लिए कह सकते
  • 00:52:44
    हैं एक पेंडिंग टॉपिक है। कल वापस से
  • 00:52:47
    हमारे करंट के सिलेबस में यह इंक्लूड
  • 00:52:49
    होगा। ठीक? चलिए, मिलते हैं आप लोगों से
  • 00:52:51
    नेक्स्ट वीडियो में। आज के लिए बाय-बाय।
  • 00:52:53
    हैव अ नाइस डे। थैंक यू एंड जय हिंद। बाकी
  • 00:52:56
    पेड ग्रुप ज्वाइन करना है तो पेड ग्रुप की
  • 00:52:57
    इंफॉर्मेशन सारी की सारी इंफॉर्मेशन
  • 00:52:59
    स्टार्टिंग में ही मैं आपको ऑलरेडी
  • 00:53:00
    प्रोवाइड करवा चुका हूं। बाय-ब।
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